प्रदेश सहित सभी जिलों में कांग्रेस पार्टी को उन्हीं के नेताओं में हो रहे आपसी टकराव और बिखराव की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को भी जब जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मंजू सिंह ने जिला पंचायत सीईओ द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को नजरंदाज करने और बिना उनकी सहमति के पंचायत शिक्षक पद पर पदोन्नति आदेश जारी करने की शिकायत कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को सौंपी तो यह स्थिति सामने आई।
जांजगीर-चांपा. प्रदेश सहित सभी जिलों में कांग्रेस पार्टी को उन्हीं के नेताओं में हो रहे आपसी टकराव और बिखराव की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को भी जब जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मंजू सिंह ने जिला पंचायत सीईओ द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को नजरंदाज करने और बिना उनकी सहमति के पंचायत शिक्षक पद पर पदोन्नति आदेश जारी करने की शिकायत कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को सौंपी तो यह स्थिति सामने आई।
मंजू सिंह ने सीईओ जिपं. को ज्ञापन देते हुए आरोप लगाया कि जिपं. अध्यक्ष की सहमति के बिना पदोन्नति का आदेश जारी करना गलत है। इस पर सीईओ अजीत वसंत ने कहा कि यह आदेश आम सहमति से निकाला गया है, जिसमें दस में आठ सदस्यों ने पदोन्नति आदेश का समर्थन किया है। इतना ही नहीं इन आठ में पांच सदस्य कांग्रेसी हैं और उसमें उपाध्यक्ष अजीत साव का नाम भी शामिल है। इस तरह पार्टी में मतभेद की स्थिति का खामियाजा कांग्रेस की जिलाध्यक्ष को यहां भी उठाना पड़ा।
जिला पंचायत सीईओ के ऊपर जिला पंचायत अध्यक्ष ने तानाशाही पूर्ण कार्य करने का आरोप लगाने और बिना उनकी सहमति के कई गलत फैसले लेने की शिकायत शासन स्तर पर की गई थी। जिसकी जांच करने के आदेश कलेक्टर को शासन ने दिया है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने सीईओ को ऐसा न करने की मांग करते हुए कहा कि यदि इस तरह कांग्रेसी प्रतिनिधि और उसके पद को नजरंदाज किया जाएगा तो यह संविधान के खिलाफ है और ऐसे में इस पद का चुनाव ही नहीं करना चाहिए। इस सीईओ ने उन्हें पदोन्नति नियम को सही साबित करने के लिए अपनी पूरी बात रखी, लेकिन कांग्रेसी नेता लगातार यह आरोप लगाते रहे कि उनके द्वारा बैकलॉग नियम की अवहेलना करके उन पदों को समाप्त किया जा रहा है। इसके बाद मंजू सिंह सहित अन्य कांग्रेसी नेता कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के पास पहुंचे। उन्होंने सभी मामलों पर संज्ञान लेकर उसका हल निकालने व कार्यवाही करने करने का आश्वासन दिया और कहा कि उनके रहते यदि कोई भी गलत करता है तो वह कार्रवाई के लिए तैयार रहेगा। इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सहित जिला महामंत्री आभास बोष, रफीक सिद्दकी, रमेश पैगवार, संजय अग्रवाल, भगवानदास गढ़ेवाल, भरत लदेर, दीपेंद्र कैरा, परमेश्वर निर्मलकर सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद रहे।
संविधान के मुताबिक कार्य करने कही बात- जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि उनके द्वारा संविधान के मुताबिक कार्य किया जा रहा है। वह प्रशासनिक अधिकारी हैं और संविधाने के नियम से बाहर कोई कार्य नहीं करेंगे।
जांजगीर-चांपा. प्रदेश सहित सभी जिलों में कांग्रेस पार्टी को उन्हीं के नेताओं में हो रहे आपसी टकराव और बिखराव की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को भी जब जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मंजू सिंह ने जिला पंचायत सीईओ द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को नजरंदाज करने और बिना उनकी सहमति के पंचायत शिक्षक पद पर पदोन्नति आदेश जारी करने की शिकायत कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को सौंपी तो यह स्थिति सामने आई।
मंजू सिंह ने सीईओ जिपं. को ज्ञापन देते हुए आरोप लगाया कि जिपं. अध्यक्ष की सहमति के बिना पदोन्नति का आदेश जारी करना गलत है। इस पर सीईओ अजीत वसंत ने कहा कि यह आदेश आम सहमति से निकाला गया है, जिसमें दस में आठ सदस्यों ने पदोन्नति आदेश का समर्थन किया है। इतना ही नहीं इन आठ में पांच सदस्य कांग्रेसी हैं और उसमें उपाध्यक्ष अजीत साव का नाम भी शामिल है। इस तरह पार्टी में मतभेद की स्थिति का खामियाजा कांग्रेस की जिलाध्यक्ष को यहां भी उठाना पड़ा।
जिला पंचायत सीईओ के ऊपर जिला पंचायत अध्यक्ष ने तानाशाही पूर्ण कार्य करने का आरोप लगाने और बिना उनकी सहमति के कई गलत फैसले लेने की शिकायत शासन स्तर पर की गई थी। जिसकी जांच करने के आदेश कलेक्टर को शासन ने दिया है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने सीईओ को ऐसा न करने की मांग करते हुए कहा कि यदि इस तरह कांग्रेसी प्रतिनिधि और उसके पद को नजरंदाज किया जाएगा तो यह संविधान के खिलाफ है और ऐसे में इस पद का चुनाव ही नहीं करना चाहिए। इस सीईओ ने उन्हें पदोन्नति नियम को सही साबित करने के लिए अपनी पूरी बात रखी, लेकिन कांग्रेसी नेता लगातार यह आरोप लगाते रहे कि उनके द्वारा बैकलॉग नियम की अवहेलना करके उन पदों को समाप्त किया जा रहा है। इसके बाद मंजू सिंह सहित अन्य कांग्रेसी नेता कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के पास पहुंचे। उन्होंने सभी मामलों पर संज्ञान लेकर उसका हल निकालने व कार्यवाही करने करने का आश्वासन दिया और कहा कि उनके रहते यदि कोई भी गलत करता है तो वह कार्रवाई के लिए तैयार रहेगा। इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सहित जिला महामंत्री आभास बोष, रफीक सिद्दकी, रमेश पैगवार, संजय अग्रवाल, भगवानदास गढ़ेवाल, भरत लदेर, दीपेंद्र कैरा, परमेश्वर निर्मलकर सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद रहे।
संविधान के मुताबिक कार्य करने कही बात- जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि उनके द्वारा संविधान के मुताबिक कार्य किया जा रहा है। वह प्रशासनिक अधिकारी हैं और संविधाने के नियम से बाहर कोई कार्य नहीं करेंगे।