राजनांदगांव। अप्रैल में हुई शिक्षक पंचायत के शिक्षाकर्मियों के
स्थानांतरण में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। जिले के 15 शिक्षकों की
पोस्टिंग शहर से लगे स्कूलों में की गई है। वह भी ऐसे स्कूलों में जहां से
पहले से उसी विषय के शिक्षक पदस्थ थे। ऐसे में स्थिति अतिरिक्त शिक्षकों
वाली बन गई है।
बड़ी बात तो यह है कि स्थानांतरण से पहले जिले के रिक्त पद वाले स्कूलों की सूची बनाई गई थी, लेकिन विडंबना है कि सूची के हिसाब से ऐसे एक भी स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं की गई है।
शहर से लगे स्कूलों के लिए खेल
खबर है कि जिला मुख्यालय से लगे स्कूलों में ही पदस्थापना देने के नाम पर जमकर खेल हुआ है। पति-पत्नी समायोजन के नाम पर स्थानांतरण में गड़बड़ी की गई है। इसमें शहर से लगे अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टिंग हुई है, जो अपने आप में ही एक सवाल बन रहा है? क्योंकि सूची में राजनांदगांव ब्लॉक के किसी स्कूल में रिक्त पद नहीं दर्शाया गया था। सूचना के अधिकार के तहत मिली सूची के हिसाब से एक जगह भी शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं होने की वजह से अब स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक होने की स्थिति बन रही है। इस मामले पर शिक्षा विभाग सहित प्रशासन भी अंजान बना बैठा है।
अपडेट किए बिना काउंसिलिंग
दरअसल इस तरह की गड़बड़ी विभाग की लापरवाही के कारण ही हुई। काउंसिलिंग के पहले सूचियां अपडेट ही नहीं की गई। इस कारण कई स्कूलों में अतिशेष शिक्षक वाली स्थिति बनी। इतना ही नहीं कई शिक्षकों ने प्रमोशन नहीं लिया, लेकिन विभाग के पास उपलब्ध सूची में उन्हें स्थानांतरित दिखा दिया और उनके बदले में नए शिक्षक भेज दिए गए। ज्वाइनिंग करने गए शिक्षकों को वहां जाकर पता चला कि उनके लिए तो जगह ही नहीं है। इस विभागीय गलती का खामियाजा कई शिक्षक अब भी भुगत रहे हैं।
सूची से अलग पोस्टिंग
शिक्षकों के स्थानांतरण से पहले रिक्त पद वाले स्कूलों की सूची तैयार की गई थी। इस सूची को गोपनीय रखा गया था। सूचना के अधिकार के तहत मिली सूची में खैरागढ़ ब्लॉक के 29 स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त बताया गया। छुईखदान ब्लॉक में 75 स्कूल, मोहला में 6, मानपुर ब्लॉक में 21 स्कूल, डोंगरगढ़ में 6 और छुरिया ब्लॉक के 11 स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली बताए गए थे। लेकिन 15 में 9 शिक्षकों की पोस्टिंग शहर से लगे स्कूलों में की गई है, इसी तरह चौकी में एक और डोंगरगांव ब्लॉक में दो शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है। जबकि रिक्त पदों वाली सूची में इन ब्लॉकों का नाम ही नहीं है।
ऐसे खुली गड़बड़ी की पोल
शिक्षकों के स्थानांतरण में हुई गड़बड़ी की पोल उस वक्त खुली जब एक स्कूल में उसी विषय के दो शिक्षक हो गए। जी हां शहर से लगे ग्राम भंवरमरा के मिडिल स्कूल में ऐसा ही मामला सामने आया, जहां जीव विज्ञान विषय के शिक्षक पहले से पदस्थ हैं। इसके बाद भी डोंगरगढ़ ब्लॉक के पिनकापार मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षिका प्रतिमा अंबादे का स्थानांतरण भंवरमरा स्कूल में किया गया। यहां स्थिति यह बन गई है कि अब स्कूल में शिक्षिक अतिरिक्त हो गए हैं।
स्थानांतरण की प्रक्रिया में अगर कोई त्रुटि होगी तो उसमें जरूर सुधार करेंगे। वैसे शासन से मिले आदेश के तहत ही शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है।
- शिवअनंत तायल, सीईओ जिला पंचायत
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बड़ी बात तो यह है कि स्थानांतरण से पहले जिले के रिक्त पद वाले स्कूलों की सूची बनाई गई थी, लेकिन विडंबना है कि सूची के हिसाब से ऐसे एक भी स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं की गई है।
शहर से लगे स्कूलों के लिए खेल
खबर है कि जिला मुख्यालय से लगे स्कूलों में ही पदस्थापना देने के नाम पर जमकर खेल हुआ है। पति-पत्नी समायोजन के नाम पर स्थानांतरण में गड़बड़ी की गई है। इसमें शहर से लगे अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टिंग हुई है, जो अपने आप में ही एक सवाल बन रहा है? क्योंकि सूची में राजनांदगांव ब्लॉक के किसी स्कूल में रिक्त पद नहीं दर्शाया गया था। सूचना के अधिकार के तहत मिली सूची के हिसाब से एक जगह भी शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं होने की वजह से अब स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक होने की स्थिति बन रही है। इस मामले पर शिक्षा विभाग सहित प्रशासन भी अंजान बना बैठा है।
अपडेट किए बिना काउंसिलिंग
दरअसल इस तरह की गड़बड़ी विभाग की लापरवाही के कारण ही हुई। काउंसिलिंग के पहले सूचियां अपडेट ही नहीं की गई। इस कारण कई स्कूलों में अतिशेष शिक्षक वाली स्थिति बनी। इतना ही नहीं कई शिक्षकों ने प्रमोशन नहीं लिया, लेकिन विभाग के पास उपलब्ध सूची में उन्हें स्थानांतरित दिखा दिया और उनके बदले में नए शिक्षक भेज दिए गए। ज्वाइनिंग करने गए शिक्षकों को वहां जाकर पता चला कि उनके लिए तो जगह ही नहीं है। इस विभागीय गलती का खामियाजा कई शिक्षक अब भी भुगत रहे हैं।
सूची से अलग पोस्टिंग
शिक्षकों के स्थानांतरण से पहले रिक्त पद वाले स्कूलों की सूची तैयार की गई थी। इस सूची को गोपनीय रखा गया था। सूचना के अधिकार के तहत मिली सूची में खैरागढ़ ब्लॉक के 29 स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त बताया गया। छुईखदान ब्लॉक में 75 स्कूल, मोहला में 6, मानपुर ब्लॉक में 21 स्कूल, डोंगरगढ़ में 6 और छुरिया ब्लॉक के 11 स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली बताए गए थे। लेकिन 15 में 9 शिक्षकों की पोस्टिंग शहर से लगे स्कूलों में की गई है, इसी तरह चौकी में एक और डोंगरगांव ब्लॉक में दो शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है। जबकि रिक्त पदों वाली सूची में इन ब्लॉकों का नाम ही नहीं है।
ऐसे खुली गड़बड़ी की पोल
शिक्षकों के स्थानांतरण में हुई गड़बड़ी की पोल उस वक्त खुली जब एक स्कूल में उसी विषय के दो शिक्षक हो गए। जी हां शहर से लगे ग्राम भंवरमरा के मिडिल स्कूल में ऐसा ही मामला सामने आया, जहां जीव विज्ञान विषय के शिक्षक पहले से पदस्थ हैं। इसके बाद भी डोंगरगढ़ ब्लॉक के पिनकापार मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षिका प्रतिमा अंबादे का स्थानांतरण भंवरमरा स्कूल में किया गया। यहां स्थिति यह बन गई है कि अब स्कूल में शिक्षिक अतिरिक्त हो गए हैं।
स्थानांतरण की प्रक्रिया में अगर कोई त्रुटि होगी तो उसमें जरूर सुधार करेंगे। वैसे शासन से मिले आदेश के तहत ही शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है।
- शिवअनंत तायल, सीईओ जिला पंचायत
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