धमतरी | डा. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत शनिवार को दो
दिवसीय क्षमता विकास कार्यशाला का शुभारंभ मराठा मंगल भवन में हुआ। इसमें
धमतरी सहित प्रदेश के 27 जिलों के शिक्षकों ने बच्चों को पढ़ाने से पहले
जाना कि नया पहाड़ा कैसे बनाएं।
इन्हें वीडियो कांसेप्ट के जरिए गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान विषयों को और सरल बनाने के नुस्खे पहले दिन बताए गए। सबसे कठिन विषय गणित को माना जाता है, इसलिए इसी विषय से कार्यशाला की शुरूआत हुई। गुणा, भाग, वर्गमूल की सरल विधि से शिक्षकों को अवगत कराया गया। साथ ही नया पहाड़ा कैसे तैयार किया जाए, इसकी भी विधि बताई गई। अनेक शिक्षकों के लिए यह विधि नई थी, इसलिए वे भी प्रभावित हुए। प्रत्येक जिले से दो-दो शिक्षकों को बुलाया गया था। सुबह 10 से 5 बजे तक कार्यशाला में विषयवार अध्यापन के सरल तरीके बताए गए। रविवार को कार्यशाला का समापन होगा।
धमतरी ने तैयार किया है मॉडल : बच्चों को सरल तरीके से अध्यापन कैसे कराया जाए, इस मॉडल को धमतरी के राजीव गांधी शिक्षा मिशन ने तैयार किया है। इसे ‘थियेटर के माध्यम से विषय की अवधारणा स्पष्ट करना’ नाम दिया गया है। मिशन के जिला समन्वयक यदुनंदन वर्मा ने कहा कि विभिन्न जिलों के शिक्षक इसे सीखने के बाद अपने-अपने जिलों में अन्य शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। यदि उन्हें यह नई ट्रिक पसंद आई, तो वे अपने जिलों में भी इसे लागू कर सकते हैं।
सिखा रहे नई ट्रिक : प्रशिक्षक संजय साहू, किशोर साहू, मेघनाथ साहू ने कहा कि अब तक शिक्षक प्रायमरी, मिडिल के बच्चों को सामान्य विधि से अध्यापन कराते थे। वीडियो के जरिए शिक्षकों को अध्यापन को सुलभ व सरल बनाने के लिए नई ट्रिक दी जा रही है। इससे समय की बचत होगी।
इन्हें वीडियो कांसेप्ट के जरिए गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान विषयों को और सरल बनाने के नुस्खे पहले दिन बताए गए। सबसे कठिन विषय गणित को माना जाता है, इसलिए इसी विषय से कार्यशाला की शुरूआत हुई। गुणा, भाग, वर्गमूल की सरल विधि से शिक्षकों को अवगत कराया गया। साथ ही नया पहाड़ा कैसे तैयार किया जाए, इसकी भी विधि बताई गई। अनेक शिक्षकों के लिए यह विधि नई थी, इसलिए वे भी प्रभावित हुए। प्रत्येक जिले से दो-दो शिक्षकों को बुलाया गया था। सुबह 10 से 5 बजे तक कार्यशाला में विषयवार अध्यापन के सरल तरीके बताए गए। रविवार को कार्यशाला का समापन होगा।
धमतरी ने तैयार किया है मॉडल : बच्चों को सरल तरीके से अध्यापन कैसे कराया जाए, इस मॉडल को धमतरी के राजीव गांधी शिक्षा मिशन ने तैयार किया है। इसे ‘थियेटर के माध्यम से विषय की अवधारणा स्पष्ट करना’ नाम दिया गया है। मिशन के जिला समन्वयक यदुनंदन वर्मा ने कहा कि विभिन्न जिलों के शिक्षक इसे सीखने के बाद अपने-अपने जिलों में अन्य शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। यदि उन्हें यह नई ट्रिक पसंद आई, तो वे अपने जिलों में भी इसे लागू कर सकते हैं।
सिखा रहे नई ट्रिक : प्रशिक्षक संजय साहू, किशोर साहू, मेघनाथ साहू ने कहा कि अब तक शिक्षक प्रायमरी, मिडिल के बच्चों को सामान्य विधि से अध्यापन कराते थे। वीडियो के जरिए शिक्षकों को अध्यापन को सुलभ व सरल बनाने के लिए नई ट्रिक दी जा रही है। इससे समय की बचत होगी।