जिले में 9 वीं से 12 वीं तक की कक्षाओं में रिक्त शिक्षकों के पदों में अब
30 जुलाई तक सीएसआर टीचर पहुंच जाएंगे। गुरूवार को जिले में कंपनियों की
बैठक लेकर कलेक्टर ने सीएसआर पर जिम्मेदारियों का पाठ पढ़ाया और सीएसआर
टीचर की भर्ती में बीते साल हुई देर के बाद इस बार किसी तरह का समझौता नहीं
करने का संदेश कंपनियों को दे दिया है।
जिसके बाद शिक्षा विभाग ने 5 विषयों के लिए 513 शिक्षकों की सूची भी सौंप दी है।स्कूलों में शिक्षा सत्र अप्रैल महीने से शुरू हो गया है लेकिन शिक्षकों के रिक्त पदों एवं विषय विशेषज्ञ शिक्षक पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में यह परेशानी सबसे ज्यादा है। जिले में शिक्षकों की इस कमी को पूरा करने के लिए सीएसआर कोटे से कंपनियों द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। गुरूवार को कलेक्टोरेट में इसी मुद्दे को लेकर जिले में कार्यरत कंपनियों को कलेक्टर ने बुलावा भेजा था और जिले में सीएसआर शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए कंपनियों को जिम्मेवारी देनी थी। शाम को जैसे ही बैठक शुरू हुई तो कलेक्टर शम्मी आबिदी ने कहा कि बीते साल बहुत विलंब हुआ था लेकिन ऐसा इस बार नहीं चलेगा। शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई सूची को कंपनियों को उपलब्ध कराकर कलेक्टर ने कहा कि आप लोग हर हाल में नियुक्ति की प्रकिया शुरू कर दीजिए। स्कूलों में 30 जुलाई तक सीएसआर कोटे के शिक्षक पहुंच जाने चाहिए । बैठक में कुछ उद्योगों ने अपनी आर्थिक हालात को मजबूरी बताया और सीएसआर शिक्षकों के लिए बनी सूची को कम करने का आग्रह किया लेकिन कलेक्टर ने साफ कह दिया कि शिक्षा के नाम पर कोई समझौता नहीं होगा।
डीआईसी में देंगे 3 साल का हिसाब
सीएसआर को लोगों का हक बताकर प्रशासन ने कंपनियों को संकेत दे दिया है कि अब उनके बताए प्रपोजल पर ही काम नहीं होगा। कलेक्टर ने कंपनियों को कह दिया है कि बीते 3 साल के बैलेंस-शीट एवं सीएसआर में आबंटन तथा खर्च की जानकारी कंपनियों उद्योग विभाग को जमा कराए। इस वित्तीय वर्ष में एक भी कंपनी द्वारा सीएसआर की राशि जमा नहीं किए जाने पर भी उन्होंने आपत्ति जताई है।
एसईसीएल को फटकार
सीएसआर की बैठक में शिक्षा विभाग ने बताया कि बीते साल एसईसीएल की आेर से सबसे देर से शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी और कई स्कूलों में तो ऐसे टीचर महीने भर ही उपस्थिति दर्ज करा सके थे। बैठक में कलेक्टर ने एसईसीएल प्रबंधन को इसके लिए फटकार लगाई और कहा कि यदि नियुक्ति नहीं कर सको तो सीएसअार शिक्षकों की संख्या के हिसाब से राशि जमा करवा दो।
गणित व रसायन की सबसे ज्यादा डिमांड
शिक्षा विभाग ने हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में सीएसआर से शिक्षकों की भर्ती करने के लिए जो 513 की सूची बनाई है। उसके अनुसार जिले में गणित एवं रसायन विषय की सबसे ज्यादा डिमांड है। रिकार्ड के अनुसार इसमें फिजिक्स के लिए 113, रसायन शास्त्र के लिए 112, गणित विषय के लिए 137, अंग्रेजी के लिए 96 और बायो के लिए कुल 65 सीटों पर सीएसआर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
धरमजयगढ़ में सर्वाधिक शिक्षक
ब्लाॅक शिक्षक
रायगढ़ 26
पुसौर 16
बरमकेला 69
सारंगढ़ 74
खरसिया 48
तमनार 40
लैलूंगा 84
धरमजयगढ़ 108
घरघोड़ा 48
कुल 513 शिक्षक
जिसके बाद शिक्षा विभाग ने 5 विषयों के लिए 513 शिक्षकों की सूची भी सौंप दी है।स्कूलों में शिक्षा सत्र अप्रैल महीने से शुरू हो गया है लेकिन शिक्षकों के रिक्त पदों एवं विषय विशेषज्ञ शिक्षक पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में यह परेशानी सबसे ज्यादा है। जिले में शिक्षकों की इस कमी को पूरा करने के लिए सीएसआर कोटे से कंपनियों द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। गुरूवार को कलेक्टोरेट में इसी मुद्दे को लेकर जिले में कार्यरत कंपनियों को कलेक्टर ने बुलावा भेजा था और जिले में सीएसआर शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए कंपनियों को जिम्मेवारी देनी थी। शाम को जैसे ही बैठक शुरू हुई तो कलेक्टर शम्मी आबिदी ने कहा कि बीते साल बहुत विलंब हुआ था लेकिन ऐसा इस बार नहीं चलेगा। शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई सूची को कंपनियों को उपलब्ध कराकर कलेक्टर ने कहा कि आप लोग हर हाल में नियुक्ति की प्रकिया शुरू कर दीजिए। स्कूलों में 30 जुलाई तक सीएसआर कोटे के शिक्षक पहुंच जाने चाहिए । बैठक में कुछ उद्योगों ने अपनी आर्थिक हालात को मजबूरी बताया और सीएसआर शिक्षकों के लिए बनी सूची को कम करने का आग्रह किया लेकिन कलेक्टर ने साफ कह दिया कि शिक्षा के नाम पर कोई समझौता नहीं होगा।
डीआईसी में देंगे 3 साल का हिसाब
सीएसआर को लोगों का हक बताकर प्रशासन ने कंपनियों को संकेत दे दिया है कि अब उनके बताए प्रपोजल पर ही काम नहीं होगा। कलेक्टर ने कंपनियों को कह दिया है कि बीते 3 साल के बैलेंस-शीट एवं सीएसआर में आबंटन तथा खर्च की जानकारी कंपनियों उद्योग विभाग को जमा कराए। इस वित्तीय वर्ष में एक भी कंपनी द्वारा सीएसआर की राशि जमा नहीं किए जाने पर भी उन्होंने आपत्ति जताई है।
एसईसीएल को फटकार
सीएसआर की बैठक में शिक्षा विभाग ने बताया कि बीते साल एसईसीएल की आेर से सबसे देर से शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी और कई स्कूलों में तो ऐसे टीचर महीने भर ही उपस्थिति दर्ज करा सके थे। बैठक में कलेक्टर ने एसईसीएल प्रबंधन को इसके लिए फटकार लगाई और कहा कि यदि नियुक्ति नहीं कर सको तो सीएसअार शिक्षकों की संख्या के हिसाब से राशि जमा करवा दो।
गणित व रसायन की सबसे ज्यादा डिमांड
शिक्षा विभाग ने हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में सीएसआर से शिक्षकों की भर्ती करने के लिए जो 513 की सूची बनाई है। उसके अनुसार जिले में गणित एवं रसायन विषय की सबसे ज्यादा डिमांड है। रिकार्ड के अनुसार इसमें फिजिक्स के लिए 113, रसायन शास्त्र के लिए 112, गणित विषय के लिए 137, अंग्रेजी के लिए 96 और बायो के लिए कुल 65 सीटों पर सीएसआर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
धरमजयगढ़ में सर्वाधिक शिक्षक
ब्लाॅक शिक्षक
रायगढ़ 26
पुसौर 16
बरमकेला 69
सारंगढ़ 74
खरसिया 48
तमनार 40
लैलूंगा 84
धरमजयगढ़ 108
घरघोड़ा 48
कुल 513 शिक्षक