रायपुर। प्रदेश में शिक्षकों के 3500 पद भरे जाएंगे।
इसके लिए शिक्षा विभाग ने टेंडर जारी कर दिया है। शिक्षा सत्र शुरू हुए चार
महीने बीत चुके हैं जबकि विज्ञान, गणित जैसे विषयों की पढ़ाई स्कूलों में
नहीं हो पा रही है। इससे पहले भी आदिवासी जिलों में आउट सोर्सिंग से
शिक्षकों के करीब दो हजार पद भरे गए थे।
इस बार बस्तर और सरगुजा संभाग के बाहर ऐसे जिलों में भी आउट सोर्सिंग से शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे, जहां आदिवासी इलाके हैं। शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि महासमुंद, राजनांदगांव, बेमेतरा, धमतरी आदि जिलों में ऐसे ब्लॉकों में विषय शिक्षकों को आउट सोर्स किया जाएगा, जिनमें आदिवासी जनसंख्या है।
आउट सोर्सिंग वाले शिक्षकों को कांट्रेक्ट पर रखा जाता है। इसलिए सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं होती। राज्य सरकार का कहना है कि विज्ञान, गणित, कामर्स, अंग्रेजी, भौतिक और रसायन शास्त्र जैसे विषयों में प्रदेश में शिक्षक नहीं मिल रहे।
प्लेसमेंट कंपनियों के जरिए बाहर से शिक्षक मंगाए जा रहे ताकि पढ़ाई में बाधा न आए। आउट सोर्सिंग में प्रति शिक्षक प्रतिमाह 28 हजार दिया जाता है। इसमें से प्लेसमेंट कंपनी अपना हिस्सा निकाल कर बाकी शिक्षकों को भुगतान कर देती है। मैदानी इलाकों में और सामान्य जिलों में भी आउट सोर्स से शिक्षकों की भर्ती की मांग की जा रही है। इस पर अभी विचार चल रहा है।
- प्रदेश में विषय शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। आउट सोर्सिंग से विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षाकर्मियों की भी भर्ती की जा रही है। सरकार का पूरा ध्यान शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर है। - केदार कश्यप, मंत्री, शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़
इस बार बस्तर और सरगुजा संभाग के बाहर ऐसे जिलों में भी आउट सोर्सिंग से शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे, जहां आदिवासी इलाके हैं। शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि महासमुंद, राजनांदगांव, बेमेतरा, धमतरी आदि जिलों में ऐसे ब्लॉकों में विषय शिक्षकों को आउट सोर्स किया जाएगा, जिनमें आदिवासी जनसंख्या है।
आउट सोर्सिंग वाले शिक्षकों को कांट्रेक्ट पर रखा जाता है। इसलिए सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं होती। राज्य सरकार का कहना है कि विज्ञान, गणित, कामर्स, अंग्रेजी, भौतिक और रसायन शास्त्र जैसे विषयों में प्रदेश में शिक्षक नहीं मिल रहे।
प्लेसमेंट कंपनियों के जरिए बाहर से शिक्षक मंगाए जा रहे ताकि पढ़ाई में बाधा न आए। आउट सोर्सिंग में प्रति शिक्षक प्रतिमाह 28 हजार दिया जाता है। इसमें से प्लेसमेंट कंपनी अपना हिस्सा निकाल कर बाकी शिक्षकों को भुगतान कर देती है। मैदानी इलाकों में और सामान्य जिलों में भी आउट सोर्स से शिक्षकों की भर्ती की मांग की जा रही है। इस पर अभी विचार चल रहा है।
- प्रदेश में विषय शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। आउट सोर्सिंग से विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षाकर्मियों की भी भर्ती की जा रही है। सरकार का पूरा ध्यान शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर है। - केदार कश्यप, मंत्री, शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़