व्यवसायिक परीक्षा मंडल ने रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)
आयोजित की। दो पॉली में हुई इस परीक्षा में जिले के 5 हजार से अधिक
अभ्यर्थी शामिल हुए। इनमें कई शिक्षाकर्मी भी थे, जो सरकार द्वारा नियम
बदले जाने के कारण अपात्र होने को लेकर भयभीत थे।
प्रत्येक पॉली की परीक्षा 2 घंटे 45 मिनट तक चली।
जिले के 11 केन्द्रों में रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई। सुरक्षा के मद्देनजर व्यापमं ने पुलिस की तगड़ी व्यवस्था परीक्षा केन्द्रों में कर रखी थी। पुलिस के जवान और अधिकारी केन्द्रों के बाहर व मुख्य गेट पर परीक्षार्थियों की बारीकी से जांच करते दिखे। परीक्षा बीसीएस पीजी कॉलेज, एनआरएम शासकीय कन्या कॉलेज, शासकीय कन्या उमावि, डाॅ. शोभाराम देवांगन उमावि, नगर पालिक निगम उमावि, शासकीय नवीन कन्या उमावि बठेना, गोकुलपुर शासकीय उमावि , मेनोनाइट इंग्लिश स्कूल, मेनोनाइट हिन्दी उमावि, माॅडल इंग्लिश स्कूल सोरिद, हटकेशर शासकीय उमावि में हुई।
इसलिए कई शिक्षाकर्मी ने दी परीक्षा : शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद सरकार नियमों में बदलाव कर रही है। न्यूनतम योग्यता के साथ ही पूर्व से कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण के साथ ही कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य हो गया है। साथ ही वर्ग 2 और 3 के लिए टीईटी भी अनिवार्य है। इसे देखते हुए ऐसे शिक्षाकर्मी जो टेट पास किए बगैर पहले से नौकरी में हैं, उन्हें भविष्य की चिंता सता रही है, उन्हें डर है कि सरकार सबके लिए टीईटी अनिवार्य कर देगी, तब वे अपात्र हो जाएंगे। इसलिए शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल हुए।
इलेक्ट्रॉनिक सामान था पूर्णत: प्रतिबंधित : पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर चौबे ने बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2 शिफ्टों में हुई। प्रथम चरण में वर्ग 3 के लिए परीक्षा सुबह 9.15 से 11.45 बजे तक हुई, जिसमें 3 हजार 946 अभ्यर्थियों का पंजीयन था, पर 3 हजार 642 उपस्थित व 304 अभ्यर्थी अनुपस्थित थे। वर्ग 2 की पात्रता परीक्षा दूसरे शिफ्ट में हुई, जिसके लिए 3 हजार 358 अभ्यर्थियों का पंजीयन था इनमें से 3 हजार 92 उपस्थित और 266 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। यह परीक्षा दोपहर 2.15 से 4.45 बजे तक चली। परीक्षा में सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों के उपयोग पर प्रतिबंध था।
सभी विषयों से आए संबंधित प्रश्न
परीक्षा दिलाकर निकली अभ्यर्थी ललिता साहू, यशोदा साहू, गोमती पटेल, भोलाराम ध्रुव, ओमकार पटेल ने बताया कि परीक्षा में जीके, समसामयिकी, हिन्दी, अंग्रेजी, गणित समेत सभी क्षेत्रों से प्रश्न पूछे गए। पूर्व संक्रियात्मक चिंतन की विशेषता है, अभिवृद्धि का संबंध बालक के व्यक्तित्व के किस पहलू से है, सक्रिय अनुबंध किस सिद्धांत को कहते हैं जैसे सवाल इनमें शामिल थे। उन्होंने बताया कि व्यापमं ने जो प्रश्न पूछे थे, वे सामान्य थे। परीक्षा में कई ऐसी महिलाएं भी शामिल हुई, जिनके दुधमुंहे बच्चे थे। परीक्षा के दौरान इन बच्चों की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी पिता, दादी और नानी पर रही।
प्रत्येक पॉली की परीक्षा 2 घंटे 45 मिनट तक चली।
जिले के 11 केन्द्रों में रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई। सुरक्षा के मद्देनजर व्यापमं ने पुलिस की तगड़ी व्यवस्था परीक्षा केन्द्रों में कर रखी थी। पुलिस के जवान और अधिकारी केन्द्रों के बाहर व मुख्य गेट पर परीक्षार्थियों की बारीकी से जांच करते दिखे। परीक्षा बीसीएस पीजी कॉलेज, एनआरएम शासकीय कन्या कॉलेज, शासकीय कन्या उमावि, डाॅ. शोभाराम देवांगन उमावि, नगर पालिक निगम उमावि, शासकीय नवीन कन्या उमावि बठेना, गोकुलपुर शासकीय उमावि , मेनोनाइट इंग्लिश स्कूल, मेनोनाइट हिन्दी उमावि, माॅडल इंग्लिश स्कूल सोरिद, हटकेशर शासकीय उमावि में हुई।
इसलिए कई शिक्षाकर्मी ने दी परीक्षा : शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद सरकार नियमों में बदलाव कर रही है। न्यूनतम योग्यता के साथ ही पूर्व से कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण के साथ ही कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य हो गया है। साथ ही वर्ग 2 और 3 के लिए टीईटी भी अनिवार्य है। इसे देखते हुए ऐसे शिक्षाकर्मी जो टेट पास किए बगैर पहले से नौकरी में हैं, उन्हें भविष्य की चिंता सता रही है, उन्हें डर है कि सरकार सबके लिए टीईटी अनिवार्य कर देगी, तब वे अपात्र हो जाएंगे। इसलिए शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल हुए।
इलेक्ट्रॉनिक सामान था पूर्णत: प्रतिबंधित : पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर चौबे ने बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2 शिफ्टों में हुई। प्रथम चरण में वर्ग 3 के लिए परीक्षा सुबह 9.15 से 11.45 बजे तक हुई, जिसमें 3 हजार 946 अभ्यर्थियों का पंजीयन था, पर 3 हजार 642 उपस्थित व 304 अभ्यर्थी अनुपस्थित थे। वर्ग 2 की पात्रता परीक्षा दूसरे शिफ्ट में हुई, जिसके लिए 3 हजार 358 अभ्यर्थियों का पंजीयन था इनमें से 3 हजार 92 उपस्थित और 266 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। यह परीक्षा दोपहर 2.15 से 4.45 बजे तक चली। परीक्षा में सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों के उपयोग पर प्रतिबंध था।
सभी विषयों से आए संबंधित प्रश्न
परीक्षा दिलाकर निकली अभ्यर्थी ललिता साहू, यशोदा साहू, गोमती पटेल, भोलाराम ध्रुव, ओमकार पटेल ने बताया कि परीक्षा में जीके, समसामयिकी, हिन्दी, अंग्रेजी, गणित समेत सभी क्षेत्रों से प्रश्न पूछे गए। पूर्व संक्रियात्मक चिंतन की विशेषता है, अभिवृद्धि का संबंध बालक के व्यक्तित्व के किस पहलू से है, सक्रिय अनुबंध किस सिद्धांत को कहते हैं जैसे सवाल इनमें शामिल थे। उन्होंने बताया कि व्यापमं ने जो प्रश्न पूछे थे, वे सामान्य थे। परीक्षा में कई ऐसी महिलाएं भी शामिल हुई, जिनके दुधमुंहे बच्चे थे। परीक्षा के दौरान इन बच्चों की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी पिता, दादी और नानी पर रही।