रायपुर. निर्वाचन प्रक्रिया बड़ी जिम्मेदारी का काम
है। इसमें जरा सी लापरवाही अधिकारी-कर्मचारी को भारी पड़ जाता है, जिसका डर
कर्मचारियों-अधिकारियों में साफ देखा जा रहा है। चुनाव ड्यूटी से बचने के
लिए अधिकारी-कर्मचारी अजब-गजब तरकीब अपना रहे हैं।
ऐसे ही जिला निर्वाचन के पास कर्मचारियों ने चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के कई तर्क दिए हैं। कुछ ने कर्मचारी नेताओं और बड़े अफसरों की सिफारिश के साथ आवेदन दिया है। विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी तय की कर दी गई है। निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अफसरों के मुताबिक एस सप्ताह पहले तक ड्यूटी से अलग करने संबंधी 516 आवेदन पहुंच चुके थे। इनमें स्वास्थ्य खराब का हवाला देते हुए चुनाव ड्यूटी से अलग करने की मांग कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि कई कर्मचारी नेताओं के पहुंच और खुद को राजनौतिक दलों के संगठनों से संबद्ध बताकर नाम काटने जोर लगाया था। ऐसे में जो कर्मचारी स्वास्थ्य या अन्य वास्तविक कारणों से चुनाव ड्यूटी करने में सक्षम नही हैं, उनके आवेदन उलझ गए हैं।
516 से ज्यादा आवेदन
जिले में इस बार तकरीबन 1862 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां मतदान कराने वाले 10210 के साथ करीब 14 हजार लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें से 516 से अधिक ने ड्यूटी से अलग करने आवेदन जमा कराया है। अभी भी आवेदन जमा कराया जा रहा है।
सबसे ज्यादा शिक्षकों के आवेदन
चुनाव ड्यूटी में बचने के लिए शिक्षकों की तरफ से बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। शिक्षक संगठन से जुड़े बड़े नेता ने खुद के आवेदन के साथ दो दर्जन से ज्यादा शिक्षकों के नामों की सूची भी दी थी।
खुद को बीमार बताने वाले 36 कर्मचारी स्वस्थ
अफसरों के मुताबिक करीब 150 लोगों ने खुद को ह्दय रोगी व अलग-अलग बीमारी बताकर ड्यूटी से अलग रखने आवेदन किया था। इनमें से अधिकतर ने डॉक्टरों के सर्टिफिकेट व प्रिस्क्रिप्शन भी जमा कराए थे। विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तो 36 से ज्यादा लोग स्वस्थ मिले।
सामान्य तौर पर ऐसे आवेदन या एप्रोच आते रहते हैं, लेकिन बिना उचित कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं रखा जा सकता। वैसे भी जिले में जरूरत के हिसाब से अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या कम है। ऐसे में बिना ठोस कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं किया जाएगा।
डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, एडीएम, रायपुर
झूठी मेडिकल रिपोर्ट लाने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई कहता है बीमार है तो उसके द्वारा पूर्व में दिए गए आवेदनों पर ही विचार होगा। अभी तत्काल में आए आवेदनों को मान्य नहीं किया जाएगा।
राजीव पांडे, उप जिला निर्वाचन अधिकारी
ऐसे ही जिला निर्वाचन के पास कर्मचारियों ने चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के कई तर्क दिए हैं। कुछ ने कर्मचारी नेताओं और बड़े अफसरों की सिफारिश के साथ आवेदन दिया है। विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी तय की कर दी गई है। निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अफसरों के मुताबिक एस सप्ताह पहले तक ड्यूटी से अलग करने संबंधी 516 आवेदन पहुंच चुके थे। इनमें स्वास्थ्य खराब का हवाला देते हुए चुनाव ड्यूटी से अलग करने की मांग कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि कई कर्मचारी नेताओं के पहुंच और खुद को राजनौतिक दलों के संगठनों से संबद्ध बताकर नाम काटने जोर लगाया था। ऐसे में जो कर्मचारी स्वास्थ्य या अन्य वास्तविक कारणों से चुनाव ड्यूटी करने में सक्षम नही हैं, उनके आवेदन उलझ गए हैं।
516 से ज्यादा आवेदन
जिले में इस बार तकरीबन 1862 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां मतदान कराने वाले 10210 के साथ करीब 14 हजार लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें से 516 से अधिक ने ड्यूटी से अलग करने आवेदन जमा कराया है। अभी भी आवेदन जमा कराया जा रहा है।
सबसे ज्यादा शिक्षकों के आवेदन
चुनाव ड्यूटी में बचने के लिए शिक्षकों की तरफ से बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। शिक्षक संगठन से जुड़े बड़े नेता ने खुद के आवेदन के साथ दो दर्जन से ज्यादा शिक्षकों के नामों की सूची भी दी थी।
खुद को बीमार बताने वाले 36 कर्मचारी स्वस्थ
अफसरों के मुताबिक करीब 150 लोगों ने खुद को ह्दय रोगी व अलग-अलग बीमारी बताकर ड्यूटी से अलग रखने आवेदन किया था। इनमें से अधिकतर ने डॉक्टरों के सर्टिफिकेट व प्रिस्क्रिप्शन भी जमा कराए थे। विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तो 36 से ज्यादा लोग स्वस्थ मिले।
सामान्य तौर पर ऐसे आवेदन या एप्रोच आते रहते हैं, लेकिन बिना उचित कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं रखा जा सकता। वैसे भी जिले में जरूरत के हिसाब से अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या कम है। ऐसे में बिना ठोस कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं किया जाएगा।
डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, एडीएम, रायपुर
झूठी मेडिकल रिपोर्ट लाने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई कहता है बीमार है तो उसके द्वारा पूर्व में दिए गए आवेदनों पर ही विचार होगा। अभी तत्काल में आए आवेदनों को मान्य नहीं किया जाएगा।
राजीव पांडे, उप जिला निर्वाचन अधिकारी