बीजापुर। बस्तर विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित
महाविद्यालय प्रोफेसरों के अभाव से जूझ रहा है। अतिथि शिक्षकों के भरोसे
महाविद्यालय टिका हुआ है।
इस सत्र अतिथि शिक्षकों की भर्ती में विलम्ब हुआ है। इसको लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य को ज्ञापन देकर जल्द शिक्षकों की भर्ती की माँग की है। परिषद के नेता फूलचन्द गागड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नियमानुसार 1 अगस्त तक अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण हो जाना चाहिए था। इस सत्र शासन अपनी ओर से नोटिफिकेशन निकालने में विलम्ब कर रही है। इसके चलते महाविद्यालय अतिथि शिक्षकों की भर्ती नहीं कर पा रही है। इसका खामियाजा विद्याथियों को भुगतना पड़ रहा है। चूंकि महाविद्यालयों में अधिकतर अतिथि शिक्षकों के माध्यम से पढ़ाई हो पाती है, नहीं होने के चलते सीनियर विद्यार्थी कक्षाएं ले रहे हैं यह विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ है। इन्ही कारणों से परीक्षा परिणाम कमजोर रहता है। जिला संयोजक संतोष पुजारी ने कहा भर्ती प्रक्रिया जल्द न होने की स्थिति में विद्यार्थी हित में आन्दोलन करेगी और जल्द व्यवस्था पूर्ण करने की मांग करेगी। इसलिए ध्यान आकर्षित करने विद्यार्थी परिषद प्राचार्य को ज्ञापन दिया है। इस दौरान दिनेश विश्वकर्मा, मनोज यालम,योगेश बास्के,महेश मड़े, दीप्ति दुर्गम,अवंतिका दुर्गम,सोनल, सोमली तेलम, सुनीता करटम सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सीनियर छात्र ले रहे हैं कक्षाएं
जिले में संचालित शहीद वेंकटराव महाविद्यालय को पीजी दर्जा मिले तीन वर्ष हुए परंतु स्थायी प्रोफेसर मात्र चार हैं। इन विषयों में अर्थशास्त्र, भूगोल,राजनीति विज्ञान,रसायन अन्य विषयों के लिए अतिथि शिक्षकों का सहारा है। महाविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या लगभग 400 से अधिक है। वर्तमान में उपलब्ध चार विषयों की कक्षाएं चल रही है, अन्य ठप्प है। सीनियर छात्र कक्षाएं ले रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार तबादला सूची आने वाली है इसलिए विलम्ब हो रही है इस सूची के बाद ही अतिथि शिक्षकों की भर्ती हो सकता है।
महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति गठित नहीं
अतिथि शिक्षकों की भर्ती दो तरह से होना है नियमानुसार विज्ञापन जारी कर आवेदन लिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर वर्षों से महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षक सेवा दे चुके हैं। वे हाईकोर्ट के शरण में गए थे और पुनः उन्हें बिना प्रक्रिया के रिपीट किया जाये। इस मांग को पालन करने हाइकोर्ट ने शासन को निर्देश भी जारी किया है। अब इन दो आधार पर भर्ती करना है। शिक्षकों का व्यय डीएमएफ मद और शासन की ओर से प्राप्त मद से होना है। बीजापुर महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति गठित नहीं हुआ है। जिसका प्रक्रिया महाविद्यालय प्रशासन स्तर पर हो रही है। इस पर विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता दबाव बना रहे हैं।
छात्रसंघ चुनाव पर कोई नोटिफिकेशन नहीं
छात्रसंघ चुनाव इस सत्र होगा या नहीं इस पर कोई नोटिफिकेशन नही आया है परंतु छात्र संगठन एबीवीपी महाविद्यालय में सक्रिय हैं। छात्रसंघ प्रभारी नवनीत द्ववेदी ने बताया इस सत्र चुनाव होगा। इसकी कोई जानकारी प्राप्त नही हुई है। दो वर्ष हुए है छात्रसंघ चुनाव बंद हुए वर्तमान कांग्रेस सरकार चुनाव कराने को लेकर पूर्व में विरोध कर चुकी है परन्तु अब इस पर स्वयं भी बच रही है ।
इस सत्र अतिथि शिक्षकों की भर्ती में विलम्ब हुआ है। इसको लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य को ज्ञापन देकर जल्द शिक्षकों की भर्ती की माँग की है। परिषद के नेता फूलचन्द गागड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नियमानुसार 1 अगस्त तक अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण हो जाना चाहिए था। इस सत्र शासन अपनी ओर से नोटिफिकेशन निकालने में विलम्ब कर रही है। इसके चलते महाविद्यालय अतिथि शिक्षकों की भर्ती नहीं कर पा रही है। इसका खामियाजा विद्याथियों को भुगतना पड़ रहा है। चूंकि महाविद्यालयों में अधिकतर अतिथि शिक्षकों के माध्यम से पढ़ाई हो पाती है, नहीं होने के चलते सीनियर विद्यार्थी कक्षाएं ले रहे हैं यह विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ है। इन्ही कारणों से परीक्षा परिणाम कमजोर रहता है। जिला संयोजक संतोष पुजारी ने कहा भर्ती प्रक्रिया जल्द न होने की स्थिति में विद्यार्थी हित में आन्दोलन करेगी और जल्द व्यवस्था पूर्ण करने की मांग करेगी। इसलिए ध्यान आकर्षित करने विद्यार्थी परिषद प्राचार्य को ज्ञापन दिया है। इस दौरान दिनेश विश्वकर्मा, मनोज यालम,योगेश बास्के,महेश मड़े, दीप्ति दुर्गम,अवंतिका दुर्गम,सोनल, सोमली तेलम, सुनीता करटम सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सीनियर छात्र ले रहे हैं कक्षाएं
जिले में संचालित शहीद वेंकटराव महाविद्यालय को पीजी दर्जा मिले तीन वर्ष हुए परंतु स्थायी प्रोफेसर मात्र चार हैं। इन विषयों में अर्थशास्त्र, भूगोल,राजनीति विज्ञान,रसायन अन्य विषयों के लिए अतिथि शिक्षकों का सहारा है। महाविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या लगभग 400 से अधिक है। वर्तमान में उपलब्ध चार विषयों की कक्षाएं चल रही है, अन्य ठप्प है। सीनियर छात्र कक्षाएं ले रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार तबादला सूची आने वाली है इसलिए विलम्ब हो रही है इस सूची के बाद ही अतिथि शिक्षकों की भर्ती हो सकता है।
महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति गठित नहीं
अतिथि शिक्षकों की भर्ती दो तरह से होना है नियमानुसार विज्ञापन जारी कर आवेदन लिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर वर्षों से महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षक सेवा दे चुके हैं। वे हाईकोर्ट के शरण में गए थे और पुनः उन्हें बिना प्रक्रिया के रिपीट किया जाये। इस मांग को पालन करने हाइकोर्ट ने शासन को निर्देश भी जारी किया है। अब इन दो आधार पर भर्ती करना है। शिक्षकों का व्यय डीएमएफ मद और शासन की ओर से प्राप्त मद से होना है। बीजापुर महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति गठित नहीं हुआ है। जिसका प्रक्रिया महाविद्यालय प्रशासन स्तर पर हो रही है। इस पर विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता दबाव बना रहे हैं।
छात्रसंघ चुनाव पर कोई नोटिफिकेशन नहीं
छात्रसंघ चुनाव इस सत्र होगा या नहीं इस पर कोई नोटिफिकेशन नही आया है परंतु छात्र संगठन एबीवीपी महाविद्यालय में सक्रिय हैं। छात्रसंघ प्रभारी नवनीत द्ववेदी ने बताया इस सत्र चुनाव होगा। इसकी कोई जानकारी प्राप्त नही हुई है। दो वर्ष हुए है छात्रसंघ चुनाव बंद हुए वर्तमान कांग्रेस सरकार चुनाव कराने को लेकर पूर्व में विरोध कर चुकी है परन्तु अब इस पर स्वयं भी बच रही है ।