सरसींवा। जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण बलौदाबाजार के मार्गदर्शन में विकासखंड साक्षरता मिशन प्राधिकरण बिलाईगढ़ द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान के तहत स्वयंसेवी शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण दो चरणों में रखा गया।
पढ़ना लिखना अभियान के प्रशिक्षण का पहला चरण बीआरसीसी भवन बिलाईगढ़ में 6 से 7 मार्च तक तथा द्वितीय चरण शहीद विवेक शुक्ला शा. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरसीवां में 9 मार्च को विकास खंड शिक्षा अधिकारी व पीएलए के पदेन सचिव एसएन साहू, बीआरसीसी आरके भोई एवं सहायक विखं शिक्षाधिकारी डीप. सोनी ने शुभारंभ किया। विखं शिक्षाधिकारी एसएन साहू ने इस प्रदेश व्यापी महाअभियान में निस्वार्थ भावना से जुड़े होने व शिक्षादान महादान के रूप में स्वयंसेवी शिक्षकों की सक्रियता की सराहना की। अभियान के नोडल अधिकारी पूनम सिंह साहू ने पढ़ना लिखना अभियान का परिचय देते हुए बताया कि इस प्रदेशव्यापी महाअभियान में छत्तीसगढ़ में ढाई लाख उन असाक्षरों को जो पढ़ना लिखना या जोड़ना घटाना भूल गए हैं को पढ़ाने 25 हजार स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन कर लिया गया है। इस तारतम्य में बिलाईगढ़ विकास खंड से प्राप्त लक्ष्य अनुसार 1522 असाक्षरों व इन्हें पढ़ाने 145 स्वयंसेवी शिक्षकों के रूप में स्काउट गाइड, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व गांव के शिक्षित व्यक्तियों का चयन तथा मैचिंग बैचिंग अर्थात कौन किसको कहां पढ़ाएगा, का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
कुशल प्रशिक्षक शंकरलाल साहू व कल्पना भोई की सहायता से वातावरण निर्माण, स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, डिजिटल माध्यमों का उपयोग, नवाचारी गतिविधियां, कक्षा संचालन कैसे करें, साक्षरता केंद्र का रखरखाव, प्रौढ़ों को समझना, सिखने की अवधारणा व शिक्षण पद्घति, प्रवेशिका का परिचय, पठन पाठन गतिविधियां, आंतरिक मूल्यांकन एवं हैज को पंजीयन कैसे करें, आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण को सफल बनाने में प्राचार्य बीएल कुर्रे, योगेश डड़सेना, प्रकाश साहू, रामसागर सिंह गौतम, कमलेश साहू, रसूल बेग, बिहारी जांगड़े, लालजी हिरवानी, सी अनंत, रामकृष्ण साहू, अनिल साहू, विजय साहू, महेश, नरोत्तम साहू ,टिकेश्वर जायसवाल, जायसवाल, नायक आदि का सहयोग रहा।