रायपुर। Raipru News युवाओ में शिक्षक बनने की दिलचस्पी बढ़ी है। बीएड की 14,400 सीटों के लिए दो लाख 21 हजार से ज्यादा आवेदन मिले है।दस साल पहले बीएड कालेजों में सीटें भरना मुश्किल था। हर साल तीन से चार हजार सीटें खाली रहती थी। प्रवेश लेने वाले छात्रों में अधिकतर दूसरे राज्यों के छात्र होते थे। अब प्रवेश के लिए होड़ मची है। राज्यभर के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की सीधी भर्ती हो रही है। साथ ही स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों में लगातार संविदा भर्ती हो रही है।
हर साल प्रदेश में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों की संख्या भी बढ़ रही है। शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के ज्यादा अवसर होने के कारण पिछले छह सालों मे बीएड करने की चाहत रखने वाले छात्रों की संख्या में पांच गुना इजाफा हुआ है। कुछ साल पहले तक बीएड करने के लिए प्रदेशभर में 35 से 40 हजार आवेदन आते थे। शिक्षा सत्र 2018-19 में 14,400 सीटों के लिए 40 हजार आवेदन आए थे। वहीं इस साल यानी 2023-24 में प्रवेश के लिए दो लाख 21 हजार से ज्यादा आवेदन मिले है। यानी छह साल में बीएड करने के लिए छह गुना ज्यादा आवेदन मिलने लगे।
व्यापमं से होने वाली प्रवेश परीक्षा प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) प्री-फार्मेसी टेस्ट(पीपीएचटी) प्री-एग्रीकल्चर टेस्ट(पीएटी) डीएलएड, बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक नर्सिंग की तुलना में बीएड की डिमांड ज्यादा है।यही कारण है इन सभी विषयों से ज्यादा बीएड के लिए ज्यादा आवेदन मिले है।पिछले साल भी बीएड के लिए एक लाख 62 हजार 841 आवेदन मिले थे, लेकिन प्रवेश परीक्षा में एक लाख 22 हजार 747 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। पिछले साल की तुलना में इस साल 58 हजार ज्यादा अावेदन आए है।बीएड की प्रवेश परीक्षा 17 जून को होगी।
प्रदेश में इंजीनियरिंग करने के लिए युवाओं का रुझान दूसरे राज्यों में ज्यादा
छह साल पहले इंजीनियरिंग में युवाओं का रुझान ज्यादा था। इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए बहुत मारामारी होती थी। वर्तमान आकंड़ो के मुताबिक इंजीनियरिंग की प्रदेश में लगभग 11 हजार सीटें है। इनमें से 35 प्रतिशत से ज्यादा सीटें खाली रह जाती है। हर साल इंजीनियरिंग कालेज बंद हो रहे है। विशेषज्ञों की माने ते प्रदेश के युवा इंजीनियरिंग करने के लिए राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, मुंबई जैसे दूसरे राज्यों में ज्यादा जा रहे है।इंजीनियरिंग का रुझान कम नहीं हुआ है। प्रदेश के इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश कम ले रहे हैं।
डीएलएड के लिए भी डेढ़ लाख से ज्यादा आवेदन
प्रदेश में डीएलएड की साढ़े छह हजार सीटें है। इन सीटों के लिए एक लाख 60 हजार 286 आवेदन मिले है। पिछले साल भी डीएलएड प्रवेश परीक्षा के लिए 91,142 आवेदन मिले थे। लेकिन प्रवेश परीक्षा में 57,657 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। फिर भी काउंसिलिंग के बाद डीएलएड की लगभग एक हजार सीटें खाली रह गई थी।
प्री-फार्मेसी के लिए मिले 30 हजार से ज्यादा आवेदन
व्यापमं की तरफ से ली जा रही प्री-फार्मेसी टेस्ट के लिए 30 हजार से ज्यादा आवेदन मिले है। वहीं बीएससी नर्सिंग के लिए 65,780, एमएससी नर्सिंग के लिए पांच हजार और पोस्ट बेसिक नर्सिंग प्रवेश के लिए लगभग सात हजार आवेदन मिले है।