राजनांदगांव
.शिक्षा गुणवत्ता पर सालभर विशेष ध्यान दिए जाने के बाद भी जिले में
बारहवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम अपेक्षा के अनुरूप बेहतर नहीं आया। जिलेभर
का परिणाम 73.11 प्रतिशत रहा। जबकि बीते सत्र परिणाम 74 प्रतिशत आया था।
इसमें बढ़ोतरी होने की बजाय 1 प्रतिशत की कमी आई है।
बड़ी बात यह है कि जिले से एक भी छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की टॉपटेन की सूची में स्थान नहीं बनाया है।
बीते सत्र की तरह बेटियों ने दबदबा कायम रखा
हालांकि जिला स्तर पर बीते सत्र की तरह बेटियों ने दबदबा कायम रखा है। 6798 छात्राओं ने बेहतर अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की है। 6611 छात्र भी सफल हुए हैं। कुल 2985 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में आए हैं। गुरुवार सुबह बोर्ड की ओर से परिणाम की घोषणा करते ही परीक्षार्थी सायबर कैफे सहित कंप्यूटर सेंटरों में परिणाम जानने जुटे रहे।
8 परीक्षार्थियों के परिणाम निरस्त
इस बार बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में बैठने के लिए 18,581 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। इनमें से 18, 366 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें छात्रों की संख्या 9344 और 8995 छात्राओं ने परीक्षा दी। बोर्ड ने गुरुवार को जिले के 18,339 परीक्षार्थियों के परिणाम की घोषणा की। 19 परीक्षार्थियों के परिणाम रोक दिए गए हैं। 8 परीक्षार्थियों के परिणाम निरस्त किए गए हैं।
2985 प्रथम श्रेणी में
परीक्षा में कुल 13,409 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें से कुल 2985 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की है। इनमें से बालकों की संख्या 1522 तो वहीं 1463 बालिकाएं शामिल हैं। 7258 परीक्षार्थी द्वितीय और 3113 छात्र-छात्राओं ने तृतीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। 55 परीक्षार्थी बिना श्रेणी के उत्तीर्ण हुए हैं। 2329 पूरक आए हंै।
बढऩे की बजाये घट रहा प्रतिशत
शासन-प्रशासन की ओर से शिक्षा गुणवत्ता के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे सालभर में लगातार बैठक, निरीक्षण के अलावा जनप्रतिनिधियों ने स्कूलों में दस्तक देकर पढ़ाई का स्तर सुधारने शिक्षकों पर एक तरह से दबाव बनाया। बावजूद 12 वीं बोर्ड का परिणाम हैरान कर देने वाला है। जिले से एक भी परीक्षार्थी ने प्रदेश की टॉपटेन की सूची में जगह नहीं बनाई। वहीं जिले का परिणाम बीते सत्र से एक प्रतिशत कम रहा, जबकि तमाम प्रयासों के बीच प्रतिशत में वृद्धि होनी चाहिए। शिक्षक इसके कई कारण गिना रहे हैं। विभाग के अफसर तो प्रतिशत कम आने की ठोस वजह बताने से कतराने लगे हैं।
वनांचल के परीक्षार्थी आज देखेंगे
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गुरुवार सुबह परीक्षा परिणाम की घोषणा की। परिणाम को ऑनलाइन अपडेट कर दिया गया। इंटरनेट की सुविधा होने की वजह से शहरी क्षेत्र के परीक्षार्थियों को परिणाम जानने में तकलीफ नहीं हुई पर वनांचल में नेट की समस्या के चलते कई परीक्षार्थियों को परिणाम का पता नहीं चला है। बोर्ड की ओर से इस बार भी जिला मुख्यालयों में बुकलेट जारी नहीं किया गया। इसके चलते स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जिला स्तर पर किस परीक्षार्थी ने टॉप किया है।
विषयवार परिणाम
विज्ञान विषय में 80.58 परीक्षार्थी उत्तीर्ण, कला में 70.36 सफल हुए, वाणिज्य में 66.90 परीक्षार्थी पास हुए, कृषि विषय में 64.63 सफल हुए, गृह विज्ञान में 78.31 परीक्षार्थी पास हुए।
सिर्फ एक प्रतिशत कम हुआ
प्रभारी डीईओ आदित्य खरे ने कहा कि पढ़ाई स्तर पहले से सुधरा है। लगातार विभाग की ओर से मॉनिटरिंग की जा रही है। विज्ञान सहित अन्य विषयों में अच्छा परिणाम आया है। इस बार सिर्फ एक प्रतिशत कम हुआ है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
बड़ी बात यह है कि जिले से एक भी छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की टॉपटेन की सूची में स्थान नहीं बनाया है।
बीते सत्र की तरह बेटियों ने दबदबा कायम रखा
हालांकि जिला स्तर पर बीते सत्र की तरह बेटियों ने दबदबा कायम रखा है। 6798 छात्राओं ने बेहतर अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की है। 6611 छात्र भी सफल हुए हैं। कुल 2985 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में आए हैं। गुरुवार सुबह बोर्ड की ओर से परिणाम की घोषणा करते ही परीक्षार्थी सायबर कैफे सहित कंप्यूटर सेंटरों में परिणाम जानने जुटे रहे।
8 परीक्षार्थियों के परिणाम निरस्त
इस बार बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में बैठने के लिए 18,581 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। इनमें से 18, 366 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें छात्रों की संख्या 9344 और 8995 छात्राओं ने परीक्षा दी। बोर्ड ने गुरुवार को जिले के 18,339 परीक्षार्थियों के परिणाम की घोषणा की। 19 परीक्षार्थियों के परिणाम रोक दिए गए हैं। 8 परीक्षार्थियों के परिणाम निरस्त किए गए हैं।
2985 प्रथम श्रेणी में
परीक्षा में कुल 13,409 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें से कुल 2985 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की है। इनमें से बालकों की संख्या 1522 तो वहीं 1463 बालिकाएं शामिल हैं। 7258 परीक्षार्थी द्वितीय और 3113 छात्र-छात्राओं ने तृतीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। 55 परीक्षार्थी बिना श्रेणी के उत्तीर्ण हुए हैं। 2329 पूरक आए हंै।
बढऩे की बजाये घट रहा प्रतिशत
शासन-प्रशासन की ओर से शिक्षा गुणवत्ता के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे सालभर में लगातार बैठक, निरीक्षण के अलावा जनप्रतिनिधियों ने स्कूलों में दस्तक देकर पढ़ाई का स्तर सुधारने शिक्षकों पर एक तरह से दबाव बनाया। बावजूद 12 वीं बोर्ड का परिणाम हैरान कर देने वाला है। जिले से एक भी परीक्षार्थी ने प्रदेश की टॉपटेन की सूची में जगह नहीं बनाई। वहीं जिले का परिणाम बीते सत्र से एक प्रतिशत कम रहा, जबकि तमाम प्रयासों के बीच प्रतिशत में वृद्धि होनी चाहिए। शिक्षक इसके कई कारण गिना रहे हैं। विभाग के अफसर तो प्रतिशत कम आने की ठोस वजह बताने से कतराने लगे हैं।
वनांचल के परीक्षार्थी आज देखेंगे
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गुरुवार सुबह परीक्षा परिणाम की घोषणा की। परिणाम को ऑनलाइन अपडेट कर दिया गया। इंटरनेट की सुविधा होने की वजह से शहरी क्षेत्र के परीक्षार्थियों को परिणाम जानने में तकलीफ नहीं हुई पर वनांचल में नेट की समस्या के चलते कई परीक्षार्थियों को परिणाम का पता नहीं चला है। बोर्ड की ओर से इस बार भी जिला मुख्यालयों में बुकलेट जारी नहीं किया गया। इसके चलते स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जिला स्तर पर किस परीक्षार्थी ने टॉप किया है।
विषयवार परिणाम
विज्ञान विषय में 80.58 परीक्षार्थी उत्तीर्ण, कला में 70.36 सफल हुए, वाणिज्य में 66.90 परीक्षार्थी पास हुए, कृषि विषय में 64.63 सफल हुए, गृह विज्ञान में 78.31 परीक्षार्थी पास हुए।
सिर्फ एक प्रतिशत कम हुआ
प्रभारी डीईओ आदित्य खरे ने कहा कि पढ़ाई स्तर पहले से सुधरा है। लगातार विभाग की ओर से मॉनिटरिंग की जा रही है। विज्ञान सहित अन्य विषयों में अच्छा परिणाम आया है। इस बार सिर्फ एक प्रतिशत कम हुआ है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC