कोरबा (निप्र)। लामपहाड़ में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह
ने प्राइमरी स्कूल के बच्चों की क्लास ली। दो बच्चों को बुलाया व गिनती
सुनाने कहा। एक बच्चा नौ एकम नौ और नौ दूनी दस का पहाड़ा बोलकर चुप हो गया
और दूसरे ने 17 तक गिनती पूरी कर रमन से कहा कि एकर आगू नई जानव । शिक्षा
गुणवत्ता अभियान के कदम यहां नहीं पड़े।
हकीकत जानने पड़ताल कर नईदुनिया ने 6 फरवरी के अंक में 'क ख ग घ...अऊ आगू नई जानव सर' शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की थी। लामपहाड़ समेत कई स्कूल के बच्चों, शिक्षकों की स्थिति पर प्रकाश डाला। साढ़े तीन माह बाद भी कोई बदलाव नहीं और सीएम के सामने भी वही स्थिति उजागर हुई।
कोरबा विकासखंड में सुदूर पहाड़ी पर बसा लामपहाड़ ग्राम पंचायत बड़गांव का आश्रित ग्राम है। यह कोरवा आदिवासियों समेत करीब 150 की आबादी वाला गांव है। सीएम के साथ आए राज्य के मुख्य सचिव विवेक ढांड ने लोक सुराज की चौपाल में शिक्षा की गुणवत्ता का पता लगाने लामपहाड़ प्राइमरी स्कूल में अध्ययनरत पांचवी के दो बच्चों को बुलवाया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को एक-एक कर माइक थमा दिया।
पहले बच्चे फागू यादव से कहा 9 का पहाड़ा बताओ। फागू ने जवाब देते हुए पहाड़ा शुरू किया। वह 9 एकम नौ और नौ दूनी दस बोलकर चुप हो गया। इसके बाद उन्होंने दूसरे बच्चे मनीष को गिनती सुनाने कहा। मनीष कोरवा आदिवासी बालक है, जिसने एक से लेकर 17 तक की गिनती सही बोली।
इसके बाद की गिनती नहीं जानने के कारण उसने सीएम डॉ. रमन सिंह से कहा कि आगू नई जानव गा। इतना सुनते ही सीएम हंस दिए और उनके साथ अधिकारी भी ठहाके लगाने से खुद को रोक नहीं सके। लामपहाड़ प्राइमरी स्कूल काफी पुराना व जर्जर हो चुका है, जिसके लिए नए भवन की जरूरत भी मुख्यमंत्री से बताई गई। ग्रामीणों की मांग पूरी करते हुए नए भवन के निर्माण को स्वीकृति डॉ. सिंह ने प्रदान की।
जॉनी जॉनी यस पापा, ईटिंग शुगर हाहाहा
शिक्षा की ऐसी दशा का कारण जानने मुख्य सचिव विवेक ढांड ने प्राइमरी स्कूल लामपहाड़ के शिक्षक को बुलकर पोयम सुनाने कहा। इस पर शिक्षक ने भी महज दो लाइन बोलकर हंसने लगे। शिक्षक राजेश कुमार मिंज को हिंदी या अंग्रेजी कोई भी पोयम गाकर सुनाने कहा गया था। शिक्षक ने पोयम सुनाना शुरू किया और कहा-जॉनी जॉनी यस पापा, ईटिंग शुगर हाहाहा कहकर खुद ही हंसने लगे। उनसे ऐसा पोयम सुनकर सीएम, मुख्य सचिव व संयुक्त सचिव रजत कुमार समेत सभी खुद को ठहाके लगाने से रोक नहीं सके।
बालिका को कैप, मिडिल स्कूल का आश्वासन
इसी स्कूल में पढ़ने वाली पहली कक्षा की एक बालिका दिपिका को भी मुख्यमंत्री ने गिनती बोलने कहा। इस पर दिपिका ने 20 तक की गिनती बिना रुके सुना दी। इस सीएम ने खुश होकर उसे एक सफेद कैप उपहार में पहनाया। लामपहाड़ के बच्चे 12 किलोमीटर दूर कुटुरवां मिडिल स्कूल जाते हैं। सीएम ने बड़गांव में स्कूल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने शिक्षक से कहा कि यहां की स्थिति ऐसी है कि बच्चे और शिक्षक एक दूसरे से सीखें। एक दूसरे को किताब पढ़ाएं और पढ़कर ज्ञान बढ़ाएं।
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
हकीकत जानने पड़ताल कर नईदुनिया ने 6 फरवरी के अंक में 'क ख ग घ...अऊ आगू नई जानव सर' शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की थी। लामपहाड़ समेत कई स्कूल के बच्चों, शिक्षकों की स्थिति पर प्रकाश डाला। साढ़े तीन माह बाद भी कोई बदलाव नहीं और सीएम के सामने भी वही स्थिति उजागर हुई।
कोरबा विकासखंड में सुदूर पहाड़ी पर बसा लामपहाड़ ग्राम पंचायत बड़गांव का आश्रित ग्राम है। यह कोरवा आदिवासियों समेत करीब 150 की आबादी वाला गांव है। सीएम के साथ आए राज्य के मुख्य सचिव विवेक ढांड ने लोक सुराज की चौपाल में शिक्षा की गुणवत्ता का पता लगाने लामपहाड़ प्राइमरी स्कूल में अध्ययनरत पांचवी के दो बच्चों को बुलवाया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को एक-एक कर माइक थमा दिया।
पहले बच्चे फागू यादव से कहा 9 का पहाड़ा बताओ। फागू ने जवाब देते हुए पहाड़ा शुरू किया। वह 9 एकम नौ और नौ दूनी दस बोलकर चुप हो गया। इसके बाद उन्होंने दूसरे बच्चे मनीष को गिनती सुनाने कहा। मनीष कोरवा आदिवासी बालक है, जिसने एक से लेकर 17 तक की गिनती सही बोली।
इसके बाद की गिनती नहीं जानने के कारण उसने सीएम डॉ. रमन सिंह से कहा कि आगू नई जानव गा। इतना सुनते ही सीएम हंस दिए और उनके साथ अधिकारी भी ठहाके लगाने से खुद को रोक नहीं सके। लामपहाड़ प्राइमरी स्कूल काफी पुराना व जर्जर हो चुका है, जिसके लिए नए भवन की जरूरत भी मुख्यमंत्री से बताई गई। ग्रामीणों की मांग पूरी करते हुए नए भवन के निर्माण को स्वीकृति डॉ. सिंह ने प्रदान की।
जॉनी जॉनी यस पापा, ईटिंग शुगर हाहाहा
शिक्षा की ऐसी दशा का कारण जानने मुख्य सचिव विवेक ढांड ने प्राइमरी स्कूल लामपहाड़ के शिक्षक को बुलकर पोयम सुनाने कहा। इस पर शिक्षक ने भी महज दो लाइन बोलकर हंसने लगे। शिक्षक राजेश कुमार मिंज को हिंदी या अंग्रेजी कोई भी पोयम गाकर सुनाने कहा गया था। शिक्षक ने पोयम सुनाना शुरू किया और कहा-जॉनी जॉनी यस पापा, ईटिंग शुगर हाहाहा कहकर खुद ही हंसने लगे। उनसे ऐसा पोयम सुनकर सीएम, मुख्य सचिव व संयुक्त सचिव रजत कुमार समेत सभी खुद को ठहाके लगाने से रोक नहीं सके।
बालिका को कैप, मिडिल स्कूल का आश्वासन
इसी स्कूल में पढ़ने वाली पहली कक्षा की एक बालिका दिपिका को भी मुख्यमंत्री ने गिनती बोलने कहा। इस पर दिपिका ने 20 तक की गिनती बिना रुके सुना दी। इस सीएम ने खुश होकर उसे एक सफेद कैप उपहार में पहनाया। लामपहाड़ के बच्चे 12 किलोमीटर दूर कुटुरवां मिडिल स्कूल जाते हैं। सीएम ने बड़गांव में स्कूल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने शिक्षक से कहा कि यहां की स्थिति ऐसी है कि बच्चे और शिक्षक एक दूसरे से सीखें। एक दूसरे को किताब पढ़ाएं और पढ़कर ज्ञान बढ़ाएं।
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC