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Govt Jobs : Opening

स्कूलों में शिक्षकों के लगभग 25% पद खाली फिर भी शिक्षक हो गए अतिशेष

भास्कर न्यूज |जांजगीर-चांपा जिले के स्कूलों को शिक्षकोें की दरकार है। विषयवार शिक्षकों की कमी से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। शिक्षा विभाग ने जो जानकारी विधान सभा में दी है। उसके अनुसार प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक शिक्षकों की भर्ती की दरकार है, लगभग 25 प्रतिशत पद रिक्त हैं, इन पदों की पूर्ति के लिए पति प|ी बेस पर बाहर से शिक्षक भी बुलाए गए हैं।
189 शिक्षक पंचायत स्थानांतरित होकर आए है उन्हें रिक्त स्थानों में पदस्थ नहीं किया , बल्कि अतिशेष बता दिया गया है।

शिक्षा विभाग के अधिकारी ट्रांसफर व पोस्टिंग तथा नई भर्ती की सही जानकारी जिला पंचायत में भी नहीं देते। उनकी इच्छा होती है तो वे सेटअप के आधार पर शिक्षकों की पदस्थापना कर देते हैं और जब उनकी मर्जी होती है तो छात्र संख्या के आधार पर पदस्थापना कर देते हैं इसी कारण शिक्षक अतिशेष हो जाते हैं। परंतु इस बार तो हद ही हो गई है। शिक्षा विभाग ने जो जानकारी चंद्रपुर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव के सवाल के जवाब में विधानसभा भेजी है। उसके अनुसार शैक्षणिक जिला जांजगीर व सक्ती के प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक की कक्षाओं में शिक्षकों व व्याख्याताओं का नितांत अभाव है। 19 हजार 707 पद जिले के सरकारी स्कूलों के लिए मंजूर हैं, जिसमें 4 हजार 422 पद रिक्त हैं। सबसे अधिक पद हायर सेकंडरी स्कूलों रिक्त है। 50 प्रतिशत विषय शिक्षक हायर सेकंडरी स्कूलों में नहीं हैं। पति प|ी बेस पर 189 लोग स्थानांतरित होकर यहां आए हैं। शिक्षकों की कमी होने के बाद भी विभाग के अधिकारियों ने जांजगीर और सक्ती शैक्षणिक जिला में 300 शिक्षकों को अतिशेष बता दिया है। इससे भ्रष्टाचार की बू आती है और इस बात को बल मिलता है कि ट्रांसफर पोस्टिंग व अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग में जमकर आर्थिक लेनदेन हुआ है। इस मामले को जिला प्रशासन व जिला पंचायत को संज्ञान लेते हुए इन्क्वायरी करनी चाहिए।

विधायक के सवाल पर दिया गया लिखित जवाब की कॉपी।

जांजगीर डीईओ आरएन हीराधर शिक्षकों के इतनी बड़ी संख्या में पद रिक्त होने की जानकारी से अनजान हैं। जब उन्हें यह बताया गया है उनके विभाग ने ही जानकारी विधान सभा में दी है तब वे चौक गए और बोले कि किसने जानकारी भेजी है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, पर उनका यह भी कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में पद रिक्त नहीं है।

डीईओ को नहीं जानकारी

.. तो क्या विधान सभा में दी गई गलत जानकारी

शैक्षणिक जिला जांजगीर के डीईओ आरएन हीराधर के मातहत कर्मचारियों ने ही विधान सभा में सवालों के जवाब दिए होंगे जाहिर है, उन जवाबों पर किसी जिम्मेदार अधिकारी ने ही हस्ताक्षर किया होगा, बहुत संभव है कि विधान सभा में जानकारी उनके ही हस्ताक्षर से गई हो पर अब वे मीडिया से इतनी कमी होने में अनभिज्ञता जता रहे हैं तो क्या शिक्षा विभाग को विभागीय मंत्री का भी डर नहीं है या फिर विभाग के कर्मचारी बिना उनकी जानकारी के गलत जानकारी भेज रहे है।

भास्कर के पास है विस में मंत्री द्वारा दी गई जानकारी की कॉपी

चंद्रपुर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव के सवाल के शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने जो जवाब सदन में दिया उसकी कॉपी दैनिक भास्कर के पास उपलब्ध है। जिसमें बताया गया है कि शैक्षणिक जिला सक्ती और जांजगीर जिले में 1532 प्रायमरी,768 मिडिल,123 हाई स्कूल और 159 हायर सेकंडरी स्कूल संचालित हैं। जिसमें बताया गया है कि किन स्कूलों में कितने पद स्वीकृत व रिक्त हैं। जांजगीर एवम सक्ती अंतर्गत 397 स्कूल विद्युत विहीन, 121 स्कूल पेय जल विहीन,16 स्कूल शौचालय विहीन और 696 स्कूल अहाता विहीन बताए गए है।

यह जानकारी दी गई है विधान सभा में

स्कूलों स्वीकृत पद रिक्त पद

प्रायमरी 7 हजार 932 970

मिडिल स्कूल 5 हजार 331 1201

हाई स्कूल 1167 423

हायर सेकंडरी 4277 1828

19,707 4,422

(नोट- डाटा विधान सभा में मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार)
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