दुर्ग विश्वविद्यालय ने सिलेबस तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा 14 संकायों के लिए गठित 14 अध्ययन मण्डल के 61 सदस्यों की सूची जारी कर दी है। वहीं प्रत्येक अध्ययन मण्डल में विषय विशेषज्ञों के अलावा एक अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया है।
बताया जा रहा है कि अध्ययन मण्डल अपने संकाय से संबंधित विभिन्न विश्वविद्यालयों के सिलेबस की समीक्षा करेंगे और आवश्यकता अनुसार उनमें परिवर्तन कर दुर्ग विश्वविद्यालय का सिलेबस तैयार करेंगे।
उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अप्रैल 2015 में दुर्ग विश्वविद्यालय की स्थापना कर दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव व कवर्धा जिले के कॉलेजों की रविवि के अधिकार से मुक्त किया गया था। जिसके बाद से दुर्ग विश्वविद्यालय के अपने अलग सिलेबस की मांग विद्यार्थियों के बीच उठने लगी थी। लेकिन एक साल होने के बाद भी सिलेबस को लेकर कोई गतिविधि दिखाई नहीं दे रही थी।। लेकिन पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सिलेबस तैयार करने की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। इसे तैयार करने 14 बोर्ड ऑफ स्टडीज का गठन तो कर लिया गया है। लेकिन इसे पूर्ण रुप से तैयार होने में एक साल का समय लग जाएगा। इसके बाद भी कम से कम एक साल नए सिलेबस को लागू नहीं किया जाएगा।
तीन साल का होगा कार्यकाल
दुर्ग विश्वविद्यालय का सिलेबस तैयार करने 14 अध्ययन मंडल का गठन किया गया है। विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के प्रावधान के अनुसार प्रत्येक मंडल में एक अध्यक्ष की नियुक्त भी कुलपति द्वारा कर दी गई है। गठित मण्डल का कार्यकाल तीन साल का रहेगा। डॉ एसके त्रिपाठी, कुलसचिव, दुर्ग विश्वविद्यालय
ये है अध्ययन मंडल की जिम्मेदारी
विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर (यूजी) के कोर्स का सिलेबस सेंटर बोर्ड तैयार करता है। राजभवन द्वारा नामांकित विवि के विषय विशेषज्ञ शामिल होते हैं। तैयार किया गया सिलेबस पाठ्यक्रम में शामिल किया जाता है। जबकि स्नातक स्तर (पीजी) कोर्स का सिलेबस विश्वविद्यालय स्वयं तैयार करता है। इसके लिए विवि के तहत आने वाले कॉलेजों के विषय विशेषज्ञ की संकायवार समिति बनाई जाती है। जिसे बोर्ड ऑफ स्टडीज कहते है। हर मंडल में अधिकतम 7 सदस्य सहित एक अध्यक्ष नियुक्त करने का प्रावधान है।
जानिए, किस मंडल का कौन बनाया गया अध्यक्ष
अध्ययन मण्डल अध्यक्ष संस्थान सदस्य
वाणिज्य डॉ एसएन झा शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
भूगर्भ शस्त्र डॉ श्रीनिवास देशमुख शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 02
भौतिकी डॉ जगजीत कौर शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
गणित डॉ शबनम खान शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
बॉटनी/ माइक्रोबॉयोलॉजी डॉ अनिता महिश्वर शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
भूगोल डॉ रंजना शर्मा शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 04
अर्थशास्त्र डॉ चंद्रिका नाथवानी शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
होम साइंस डॉ अमिता सहगल शास. पाटणकर कन्या महा. दुर्ग 05
समाज शास्त्र डॉ गिरीश सिंह शास. महाविद्यालय बोरी 05
राजनीति शास्त्र डॉ अमित बख्शी शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
इतिहास डॉ चित्ररेखा डहरिया शास. महाविद्यालय, भिलाई 3 05
हिन्दी डॉ श्रद्धा चंद्राकर शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
अंग्रेजी डॉ नीरजा रानी पाठक शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
विधि डॉ नागेंद्र शर्मा सेठ आरसीएस विधि कॉलेज, दुर्ग 04
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उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अप्रैल 2015 में दुर्ग विश्वविद्यालय की स्थापना कर दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव व कवर्धा जिले के कॉलेजों की रविवि के अधिकार से मुक्त किया गया था। जिसके बाद से दुर्ग विश्वविद्यालय के अपने अलग सिलेबस की मांग विद्यार्थियों के बीच उठने लगी थी। लेकिन एक साल होने के बाद भी सिलेबस को लेकर कोई गतिविधि दिखाई नहीं दे रही थी।। लेकिन पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सिलेबस तैयार करने की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। इसे तैयार करने 14 बोर्ड ऑफ स्टडीज का गठन तो कर लिया गया है। लेकिन इसे पूर्ण रुप से तैयार होने में एक साल का समय लग जाएगा। इसके बाद भी कम से कम एक साल नए सिलेबस को लागू नहीं किया जाएगा।
तीन साल का होगा कार्यकाल
दुर्ग विश्वविद्यालय का सिलेबस तैयार करने 14 अध्ययन मंडल का गठन किया गया है। विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के प्रावधान के अनुसार प्रत्येक मंडल में एक अध्यक्ष की नियुक्त भी कुलपति द्वारा कर दी गई है। गठित मण्डल का कार्यकाल तीन साल का रहेगा। डॉ एसके त्रिपाठी, कुलसचिव, दुर्ग विश्वविद्यालय
ये है अध्ययन मंडल की जिम्मेदारी
विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर (यूजी) के कोर्स का सिलेबस सेंटर बोर्ड तैयार करता है। राजभवन द्वारा नामांकित विवि के विषय विशेषज्ञ शामिल होते हैं। तैयार किया गया सिलेबस पाठ्यक्रम में शामिल किया जाता है। जबकि स्नातक स्तर (पीजी) कोर्स का सिलेबस विश्वविद्यालय स्वयं तैयार करता है। इसके लिए विवि के तहत आने वाले कॉलेजों के विषय विशेषज्ञ की संकायवार समिति बनाई जाती है। जिसे बोर्ड ऑफ स्टडीज कहते है। हर मंडल में अधिकतम 7 सदस्य सहित एक अध्यक्ष नियुक्त करने का प्रावधान है।
जानिए, किस मंडल का कौन बनाया गया अध्यक्ष
अध्ययन मण्डल अध्यक्ष संस्थान सदस्य
वाणिज्य डॉ एसएन झा शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
भूगर्भ शस्त्र डॉ श्रीनिवास देशमुख शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 02
भौतिकी डॉ जगजीत कौर शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
गणित डॉ शबनम खान शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
बॉटनी/ माइक्रोबॉयोलॉजी डॉ अनिता महिश्वर शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
भूगोल डॉ रंजना शर्मा शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 04
अर्थशास्त्र डॉ चंद्रिका नाथवानी शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
होम साइंस डॉ अमिता सहगल शास. पाटणकर कन्या महा. दुर्ग 05
समाज शास्त्र डॉ गिरीश सिंह शास. महाविद्यालय बोरी 05
राजनीति शास्त्र डॉ अमित बख्शी शास. दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव 05
इतिहास डॉ चित्ररेखा डहरिया शास. महाविद्यालय, भिलाई 3 05
हिन्दी डॉ श्रद्धा चंद्राकर शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
अंग्रेजी डॉ नीरजा रानी पाठक शास. वीवायटी कॉलेज दुर्ग 05
विधि डॉ नागेंद्र शर्मा सेठ आरसीएस विधि कॉलेज, दुर्ग 04
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