दंतेवाड़ा | जिले में दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल पहुंचते ही तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बार दसवीं की परीक्षा 10 फरवरी से और बारहवीं की परीक्षा 14 फरवरी से शुरू हो रही है। परीक्षा से पहले प्रशासन ने जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों से मॉडल प्रश्नपत्र तैयार करवाया है, जिससे परीक्षार्थियों को लगातार अभ्यास करवाकर तैयारियां परखी जा रही है।
बीते साल जिले में दसवीं बोर्ड का परिणाम 63 फीसदी और बारहवी बोर्ड का 73 फीसदी रहा। इस बार इसमें और भी सुधार के लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। वहीं इस बार शासकीय हायर सेकेंड्री स्कूल बड़े तुमनार और कन्या हायर सेकेंड्री स्कूल को नए परीक्षा केंद्र के तौर पर मंजूरी मिली है। अब कुल 19 परीक्षा केंद्र हो जाएंगे। इस बार दसवीं में 2581 और बारहवीं में 1707 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे।
टेस्ट सीरिज में रखा था नगद पुरस्कार : इस साल पहली बार जिले में बोर्ड कक्षाओं के लिए सत्र की शुरूआत से ही टेस्ट सीरिज का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूल, ब्लॉक और जिला स्तर पर अव्वल आने वालों के लिए नगद इनामी योजना लागू की गई थी। हर टेस्ट में स्कूल स्तर पर प्रथम आने वालों को 500 रुपए, ब्लॉक स्तर पर 3000 रुपए और जिला स्तर पर 5000 रुपए ईनाम दिए गए। अब तक कुल 9 टेस्ट लिए गए।
टेस्ट के जरिए परिणाम का लगातार रिव्यू कर कमजोर प्रदर्शन वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में सुधार लाने की कोशिश की गई है।
दूर-दराज से आने वाले छात्रों को सुविधा
ज्यादा दूरी वाले केंद्रों में कई बार देहाती इलाकों के छात्रों को साधन न मिलने से परेशानी होती है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि बस्तर जिले के 7 ब्लाक के लिहाज से यहां 72 परीक्षा केंद्र काफी है। हालांकि 8 से 10 केंद्र और भी खोले जा सकते हैं।
परीक्षार्थियों के हित में खुलते हैं केंद्र
नए परीक्षा सेंटर खोले जाने के पीछे एक ही मकसद रहता है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा देने अधिक दूर न जाना पड़े। इससे उनके समय की काफी बचत होती है। राजेंद्र झा, जिला शिक्षा अधिकारी
मॉडल प्रश्नपत्र के जरिए बच्चों से तैयारी करवाई जा रही है, ताकि परीक्षा के पहले बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ सके। ईनामी टेस्ट सीरिज से अच्छे नतीजे आए हैं, इसका सकारात्मक असर बोर्ड की तैयारी पर पड़ा है। सुभाष गंजीर, जिला शिक्षा अधिकारी
बीयू के परीक्षार्थी घटे
इस बार बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा में महज 828 परीक्षार्थियों ने ही प्राइवेट फार्म भरा है, जबकि बीते साल 1200 परीथार्थियों ने परीक्षा दी थी। विश्वविद्यालय ने शुरूआत में पीजी कॉलेज के पास कुल 2800 फार्म भेजे जिसमें केवल 1978 फार्म ही बिके। बीते साल बस्तर युनिवर्सिटी की परीक्षा में आए खराब नतीजों के चलते इस बार संख्या घट गई। और कई परीक्षार्थियों ने ओपन यूनिवर्सिटी का विकल्प चुन लिया।
90 फीसदी सिलेबस पूरा
परीक्षा की तैयारियां चल रही है। अभी तक 90 फीसदी पाठ्यक्रम पूरा हो गया है। जल्द ही इसे पूरा कर रिवीजन कराया जाएगा, ताकि तैयारियों में कोई कमी न रहे। डॉ केएम प्रसाद, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय दंतेश्वरी पीजी कॉलेज, दंतेवाड़ा
बीते साल जिले में दसवीं बोर्ड का परिणाम 63 फीसदी और बारहवी बोर्ड का 73 फीसदी रहा। इस बार इसमें और भी सुधार के लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। वहीं इस बार शासकीय हायर सेकेंड्री स्कूल बड़े तुमनार और कन्या हायर सेकेंड्री स्कूल को नए परीक्षा केंद्र के तौर पर मंजूरी मिली है। अब कुल 19 परीक्षा केंद्र हो जाएंगे। इस बार दसवीं में 2581 और बारहवीं में 1707 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे।
टेस्ट सीरिज में रखा था नगद पुरस्कार : इस साल पहली बार जिले में बोर्ड कक्षाओं के लिए सत्र की शुरूआत से ही टेस्ट सीरिज का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूल, ब्लॉक और जिला स्तर पर अव्वल आने वालों के लिए नगद इनामी योजना लागू की गई थी। हर टेस्ट में स्कूल स्तर पर प्रथम आने वालों को 500 रुपए, ब्लॉक स्तर पर 3000 रुपए और जिला स्तर पर 5000 रुपए ईनाम दिए गए। अब तक कुल 9 टेस्ट लिए गए।
टेस्ट के जरिए परिणाम का लगातार रिव्यू कर कमजोर प्रदर्शन वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में सुधार लाने की कोशिश की गई है।
दूर-दराज से आने वाले छात्रों को सुविधा
ज्यादा दूरी वाले केंद्रों में कई बार देहाती इलाकों के छात्रों को साधन न मिलने से परेशानी होती है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि बस्तर जिले के 7 ब्लाक के लिहाज से यहां 72 परीक्षा केंद्र काफी है। हालांकि 8 से 10 केंद्र और भी खोले जा सकते हैं।
परीक्षार्थियों के हित में खुलते हैं केंद्र
नए परीक्षा सेंटर खोले जाने के पीछे एक ही मकसद रहता है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा देने अधिक दूर न जाना पड़े। इससे उनके समय की काफी बचत होती है। राजेंद्र झा, जिला शिक्षा अधिकारी
मॉडल प्रश्नपत्र के जरिए बच्चों से तैयारी करवाई जा रही है, ताकि परीक्षा के पहले बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ सके। ईनामी टेस्ट सीरिज से अच्छे नतीजे आए हैं, इसका सकारात्मक असर बोर्ड की तैयारी पर पड़ा है। सुभाष गंजीर, जिला शिक्षा अधिकारी
बीयू के परीक्षार्थी घटे
इस बार बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा में महज 828 परीक्षार्थियों ने ही प्राइवेट फार्म भरा है, जबकि बीते साल 1200 परीथार्थियों ने परीक्षा दी थी। विश्वविद्यालय ने शुरूआत में पीजी कॉलेज के पास कुल 2800 फार्म भेजे जिसमें केवल 1978 फार्म ही बिके। बीते साल बस्तर युनिवर्सिटी की परीक्षा में आए खराब नतीजों के चलते इस बार संख्या घट गई। और कई परीक्षार्थियों ने ओपन यूनिवर्सिटी का विकल्प चुन लिया।
90 फीसदी सिलेबस पूरा
परीक्षा की तैयारियां चल रही है। अभी तक 90 फीसदी पाठ्यक्रम पूरा हो गया है। जल्द ही इसे पूरा कर रिवीजन कराया जाएगा, ताकि तैयारियों में कोई कमी न रहे। डॉ केएम प्रसाद, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय दंतेश्वरी पीजी कॉलेज, दंतेवाड़ा