Facebook

Govt Jobs : Opening

बोर्ड की कॉपी जांचने रिटायर्ड शिक्षकों से लेंगे मदद

कॉपी जांचने के लिए सभी शिक्षकों का चयन कर आदेश जारी कर दिया गया है। शिक्षकों की कमी जैसी स्थिति तो नहीं बन नही है। लेकिन विषय विशेषज्ञों की संख्या बढ़ानी पड़ सकती है। इसके लिए शासन के आदेश के हिसाब रिटार्यड शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। बीएल कुर्रे, डीईओ


सातवीं तक की परीक्षा 8 से

इधर डीईओ कार्यालय में पहली से चौथी व छठवीं, सातवीं की परीक्षा का भी टाइम टेबल जारी कर दिया है। 8 मार्च से सभी स्कूलों में एक साथ इन कक्षाओं की परीक्षा ली जाएगी। इसके बाद 17 मार्च से पांचवीं व आठवीं बोर्ड की परीक्षा शुरु होनी है। सभी कक्षाओं का परिणाम भी अप्रेल से पहले जारी किया जाना है। इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी स्कूलों को आदेश जारी कर दिया गया है। इस वजह से आने वाले समय में दिक्कत हो सकती है।

भेजा जा रहा डयूटी आदेश

पेपर जांचने चयनित शिक्षकों का आदेश सोमवार से जारी होने लगा है। विभाग सभी 9 ब्लाॅक के शिक्षकों को पत्र भेजकर शिक्षक व सेंटर कोड की जानकारी भेजा जा रहा है। स्टेट स्कूल परिसर में 5 ब्लाक व बल्देव प्रसाद स्कूल में 4 ब्लाक के शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। दोनों केंद्रों में रोज दसवीं-बारहवीं की 6 हजार कापियां जांची जाएगी। इधर बारहवी के लिए इतनी संख्या में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भी कमी बनी हुई है।

विशेषज्ञों से करेंगे संपर्क

कापी जांचने के लिए बड़ी समस्या बारहवीं के लिए बनी हुई है। अलग-अलग विषयों की जितनी कापियां जिले में पहुंचने वाली है, इतनी संख्या में विषय विशेषज्ञों की व्यवस्था विभाग के पास नहीं है। ऐसे में रिटायर्ड विषय विशेषज्ञों से इसके लिए संपर्क किया जाएगा। रिटायर्ड शिक्षकों को 7 से 8 रुपए प्रति कॉपी के हिसाब से मानदेय देकर कॉपी जांचने का काम दिया जाएगा। इसी दर से दसवीं की कापियां भी जांची जाएंगी।

भास्कर न्यूज|राजनांदगांव

दसवीं-बारहवीं बोर्ड की कापियां 6 मार्च से जांचनी शुरु हो जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग के माध्यम से करीब 350 शिक्षकों को डयूटी की सूचना दी गई है। लेकिन स्कूलों में स्थानीय परीक्षाएं भी संचालित होनी है। ऐसे में अगर कोई स्कूल अपने शिक्षकों कॉपी जांचने की अनुमति नहीं देता,तो रिटायर्ड विषय विशेषज्ञों को इसी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी कर विभाग को सभी रिटायर्ड शिक्षकों की सूची तैयार करने कहा है। इसके अलावा इन शिक्षकों से भी संपर्क कर कॉपी जांचने के लिए राजी करने की जिम्मेदारी दी है। काॅपी जांचने शहर में दो केंद्र बनाए गए है ,इनमें करीब 350 शिक्षकों की डयूटी लगेगी। अगर कॉपियां छोटे जिलों से पहुंची तो यह संख्या काफी होगी। लेकिन अगर बड़े जिले के परीक्षार्थियों की कॉपी पहुंचती है, तो इतने शिक्षकों की यह संख्या कम साबित होगी।

रिलीव ही नहीं कर रहे

इसके अलावा स्थानीय परीक्षाओं व परिणाम तैयार करने के लिए भी ज्यादातर स्कूल अपने शिक्षकों को बोर्ड की कॉपी जांचने रिलीव नहीं कर रहे है। ऐसे में कॉपी जांचने इस दफे बड़ी संख्या में रिटायर्ड शिक्षकों काे भी जिम्मेदारी दी जा सकती है। मंडल पहली दफे कॉपी जांचने यह विकल्प तैयार किया है। 

Recent in Fashion

Random Posts

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();