सहायक शिक्षकों को समयमान वेतनमान के बदले क्रमोन्नत वेतनमान दिलाने की मांग को लेकर शनिवार को छग शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल सीएम डॉ. रमन सिंह से मिला। व्याख्याता संवर्ग के विसंगतिपूर्ण समयमान वेतनमान का निराकरण करने तथा टी संवर्ग के पदोन्नत व्याख्याताओं के काउंसिलिंग प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण कराने जैसी लंबित मांगों पर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की।
संघ के जिलाध्यक्ष वायके दिल्लीवार, सचिव आरडी डड़सेना, कोषाध्यक्ष रूपलाल धरेन्द्र ने बताया कि शिक्षक संघ सभी संवर्गो की तरह सहायक शिक्षकों को समयमान वेतनमान की समयावधि के गणना अनुरूप क्रमोन्नत वेतनमान देने संघर्षरत रहा है। सचिव डड़सेना ने बताया कि प्रांताध्यक्ष सुधीर गौतम के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से भेंटकर लंबित आदेश जारी कराने ध्यान आकृष्ट कराया। जिसमें सहायक शिक्षक को प्रथम क्रमोन्नत 10 वर्ष बाद तथा द्वितीय क्रमोन्नत 20 वर्ष बाद देने का आदेश जारी कराने में सफल रहा। इससे शिक्षकों को लाभ होगा जिसका असर सातवें वेतनमान पर पड़ेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने 600 रुपए गतिरोध भत्ता को वेतन में शामिल करने टी संवर्ग एवं शिक्षा विभाग के सभी रिक्त पदों पर इसी सत्र में पदोन्नत करने, व्याख्याता संवर्ग के विसंगतिपूर्ण समयमान वेतनमान का निराकरण करने समेत अन्य मांगों पर सीएम से चर्चा की।
दल्लीराजहरा. सीएम से चर्चा करते शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल।
काउंसिलिंग प्रक्रिया में व्यवधान से निराशा
पूर्व में टी संवर्ग में 1643 शिक्षकों को पदोन्नत किया गया। बाद में उसे निरस्त करते हुए 1842 शिक्षकों का पदोन्नत सूची जारी की गई। जिस पर शिक्षक संघ ने आपत्ति दर्ज की। इस कारण लगभग 6171 शिक्षकों का पुन: आदेश जारी किया गया। इस प्रकार लगभग 2459 शिक्षकों का सूची जारी कराने में शिक्षक संघ सफल रहा। वीके देशमुख, वेदप्रकाश यदु, पुराणिक सिन्हा, विश्राम यादव, दशरथ लाल साहू ने कांउसिलिंग प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
संघ के जिलाध्यक्ष वायके दिल्लीवार, सचिव आरडी डड़सेना, कोषाध्यक्ष रूपलाल धरेन्द्र ने बताया कि शिक्षक संघ सभी संवर्गो की तरह सहायक शिक्षकों को समयमान वेतनमान की समयावधि के गणना अनुरूप क्रमोन्नत वेतनमान देने संघर्षरत रहा है। सचिव डड़सेना ने बताया कि प्रांताध्यक्ष सुधीर गौतम के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से भेंटकर लंबित आदेश जारी कराने ध्यान आकृष्ट कराया। जिसमें सहायक शिक्षक को प्रथम क्रमोन्नत 10 वर्ष बाद तथा द्वितीय क्रमोन्नत 20 वर्ष बाद देने का आदेश जारी कराने में सफल रहा। इससे शिक्षकों को लाभ होगा जिसका असर सातवें वेतनमान पर पड़ेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने 600 रुपए गतिरोध भत्ता को वेतन में शामिल करने टी संवर्ग एवं शिक्षा विभाग के सभी रिक्त पदों पर इसी सत्र में पदोन्नत करने, व्याख्याता संवर्ग के विसंगतिपूर्ण समयमान वेतनमान का निराकरण करने समेत अन्य मांगों पर सीएम से चर्चा की।
दल्लीराजहरा. सीएम से चर्चा करते शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल।
काउंसिलिंग प्रक्रिया में व्यवधान से निराशा
पूर्व में टी संवर्ग में 1643 शिक्षकों को पदोन्नत किया गया। बाद में उसे निरस्त करते हुए 1842 शिक्षकों का पदोन्नत सूची जारी की गई। जिस पर शिक्षक संघ ने आपत्ति दर्ज की। इस कारण लगभग 6171 शिक्षकों का पुन: आदेश जारी किया गया। इस प्रकार लगभग 2459 शिक्षकों का सूची जारी कराने में शिक्षक संघ सफल रहा। वीके देशमुख, वेदप्रकाश यदु, पुराणिक सिन्हा, विश्राम यादव, दशरथ लाल साहू ने कांउसिलिंग प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।