जासं, नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अब साल में एक बार ही केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) का आयोजन करेगा। इसके लिए सीबीएसई ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) और नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) को प्रस्ताव भेजा था, जिस पर दोनों ने सहमति जताई है।
एक से आठ तक की कक्षाओं में शिक्षकों को नियुक्ति के लिए सीबीएसई पहले साल में दो बार सीटेट आयोजित करवाता था। इसमें प्रत्येक वर्ष तकरीबन नौ लाख अभ्यर्थी शामिल होते थे। इसके अलावा सीबीएसई जेईई-मेन और नीट समेत कई अन्य बड़ी परीक्षाओं का भी आयोजन भी करता है। इन सभी परीक्षाओं के बोझ का हवाला देते हुए सीबीएसई ने पिछले दिनों एमएचआरडी को प्रस्ताव भेजा था। इसमें सीटेट और नेट परीक्षा को साल में एक बार आयोजित कराने का प्रस्ताव दिया गया था। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी बड़ी परीक्षाएं साल में एक बार आयोजित की जाती हैं, लेकिन सिर्फ सीटेट और नेट का ही आयोजन साल में दो बार किया जाता है। यह दोनों ही परीक्षाएं बड़े पैमाने पर आयोजित की जाती हैं और इनके संचालन में अधिक संसाधन की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि सीबीएसई अधिकारियों के प्रस्ताव पर एमएचआरडी और (एनसीटीई) ने निर्णय लिया कि सीटेट परीक्षा को साल भर में एक ही बार आयोजित किया जाना चाहिए।
एक से आठ तक की कक्षाओं में शिक्षकों को नियुक्ति के लिए सीबीएसई पहले साल में दो बार सीटेट आयोजित करवाता था। इसमें प्रत्येक वर्ष तकरीबन नौ लाख अभ्यर्थी शामिल होते थे। इसके अलावा सीबीएसई जेईई-मेन और नीट समेत कई अन्य बड़ी परीक्षाओं का भी आयोजन भी करता है। इन सभी परीक्षाओं के बोझ का हवाला देते हुए सीबीएसई ने पिछले दिनों एमएचआरडी को प्रस्ताव भेजा था। इसमें सीटेट और नेट परीक्षा को साल में एक बार आयोजित कराने का प्रस्ताव दिया गया था। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी बड़ी परीक्षाएं साल में एक बार आयोजित की जाती हैं, लेकिन सिर्फ सीटेट और नेट का ही आयोजन साल में दो बार किया जाता है। यह दोनों ही परीक्षाएं बड़े पैमाने पर आयोजित की जाती हैं और इनके संचालन में अधिक संसाधन की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि सीबीएसई अधिकारियों के प्रस्ताव पर एमएचआरडी और (एनसीटीई) ने निर्णय लिया कि सीटेट परीक्षा को साल भर में एक ही बार आयोजित किया जाना चाहिए।