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School education: गलत जानकारी दी तो प्रायवेट स्कूलों की मान्यता होगी खत्म

बालोद. इस सत्र जिला शिक्षा विभाग ने लापरवाह निजी स्कूल संचालकों पर कार्रवाई के मूड में है। इसके लिए अभी से जिले के सभी 189 निजी स्कूल संचालकों को नोटिस जारी कर दिया है। संचालकों को अब अपने स्कूल में विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में सही-सही जानकारी देनी होगी।
जो संचालक झूठी व गलत रिपोर्ट देगा और जिला शिक्षा अधिकारी की मॉनीटरिंग टीम को पता चली तो तत्काल स्कूल बंद करने की कार्रवाई करेगी। इसके लिए विभाग ने जिला स्तरीय मॉनीटरिंग टीम गठित कर दिया है।

189 निजी स्कूलों से शिक्षा विभाग ने जवाब मांगा
जिला शिक्षा अधिकारी बीआर ध्रुव ने बताया कि जिले में कुल 189 निजी स्कूल है। इन स्कूलों से शिक्षा विभाग ने जवाब मांगा है कि स्कूल खोलने के 3 साल बाद आखिर संस्था ने किया क्या? सुविधाएं बच्चों को दिए हैं या नहीं को देखा जाएगा। बताया जाता है कि नए स्कूल खोलने के बाद शासन उसके विकास के लिए 3 साल का समय देता है। पर ऐसा अक्सर नहीं होता। संचालक मोटी कमाई व लंबी फीस लेकर बच्चों को ठेंगा दिखाते दिखे हैं।

प्रशिक्षित को देना होगा प्रतिदिन 150 रुपए या इससे अधिक
विभागीय जानकारी के मुताबिक शिक्षा निजी स्कूल संचालकों की लापरवाही सहने वाली नहीं है। डीईओ ने कहा कि कई निजी स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षक भी उपेक्षित रहते हंै। इन स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों को भी सम्मान जनक मानदेय देना होगा। झूठी जानकारी देने वाले संचालकों पर भी कार्रवाई की जाएगी। स्कूल बंद कर उक्त स्कूल के बच्चों को शासकीय स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।

विभाग की लापरवाही व सही मॉनीटरिंग नहीं
जिले के निजी स्कूलों में इस साल सबसे कम बच्चों को आरटीई के तहत प्रवेश दिया गया है। जिले के निजी स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत मात्र 220 बच्चों को ही प्रवेश दिया गया है। ये बच्चे गरीब वर्ग के रहते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बीते साल शिक्षा के अधिकार के तहत 661 बच्चों को प्रवेश दिया गया था। हलांकि शिक्षा विभाग द्वारा कम बच्चे प्रवेश लेने के पीछे शासन द्वारा मार्च माह में ही आदेश आ जाने के बात को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पर विभाग की लापरवाही व सही मॉनीटरिंग नहीं होने के कारण इस साल कम बच्चों को लाभ मिला।

ये है जांच के मापदंड
स्कूल में क्या-क्या मूलभूत सुविधा है। आरटीई का पालन हो रहा है कि नहीं। स्कूल में शौचालयों की स्थिति। स्वयं का भवन है कि नहीं। वाहन एक्ट का पालन हो रहा है कि नहीं। प्रशिक्षित शिक्षक है कि नहीं।

जिले में निजी स्कूलों की स्थिति
बालोद- 43
गुरुर- 29
गुण्डरदेही- 48
डौण्डीलोहारा 41
डौण्डी- 24

कुल 189

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