भास्कर न्यूज | जांजगीर-चांपा जिले के स्कूलों में पदस्थ शिक्षक पंचायत सवर्ग द्वारा अपने संगठनों के
आह्वान पर आरपार की लड़ाई की योजना बनाई गई है। लंबे समय से विभिन्न मांगों
को लेकर आंदोलन किया जा रहा है, संगठन के नेताओं का आरोप है कि सरकार हर
बार उनकी मांगों को अनसुनी कर देती है।
इस बार संगठनों के चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तो 20 नवंबर से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे पहले जिले के 10 हजार शिक्षाकर्मी 30 अक्टूबर को स्कूलों का बहिष्कार कर आंदोलन में शामिल होंगे।
इस दिन जिले के शिक्षक पंचायत संवर्ग अपनी शाला का बहिष्कार कर अपने अपने ब्लॉक मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे। छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ, शालेय शिक्षाकर्मी संघ, नवीन शिक्षाकर्मी संघ एवं अन्य संघ के जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी, ब्लॉक कार्यकारिणी के शिक्षक इस धरने में शामिल होंगे।
जिले के सभी नौ ब्लॉकों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिले के अधिकांश स्कूलों में प्रधान पाठकों की जिम्मेदारी भी शिक्षक पंचायत संवर्ग के लोग ही संभाल रहे हैं। 30 अक्टूबर को तो सामूहिक रूप से बहिष्कार करेंगे वहीं 20 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी है। समान कार्य के लिए समान वेतन, क्रमोन्नत वेतनमान पर सातवां वेतनमान देने सहित नौ मांगों पर आंदोलन किया जा रहा है।
सामूहिक रूप से स्कूल का बहिष्कार करने पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षाकर्मियों पर क्या कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जिला प्रशासन के अधिकारियों को नहीं मालूम। अधिकारी राज्य शासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
इस बार संगठनों के चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तो 20 नवंबर से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे पहले जिले के 10 हजार शिक्षाकर्मी 30 अक्टूबर को स्कूलों का बहिष्कार कर आंदोलन में शामिल होंगे।
इस दिन जिले के शिक्षक पंचायत संवर्ग अपनी शाला का बहिष्कार कर अपने अपने ब्लॉक मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे। छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ, शालेय शिक्षाकर्मी संघ, नवीन शिक्षाकर्मी संघ एवं अन्य संघ के जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी, ब्लॉक कार्यकारिणी के शिक्षक इस धरने में शामिल होंगे।
जिले के सभी नौ ब्लॉकों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिले के अधिकांश स्कूलों में प्रधान पाठकों की जिम्मेदारी भी शिक्षक पंचायत संवर्ग के लोग ही संभाल रहे हैं। 30 अक्टूबर को तो सामूहिक रूप से बहिष्कार करेंगे वहीं 20 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी है। समान कार्य के लिए समान वेतन, क्रमोन्नत वेतनमान पर सातवां वेतनमान देने सहित नौ मांगों पर आंदोलन किया जा रहा है।
सामूहिक रूप से स्कूल का बहिष्कार करने पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षाकर्मियों पर क्या कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जिला प्रशासन के अधिकारियों को नहीं मालूम। अधिकारी राज्य शासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।