एजुकेशन रिपोर्टर | बिलासपुर अटल यूनिवर्सिटी प्रदेश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी बन गई है। इस
यूनिवर्सिटी में संबद्ध 179 कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में 2 लाख रेगुलर व
प्राइवेट छात्र अध्ययनरत हैं। इसमें रेगुलर छात्रों की संख्या लगभग 1 लाख
है।
इन छात्रों को पढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी के नियम के अनुसार 30 छात्र पर एक शिक्षक होना चाहिए। ऐसे में छात्रों को पढ़ाने के लिए लगभग 3 हजार 334 शिक्षक होने चाहिए। वहीं प्राचार्य अलग से होने चाहिए। यूनिवर्सिटी ने अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण को 2017-18 में जो आंकड़ा भेजा है, उसमें 2628 शिक्षक हैं। ऐसे में 706 शिक्षक कम हैं। यूनिवर्सिटी के इस आंकड़े के बाद भी 10 कॉलेजों में प्राचार्य और शिक्षक नहीं हैं। छात्रों को पढ़ाने के लिए कॉलेजों में शिक्षक नहीं है। परीक्षा के समय ड्यूटी करने कॉलेज बाहर से लोगों को हायर करना पड़ता है। उत्तरपुस्तिका जांचने के लिए भी यूनिवर्सिटी को शिक्षक नहीं मिल रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी से संबद्ध 179 कॉलेज में 62 शासकीय और 113 प्राइवेट व 4 अनुदान प्राप्त कॉलेज हैं। इसमें 42 बीएड कॉलेज हैं जिनमें 41 प्राइवेट और 1 शासकीय हैं। इन कॉलेजों में रेगुलर 1 लाख से ऊपर छात्र अध्ययनरत हैं। प्रथम वर्ष में ही लगभग 50 हजार सीटें हो गई हैं। इन सीटों पर इस वर्ष यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन एडमिशन लिया है। इस बार भी यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजों को निर्देश जारी किया था कि जितने रेगुलर छात्रों की सीट है, उतने ही प्राइवेट छात्रों का एडमिशन लेना है। प्राइवेट छात्रों का पोर्टल खुलते ही, सभी कॉलेजों की सीटें भर गईं।
उत्तरपुस्तिकाएं भी नहीं चेक हाे पा रहीं, इसके कारण समय से रिजल्ट नहीं हो रहा जारी
चल रही है भर्ती प्रक्रिया
अटल यूनिवर्सिटी की सहायक कुलसचिव नेहा यादव का कहना है कि सभी कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती करने समय-समय पर पत्र जारी किया जाता है। कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती चल रही है।
इस सत्र में इतने छात्र ने दी थी परीक्षा
सत्र छात्र
2015-16 1 लाख 63 हजार
2016-17 1 लाख 56 हजार 500
2017-18 1 लाख 59 हजार
बिना प्राचार्य व शिक्षक के चल रहे हैं कॉलेज
नए सत्र में यूनिवर्सिटी ने 4 शासकीय और 6 प्राइवेट कॉलेजों को संबद्धता दी है। शासकीय कॉलेज में शासकीय नवीन कॉलेज बिर्रा, जिला जांजगीर, शासकीय नवीन कॉलेज नगरदा जिला जांजगीर, शासकीय नवीन कॉलेज अमोरा जिला मुंगेली और शासकीय नवीन कॉलेज जटगा जिला कोरबा शामिल हैं। वहीं प्राइवेट कॉलेज में आरडीएस कॉलेज उमरिया, ओपी शर्मा कॉलेज, एसएस कॉलेज रायगढ़, कॉलेज ऑफ एजुकेशन रायगढ़, सिद्धार्थ कॉलेज सहित अन्य हैं। इन कॉलेजों में प्राचार्य और शिक्षक दोनों की नियुक्ति नहीं की गई है।
यूनिवर्सिटी केवल हर तीन महीने में पत्र जारी करती है
यूनिवर्सिटी सभी कॉलेजों को हर तीन महीने में पत्र जारी कर प्राचार्य और शिक्षकों की भर्ती करने के लिए कहती है। परिनियम-28 के तहत भर्ती हुए शिक्षकों की जानकारी व बैंक डिटेल मांगती है। अधिकांश कॉलेज नहीं देते हैं। इसके बाद भी यूनिवर्सिटी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि यूनिवर्सिटी ने डीएलएस कॉलेज प्राचार्य नहीं होने से एडमिशन में रोक लगा दी थी। वहीं कई कॉलेज ऐसे हैं, पर किसी पर भी यूनिवर्सिटी कार्रवाई नहीं की है। कुलपति प्रो. जीडी शर्मा केवल कॉलेजों में शिक्षकों होने का दावा करते हैं।
इन छात्रों को पढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी के नियम के अनुसार 30 छात्र पर एक शिक्षक होना चाहिए। ऐसे में छात्रों को पढ़ाने के लिए लगभग 3 हजार 334 शिक्षक होने चाहिए। वहीं प्राचार्य अलग से होने चाहिए। यूनिवर्सिटी ने अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण को 2017-18 में जो आंकड़ा भेजा है, उसमें 2628 शिक्षक हैं। ऐसे में 706 शिक्षक कम हैं। यूनिवर्सिटी के इस आंकड़े के बाद भी 10 कॉलेजों में प्राचार्य और शिक्षक नहीं हैं। छात्रों को पढ़ाने के लिए कॉलेजों में शिक्षक नहीं है। परीक्षा के समय ड्यूटी करने कॉलेज बाहर से लोगों को हायर करना पड़ता है। उत्तरपुस्तिका जांचने के लिए भी यूनिवर्सिटी को शिक्षक नहीं मिल रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी से संबद्ध 179 कॉलेज में 62 शासकीय और 113 प्राइवेट व 4 अनुदान प्राप्त कॉलेज हैं। इसमें 42 बीएड कॉलेज हैं जिनमें 41 प्राइवेट और 1 शासकीय हैं। इन कॉलेजों में रेगुलर 1 लाख से ऊपर छात्र अध्ययनरत हैं। प्रथम वर्ष में ही लगभग 50 हजार सीटें हो गई हैं। इन सीटों पर इस वर्ष यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन एडमिशन लिया है। इस बार भी यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजों को निर्देश जारी किया था कि जितने रेगुलर छात्रों की सीट है, उतने ही प्राइवेट छात्रों का एडमिशन लेना है। प्राइवेट छात्रों का पोर्टल खुलते ही, सभी कॉलेजों की सीटें भर गईं।
उत्तरपुस्तिकाएं भी नहीं चेक हाे पा रहीं, इसके कारण समय से रिजल्ट नहीं हो रहा जारी
चल रही है भर्ती प्रक्रिया
अटल यूनिवर्सिटी की सहायक कुलसचिव नेहा यादव का कहना है कि सभी कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती करने समय-समय पर पत्र जारी किया जाता है। कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती चल रही है।
इस सत्र में इतने छात्र ने दी थी परीक्षा
सत्र छात्र
2015-16 1 लाख 63 हजार
2016-17 1 लाख 56 हजार 500
2017-18 1 लाख 59 हजार
बिना प्राचार्य व शिक्षक के चल रहे हैं कॉलेज
नए सत्र में यूनिवर्सिटी ने 4 शासकीय और 6 प्राइवेट कॉलेजों को संबद्धता दी है। शासकीय कॉलेज में शासकीय नवीन कॉलेज बिर्रा, जिला जांजगीर, शासकीय नवीन कॉलेज नगरदा जिला जांजगीर, शासकीय नवीन कॉलेज अमोरा जिला मुंगेली और शासकीय नवीन कॉलेज जटगा जिला कोरबा शामिल हैं। वहीं प्राइवेट कॉलेज में आरडीएस कॉलेज उमरिया, ओपी शर्मा कॉलेज, एसएस कॉलेज रायगढ़, कॉलेज ऑफ एजुकेशन रायगढ़, सिद्धार्थ कॉलेज सहित अन्य हैं। इन कॉलेजों में प्राचार्य और शिक्षक दोनों की नियुक्ति नहीं की गई है।
यूनिवर्सिटी केवल हर तीन महीने में पत्र जारी करती है
यूनिवर्सिटी सभी कॉलेजों को हर तीन महीने में पत्र जारी कर प्राचार्य और शिक्षकों की भर्ती करने के लिए कहती है। परिनियम-28 के तहत भर्ती हुए शिक्षकों की जानकारी व बैंक डिटेल मांगती है। अधिकांश कॉलेज नहीं देते हैं। इसके बाद भी यूनिवर्सिटी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि यूनिवर्सिटी ने डीएलएस कॉलेज प्राचार्य नहीं होने से एडमिशन में रोक लगा दी थी। वहीं कई कॉलेज ऐसे हैं, पर किसी पर भी यूनिवर्सिटी कार्रवाई नहीं की है। कुलपति प्रो. जीडी शर्मा केवल कॉलेजों में शिक्षकों होने का दावा करते हैं।