रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में रविवार को अभ्यर्थियों को परीक्षा केंन्द्र में प्रवेश लेने पर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुछ केन्द्र सुरक्षा का हवाला देते हुए महिला अभ्यर्थियों के चप्पल, जूते और पर्स के साथ-साथ मंगलसूत्र उतारने की बात कही।
महिला अभ्यर्थियों के विरोध करने पर हंगामा खड़ा हो गया। अभ्यर्थियों के परिजनों ने पुलिस को शिकायत की। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने के लिए स्कूल प्रबंधन को राजी किया।
पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा स्थित वॉयकान स्कल में सीटेट की परीक्षा का केन्द्र बनाया गया था, जहां नियमों का हवाला देते हुए परीक्षा में प्रवेश देने से पहले महिला अभ्यर्थियों के मंगलसूत्र उतरवाने पर जोर दिया। परीक्षा देने पहुंचीं महिलाओं से चेकिंग के दौरान उनके मंगलसूत्र उतारने की बात कही गई। महिलाओं ने इस बात से इंकार किया। मौके पर पहुंचे परिजन और प्रबंधन के बीच हंगामा होने लगा। अभ्यर्थियों की शिकायत को सुनकर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन को अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति देने को कहा।
दो पलियों में हुई परीक्षा
सीटेट परीक्षा दो पलियों में आयोजित की गई। इसमें पहली पारी में 5286 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 4344 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली में 5406 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें 4484 अभ्यर्थी शामिल हुए। पहला पेपर प्राथिमिक कक्षाओं की जुड़े विषयों पर हुआ। वहीं दूसरा पेपर माध्यमिक कक्षाओं से जुड़े विषयों के प्रश्न पूछे गए।
सीटेट में ये हुआ बदलाव
- सीटेट परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी का सर्टिफिकेट सात साल के लिए योग्य होगा।
- केन्द्रीय विद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों के पदों के लिए सर्टिफिकेट मान्य होगा।
केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में रविवार को अभ्यर्थियों को परीक्षा केंन्द्र में प्रवेश लेने पर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुछ केन्द्र सुरक्षा का हवाला देते हुए महिला अभ्यर्थियों के चप्पल, जूते और पर्स के साथ-साथ मंगलसूत्र उतारने की बात कही।
महिला अभ्यर्थियों के विरोध करने पर हंगामा खड़ा हो गया। अभ्यर्थियों के परिजनों ने पुलिस को शिकायत की। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने के लिए स्कूल प्रबंधन को राजी किया।
पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा स्थित वॉयकान स्कल में सीटेट की परीक्षा का केन्द्र बनाया गया था, जहां नियमों का हवाला देते हुए परीक्षा में प्रवेश देने से पहले महिला अभ्यर्थियों के मंगलसूत्र उतरवाने पर जोर दिया। परीक्षा देने पहुंचीं महिलाओं से चेकिंग के दौरान उनके मंगलसूत्र उतारने की बात कही गई। महिलाओं ने इस बात से इंकार किया। मौके पर पहुंचे परिजन और प्रबंधन के बीच हंगामा होने लगा। अभ्यर्थियों की शिकायत को सुनकर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन को अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति देने को कहा।
सीटेट परीक्षा दो पलियों में आयोजित की गई। इसमें पहली पारी में 5286 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 4344 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली में 5406 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें 4484 अभ्यर्थी शामिल हुए। पहला पेपर प्राथिमिक कक्षाओं की जुड़े विषयों पर हुआ। वहीं दूसरा पेपर माध्यमिक कक्षाओं से जुड़े विषयों के प्रश्न पूछे गए।
- सीटेट परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी का सर्टिफिकेट सात साल के लिए योग्य होगा।