रायपुर. सीबीएसई की ओर से रविवार को हुई सीटेट (CTET)
में राजधानी के एक स्कूल में चेकिंग के नाम पर जमकर हंगामा हुआ। स्कूल में
परीक्षकों ने नियमों का हवाला देते हुए महिला परीक्षार्थियों के मंगलसूत्र
तक उतरवा दिए। इसके बाद महिलाएं और अन्य परीक्षार्थी भड़क गए। उन्होंने इस
संबंध में विधानसभ थाने में मामला दर्ज कराया है।
चेकिंग के नाम पर चूड़ियां और अन्य गहने भी उतरवा दिए
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दरअसल, सीबीएसई की ओर से रविवार को देश भर में सीटीईटी का आयोजन किया गया था। इसके लिए अलग-अलग 92 शहरों में केंद्र बनाए गए हैं। राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र स्थित वायकॉन स्कूल में भी परीक्षा का केंद्र बनाया गया था।
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यहां पर सुबह जब अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे तो उनकी चेकिंग की गई। इस दौरान वहां कई विवाहित महिलाएं भी परीक्षा देने के लिए आई थीं। परीक्षकों ने चेकिंग के नाम पर उनकी चूड़ियां और अन्य गहने उतरवा दिए। इसके बाद जब मंगलसूत्र भी उतारने को कहा गया ताे हंगामा हो गया।
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अभ्यर्थियों का कहना है कि मंगलसूत्र निकालने से उनकी भावनाएं आहात हुई है। नियम ऐसा नहीं है और प्रवेश पत्र में भी ऐसा कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल या अन्य उपकरणों को लेकर हटाने की बात समझ आती है, लेकिन मंगलसूत्र को क्यों हटवाया गया।
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इसको लेकर अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया। पहले तो परीक्षकों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन परीक्षार्थी जब शांत नहीं हुए तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने समझाइश कर परीक्षार्थियों को शांत कराया। हालांकि इसको लेकर महिला परीक्षार्थी ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं पुलिस का कहना है कि स्कूल प्रबंधन का बयान आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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सीबीएसई हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन कराता है। सीटेट के जरिए उम्मीदवारों को कक्षा 1 से 5 तक के लिए प्राथमिक शिक्षक की नियुक्ति के लिए पात्रता प्रमाणपत्र और कक्षा 6 से 8 के लिए उच्च प्राथमिक शिक्षक प्रमाण पत्र प्राप्त होता है। पिछले दो सालों से सीटीईटी परीक्षा नहीं हुई थी।
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सीटीईटी के लिए 22 नवंबर को एडमिट कार्ड जारी किया गया था। इस बार सीबीएसई ने योग्यता की शर्त में बदलाव किया था। सीटेट क्वॉलीफाई सर्टिफिकेट की वैलेडिटी 7 साल है और यह परीक्षा के नतीजे जारी होने की तारीख से गिनी जाती है।