छत्तीसगढ़ी की सबसे बड़ी अटल यूनिवर्सिटी पिछले 3 साल से नॉन टीचिंग के 53
पदों पर भर्ती नहीं कर पा रही है। हर साल यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा विभाग से
भर्ती करने की अनुमति तो लेती है, लेकिन उसके बाद भूल जाती है।
यूनिवर्सिटी 53 पदों पर भर्ती के लिए 7 हजार 438 बेरोजगारों से आवेदन के
नाम पर 22 लाख 31 हजार 400 रुपए वसूल चुकी है, फिलहाल इसका ब्याज खा रही
है।
छात्रों की मांग पर भी यूनिवर्सिटी उनके पैसे वापस नहीं कर रही है। भर्ती नहीं होने के कारण यूनिवर्सिटी के प्रमुख विभागों का जिम्मा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों पर है। इधर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी जनवरी से लेकर अप्रैल तक तीन बार पत्र लिखकर अटल यूनिवर्सिटी से अपने कर्मचारियों काे लौैटाने की मांग कर चुकी है। सीयू के पत्र में लिखा है कि एयू के कुलपति ने जो पत्र भेजा है, उसमें कुछ सही निर्णय नहीं है।
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी पर 179 कॉलेजों के लगभग 2 लाख छात्रों की जिम्मेदारी है। वर्तमान में यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा और कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा हैं। यूनिवर्सिटी में कर्मचारी की कमी है। परीक्षा, गोपनीय, स्टोर, एकेडमिक सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और एडहॉक पर कार्यरत कर्मचारियों पर है। यूनिवर्सिटी ने 3 साल पहले 53 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे। आवेदन शुल्क के नाम पर बेरोजगारों से 22 लाख 31 हजार 400 रुपए भी वसूल किए गए, लेकिन अब तक भर्ती नहीं कर सकी है। अब ऐसे में सीयू ने फिर अपने कर्मचारी मुश्ताक अली, प्रदीप सिंह, पीके भारत, आरएस ठाकुर, रामकुमार साहू, एसएल भारद्वाज को अटल यूनिवर्सिटी को वापस मांगा है।
22 लाख 31 हजार का ब्याज मिल रहा
53 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन के साथ प्रोग्रामर पद के लिए जनरल व ओबीसी को 700 और अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग को 400 रुपए देने थे। वहीं अन्य पदों के लिए सामान्य व ओबीसी को 500 और अनुसूचित जाति व जनजाति को 250 रुपए देने थे। यूनिवर्सिटी को लगभग 22 लाख 31 हजार 400 रुपए मिले। अटल यूनिवर्सिटी इसका ब्याज ले रही है, पर दो साल में परीक्षा नहीं ले सकी है।
भर्ती करने मांगी गई है अनुमति
अटल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा ने कहा कि नॉन टीचिंग पद और शिक्षकों के पदों की भर्ती करने उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति मांगी गई है। भर्ती की तैयारी भी चल रही है। जल्द ही भर्ती की जाएगी।
एजुकेशन रिपोर्टर | बिलासपुर
छत्तीसगढ़ी की सबसे बड़ी अटल यूनिवर्सिटी पिछले 3 साल से नॉन टीचिंग के 53 पदों पर भर्ती नहीं कर पा रही है। हर साल यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा विभाग से भर्ती करने की अनुमति तो लेती है, लेकिन उसके बाद भूल जाती है। यूनिवर्सिटी 53 पदों पर भर्ती के लिए 7 हजार 438 बेरोजगारों से आवेदन के नाम पर 22 लाख 31 हजार 400 रुपए वसूल चुकी है, फिलहाल इसका ब्याज खा रही है। छात्रों की मांग पर भी यूनिवर्सिटी उनके पैसे वापस नहीं कर रही है। भर्ती नहीं होने के कारण यूनिवर्सिटी के प्रमुख विभागों का जिम्मा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों पर है। इधर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी जनवरी से लेकर अप्रैल तक तीन बार पत्र लिखकर अटल यूनिवर्सिटी से अपने कर्मचारियों काे लौैटाने की मांग कर चुकी है। सीयू के पत्र में लिखा है कि एयू के कुलपति ने जो पत्र भेजा है, उसमें कुछ सही निर्णय नहीं है।
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी पर 179 कॉलेजों के लगभग 2 लाख छात्रों की जिम्मेदारी है। वर्तमान में यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा और कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा हैं। यूनिवर्सिटी में कर्मचारी की कमी है। परीक्षा, गोपनीय, स्टोर, एकेडमिक सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और एडहॉक पर कार्यरत कर्मचारियों पर है। यूनिवर्सिटी ने 3 साल पहले 53 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे। आवेदन शुल्क के नाम पर बेरोजगारों से 22 लाख 31 हजार 400 रुपए भी वसूल किए गए, लेकिन अब तक भर्ती नहीं कर सकी है। अब ऐसे में सीयू ने फिर अपने कर्मचारी मुश्ताक अली, प्रदीप सिंह, पीके भारत, आरएस ठाकुर, रामकुमार साहू, एसएल भारद्वाज को अटल यूनिवर्सिटी को वापस मांगा है।
इन विभागों के काम संभाल रहे कर्मचारी
सीयू ने अटल यूनिवर्सिटी से अपने 6 कर्मचारी वापस मांगे हैं। वे प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। इसमें मुश्ताक अली एडमिनिस्ट्रेटिव का काम देख रहे हैं। प्रदीप सिंह परीक्षा विभाग प्रभारी हैं। वे हर दिन सैकड़ों छात्रों की परेशानियों का समाधान करते हैं। इसके अलावा आरएस ठाकुर अकादमी विभाग, रामकुमार साहू पात्रता विभाग, पीके भारत गोपनीय विभाग, एसएल भारद्वाज स्टोर संभाल रहे हैं।
छात्रों की मांग पर भी यूनिवर्सिटी उनके पैसे वापस नहीं कर रही है। भर्ती नहीं होने के कारण यूनिवर्सिटी के प्रमुख विभागों का जिम्मा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों पर है। इधर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी जनवरी से लेकर अप्रैल तक तीन बार पत्र लिखकर अटल यूनिवर्सिटी से अपने कर्मचारियों काे लौैटाने की मांग कर चुकी है। सीयू के पत्र में लिखा है कि एयू के कुलपति ने जो पत्र भेजा है, उसमें कुछ सही निर्णय नहीं है।
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी पर 179 कॉलेजों के लगभग 2 लाख छात्रों की जिम्मेदारी है। वर्तमान में यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा और कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा हैं। यूनिवर्सिटी में कर्मचारी की कमी है। परीक्षा, गोपनीय, स्टोर, एकेडमिक सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और एडहॉक पर कार्यरत कर्मचारियों पर है। यूनिवर्सिटी ने 3 साल पहले 53 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे। आवेदन शुल्क के नाम पर बेरोजगारों से 22 लाख 31 हजार 400 रुपए भी वसूल किए गए, लेकिन अब तक भर्ती नहीं कर सकी है। अब ऐसे में सीयू ने फिर अपने कर्मचारी मुश्ताक अली, प्रदीप सिंह, पीके भारत, आरएस ठाकुर, रामकुमार साहू, एसएल भारद्वाज को अटल यूनिवर्सिटी को वापस मांगा है।
22 लाख 31 हजार का ब्याज मिल रहा
53 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन के साथ प्रोग्रामर पद के लिए जनरल व ओबीसी को 700 और अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग को 400 रुपए देने थे। वहीं अन्य पदों के लिए सामान्य व ओबीसी को 500 और अनुसूचित जाति व जनजाति को 250 रुपए देने थे। यूनिवर्सिटी को लगभग 22 लाख 31 हजार 400 रुपए मिले। अटल यूनिवर्सिटी इसका ब्याज ले रही है, पर दो साल में परीक्षा नहीं ले सकी है।
भर्ती करने मांगी गई है अनुमति
अटल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा ने कहा कि नॉन टीचिंग पद और शिक्षकों के पदों की भर्ती करने उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति मांगी गई है। भर्ती की तैयारी भी चल रही है। जल्द ही भर्ती की जाएगी।
एजुकेशन रिपोर्टर | बिलासपुर
छत्तीसगढ़ी की सबसे बड़ी अटल यूनिवर्सिटी पिछले 3 साल से नॉन टीचिंग के 53 पदों पर भर्ती नहीं कर पा रही है। हर साल यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा विभाग से भर्ती करने की अनुमति तो लेती है, लेकिन उसके बाद भूल जाती है। यूनिवर्सिटी 53 पदों पर भर्ती के लिए 7 हजार 438 बेरोजगारों से आवेदन के नाम पर 22 लाख 31 हजार 400 रुपए वसूल चुकी है, फिलहाल इसका ब्याज खा रही है। छात्रों की मांग पर भी यूनिवर्सिटी उनके पैसे वापस नहीं कर रही है। भर्ती नहीं होने के कारण यूनिवर्सिटी के प्रमुख विभागों का जिम्मा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों पर है। इधर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी जनवरी से लेकर अप्रैल तक तीन बार पत्र लिखकर अटल यूनिवर्सिटी से अपने कर्मचारियों काे लौैटाने की मांग कर चुकी है। सीयू के पत्र में लिखा है कि एयू के कुलपति ने जो पत्र भेजा है, उसमें कुछ सही निर्णय नहीं है।
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी पर 179 कॉलेजों के लगभग 2 लाख छात्रों की जिम्मेदारी है। वर्तमान में यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा और कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा हैं। यूनिवर्सिटी में कर्मचारी की कमी है। परीक्षा, गोपनीय, स्टोर, एकेडमिक सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी और एडहॉक पर कार्यरत कर्मचारियों पर है। यूनिवर्सिटी ने 3 साल पहले 53 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे। आवेदन शुल्क के नाम पर बेरोजगारों से 22 लाख 31 हजार 400 रुपए भी वसूल किए गए, लेकिन अब तक भर्ती नहीं कर सकी है। अब ऐसे में सीयू ने फिर अपने कर्मचारी मुश्ताक अली, प्रदीप सिंह, पीके भारत, आरएस ठाकुर, रामकुमार साहू, एसएल भारद्वाज को अटल यूनिवर्सिटी को वापस मांगा है।
इन विभागों के काम संभाल रहे कर्मचारी
सीयू ने अटल यूनिवर्सिटी से अपने 6 कर्मचारी वापस मांगे हैं। वे प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। इसमें मुश्ताक अली एडमिनिस्ट्रेटिव का काम देख रहे हैं। प्रदीप सिंह परीक्षा विभाग प्रभारी हैं। वे हर दिन सैकड़ों छात्रों की परेशानियों का समाधान करते हैं। इसके अलावा आरएस ठाकुर अकादमी विभाग, रामकुमार साहू पात्रता विभाग, पीके भारत गोपनीय विभाग, एसएल भारद्वाज स्टोर संभाल रहे हैं।