राज्य स्तरीय तबादले के लिए आवेदन करने की तिथि खत्म हो गई है। अब आवेदनों
का परीक्षण शुरू किया गया है। इस तबादले में सबसे ज्यादा आवेदन दूसरे जिले
से यहां आने वालों की है।
राज्य स्तरीय तबादले के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 22 जुलाई थी। इस स्तर के तबादले के लिए प्राचार्य, व्याख्याता, व्याख्याता एलबी, उच्च वर्ग शिक्षक, उच्च वर्ग शिक्षक एलबी ने तबादले के लिए आवेदन जमा किए है। इनके आवेदनों का परीक्षण आज से डीईओ कार्यालय में शुरू किया गया है। किस जिले में कितने पद रिक्त हैं इसकी जानकारी लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर ने पहले ही मंगवा ली है। दुर्ग जिले में आने के लिए आवेदन करने वालों में 95 प्रतिशत शिक्षक एलबी हैं। जब इनकी शिक्षाकर्मी के रूप में भर्ती हुई तो दूसरे जिलों में नियुक्ति हो गई। उसके बाद राज्य स्तर पर तबादला उन्हीं शिक्षाकर्मियों की हो पा रही थी पति-प|ी प्रकरण हो या फिर गंभीर बीमारी व दिव्यांग की श्रेणी में आते हों। पहली बार सामान्य शिक्षकों के तबादले हो रहे हैं।
दीगर जिले से आने वाले ज्यादा
विभागीय सूत्रों के मुताबिक दीगर जिले से दुर्ग जिले में आने के लिए ज्यादातर आवेदन शिक्षकों ने किया है। दुर्ग जिले में प्राचार्य के 16 पद, व्याख्याता के 165 पद और उच्च वर्ग शिक्षक के 186 पद खाली हैं। इस तरह यहां 367 खाली पदों पर तबादले के लिए आवेदन शिक्षकों ने जमा किए हैं। इन पदों में तबादले के लिए दुर्ग जिले से कुल 135 आवेदन जमा हुए हैं। वहीं दीगर जिले से यहां आने के लिए करीब 300 शिक्षकों ने आवेदन किया है। इस तरह रिक्त पदों से ज्यादा आवेदन होने की वजह से तबादले के लिए मारामारी की नौबत आ गई है।
राज्य स्तरीय तबादले के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 22 जुलाई थी। इस स्तर के तबादले के लिए प्राचार्य, व्याख्याता, व्याख्याता एलबी, उच्च वर्ग शिक्षक, उच्च वर्ग शिक्षक एलबी ने तबादले के लिए आवेदन जमा किए है। इनके आवेदनों का परीक्षण आज से डीईओ कार्यालय में शुरू किया गया है। किस जिले में कितने पद रिक्त हैं इसकी जानकारी लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर ने पहले ही मंगवा ली है। दुर्ग जिले में आने के लिए आवेदन करने वालों में 95 प्रतिशत शिक्षक एलबी हैं। जब इनकी शिक्षाकर्मी के रूप में भर्ती हुई तो दूसरे जिलों में नियुक्ति हो गई। उसके बाद राज्य स्तर पर तबादला उन्हीं शिक्षाकर्मियों की हो पा रही थी पति-प|ी प्रकरण हो या फिर गंभीर बीमारी व दिव्यांग की श्रेणी में आते हों। पहली बार सामान्य शिक्षकों के तबादले हो रहे हैं।
दीगर जिले से आने वाले ज्यादा
विभागीय सूत्रों के मुताबिक दीगर जिले से दुर्ग जिले में आने के लिए ज्यादातर आवेदन शिक्षकों ने किया है। दुर्ग जिले में प्राचार्य के 16 पद, व्याख्याता के 165 पद और उच्च वर्ग शिक्षक के 186 पद खाली हैं। इस तरह यहां 367 खाली पदों पर तबादले के लिए आवेदन शिक्षकों ने जमा किए हैं। इन पदों में तबादले के लिए दुर्ग जिले से कुल 135 आवेदन जमा हुए हैं। वहीं दीगर जिले से यहां आने के लिए करीब 300 शिक्षकों ने आवेदन किया है। इस तरह रिक्त पदों से ज्यादा आवेदन होने की वजह से तबादले के लिए मारामारी की नौबत आ गई है।