स्कूली बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने स्कूल शिक्षा विभाग
द्वारा राज्य स्तरीय आकलन परीक्षा(अर्धवार्षिक) शुरू कर दी गई है। बीते 9
तारीख से शुरू हुई यह परीक्षा 14 दिसंबर तक चलेगी।
बुधवार को कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक की परीक्षा हुई। दो दिन में हुए परीक्षा के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन शुरू हो गया। लेकिन यहां समस्या यह हैं कि मूल्यांकन करने के बाद बच्चों के अंकों को कहा कैसे एंट्री करना है? इस संबंध में कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है। वहीं डीईओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार अक्टूबर माह में हुए त्रैमासिक परीक्षा में प्राप्त किए अंकों को मोबाइल एप के माध्यम से एंट्री किया गया था। इस बार के अर्धवार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर कोई निर्देश नहीं होने के कारण असमंजस की स्थिति हैं। परीक्षा में कक्षा पहली एवं दूसरी के प्रश्नपत्र रंगीन, आकर्षक एवं चित्रात्मक बनाए गए हैं। वहीं डीईओ केएल महिलांगे ने बताया कि परीक्षा सीधे राज्य स्तर पर आयोजित की जा रहीं, ऐसे में मोबाइल एप में नंबर की एंट्री किए जाने संबंधित आदेश राज्य स्तर पर जारी होगा।
परीक्षा में बच्चों को शामिल करने गांव में मुनादी: विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को परीक्षा में शामिल कराने ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी कराई जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा पालकों और विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति जागरूकता लाने कई प्रयास किए जा रहे है। बच्चों की सीखने-सिखाने की पद्धतियों को भी आकर्षक एवं रोचक बनाया गया है ताकि अधिक से अधिक बच्चे जुड़ें।
बुधवार को कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक की परीक्षा हुई। दो दिन में हुए परीक्षा के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन शुरू हो गया। लेकिन यहां समस्या यह हैं कि मूल्यांकन करने के बाद बच्चों के अंकों को कहा कैसे एंट्री करना है? इस संबंध में कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है। वहीं डीईओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार अक्टूबर माह में हुए त्रैमासिक परीक्षा में प्राप्त किए अंकों को मोबाइल एप के माध्यम से एंट्री किया गया था। इस बार के अर्धवार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर कोई निर्देश नहीं होने के कारण असमंजस की स्थिति हैं। परीक्षा में कक्षा पहली एवं दूसरी के प्रश्नपत्र रंगीन, आकर्षक एवं चित्रात्मक बनाए गए हैं। वहीं डीईओ केएल महिलांगे ने बताया कि परीक्षा सीधे राज्य स्तर पर आयोजित की जा रहीं, ऐसे में मोबाइल एप में नंबर की एंट्री किए जाने संबंधित आदेश राज्य स्तर पर जारी होगा।
परीक्षा में बच्चों को शामिल करने गांव में मुनादी: विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को परीक्षा में शामिल कराने ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी कराई जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा पालकों और विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति जागरूकता लाने कई प्रयास किए जा रहे है। बच्चों की सीखने-सिखाने की पद्धतियों को भी आकर्षक एवं रोचक बनाया गया है ताकि अधिक से अधिक बच्चे जुड़ें।