हरपाल सिंह खुंटे/रायगढ़. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में लगातार बारिश हो रही है. पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. महानदी अपने रौद्र रूप में नजर आ रही है. महानदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में रायगढ़ के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हैं. रायगढ़ जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ ग्रस्त इलाकों में स्कूल भवनों को अस्थाई राहत शिविर बना दिया है. इसके बाद इन स्कूलों में बच्चों को छुट्टी दे दी गई है. 16, 17 और 18 अगस्त को रायगढ़ जिले के बरमकेला और पुसौर ब्लाक के बाढ़ प्रभावित और जहां राहत शिविर बनाए गए हैं उन स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया गया है.
रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू ने जिला शिक्षा अधिकारी को आदेशित करते हुए कहा है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के स्कूली बच्चों को छुट्टी दे दी जाए. यहां कार्यरत शिक्षक, सफाई कर्मी और रसोईया सभी को बाढ़ से राहत के लिए बनाए गए शिविर में ड्यूटी लगा दी गई है. एसडीआरएफ और नगर सेना की टीम के साथ स्थानीय लोगों की रेस्क्यू और व्यवस्था बनाने के लिए स्कूली कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है. आगामी एक दो दिनों में यहां हालात बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है, लेकिन फिलहाल कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. लोगों को भी सतर्क रहने कहा गया है.
67 गांव अलर्ट पर
रायगढ़ में लगातार बारिश के बाद अलग-अलग ब्लाक के 67 गांवों को अलर्ट मोड
पर रखा गया है. 29 गांव में बाढ़ के हालात बने हैं. सरिया के 22 गांव, 5
पुसौर और 2 सारंगढ़ के.. छिछोरउमरिया, पडीगांव और टिमरलगा मे राहत शिविर
बनाए गए हैं. पिहरा, नौघटा, बरगांव, पोरथ, नदिगाव, पड़ीगांव जैसे 2 दर्जन से
अधिक महानदी के तट के गांव बाढ़ की चपेट मे हैं. इन गांवों में विशेष ध्यान
रखने के निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अलर्ट मोड पर
होने का दावा किया है.