इस्पात टाइम्स/रायगढ़। कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने आज सृजन सभाकक्ष में सर्वशिक्षा अभियान एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर शैक्षणिक गतिविधियों की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, शैक्षणिक संकुल समन्वयक, सीएसी को स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण करने की हिदायत दी। उन्होंने अधिकारियों को शालाओं के निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता एवं बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी।
कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि समय पर स्कूल न आने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की जाए।
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के प्रति शिक्षकों की अहम जिम्मेदारी है, इसमें कोताही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में शिक्षा अधिकारियों को 30 सितम्बर को प्रत्येक शाला में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आम सभा का आयोजन करने के निर्देश दिए। उस दिन जन प्रतिनिधियों के समक्ष यू-डाईस भरने की कार्रवाई एवं भरने के बाद उसे पढ़कर सुनाना भी है, उसके पश्चात उसमें उपस्थित लोगों का पंजी में हस्ताक्षर भी करवाना सुनिश्चित करें एवं शिक्षामंत्री के निदेर्शानुसार इस वर्ष सभी स्कूलों में मोबाईल एवं नशामुक्त विद्यालय बनाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत स्कूलों में उनका संदेश वाचन का पालन सुनिश्चित किया जाना है।
कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर ग्रेडिंग किए जाने की प्रक्रिया अपनाई गई है। स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता ग्रेडिंग के आधार पर सी एवं डी ग्रेडिंग की मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता एवं गणवेश वितरण के बारे में विस्तार से जानकारी ली एवं बच्चों को स्कूलों में मीनू के आधार पर मध्यान्ह भोजन संचालन करने के साथ ही किचन शेड एवं खाद्यान्न सामग्री को साफ-सुथरा रखने एवं बच्चों को भोजन से पहले हाथ धोने के लिए स्वच्छता के प्रति जागरूक करें एवं स्कूलों में छुट्टी के पहले बच्चों को दो मिष्ठान, नमकीन व बिस्कुट को वितरित करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्कूलों में शौचालय निर्माण के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली तथा आवश्यकता के अनुरूप शौचालय निर्माण का प्राक्कलन शिक्षा विभाग को भिजवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सभी शिक्षकों का वेतन हर माह एक तारीख को उनके खाते में जमा करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि शासन के आदेशानुसार शिक्षकों का अटैचमेन्ट न हो, इसका कड़ाई से पालन किया जाए।
सीएसी को प्रत्येक माह स्कूल का निरीक्षण करने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई, शिक्षकों की अनिवार्यत: उपस्थिति एवं शौचालय की उपयोगिता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया एवं स्कूलों में शिक्षकों को बच्चों को विशेषकर सामान्न ज्ञान की जानकारी अनिवार्य रूप से देने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए निर्धारित डे्रस कोड का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से जिला शिक्षा सूचना प्रणाली के तहत आंकड़ा संग्रह प्रपत्र डीसीएफ के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई एवं प्रपत्र को कैसे भरा जाता है इसके बारे में विस्तार से बताया गया। इस प्रपत्र में स्कूल से संबंधित सामान्य जानकारी, विद्यालय का कोड, विद्यालय का नाम, ब्लाक, संकुल केन्द्रों का नाम, ग्राम पंचायत, विद्यालय की श्रेणी, विधानसभा का क्षेत्र, विद्यालय प्रबंध विकास समिति का विवरण, विद्यालय में भवन, उपकरण, फर्नीचर सुविधाएं, शिक्षक तथा अंशकालीन इंस्ट्रक्टर प्रधान पाठक / प्राचार्य का विवरण, परीक्षा परिणाम की जानकारी दी जानी है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीलेश क्षीरसागर, सहायक कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी, जिला शिक्षा अधिकारी मनीन्द्र श्रीवास्तव, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक रमेश देवांगन, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं शैक्षणिक समन्वयक गण उपस्थित थे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि समय पर स्कूल न आने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की जाए।
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के प्रति शिक्षकों की अहम जिम्मेदारी है, इसमें कोताही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में शिक्षा अधिकारियों को 30 सितम्बर को प्रत्येक शाला में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आम सभा का आयोजन करने के निर्देश दिए। उस दिन जन प्रतिनिधियों के समक्ष यू-डाईस भरने की कार्रवाई एवं भरने के बाद उसे पढ़कर सुनाना भी है, उसके पश्चात उसमें उपस्थित लोगों का पंजी में हस्ताक्षर भी करवाना सुनिश्चित करें एवं शिक्षामंत्री के निदेर्शानुसार इस वर्ष सभी स्कूलों में मोबाईल एवं नशामुक्त विद्यालय बनाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत स्कूलों में उनका संदेश वाचन का पालन सुनिश्चित किया जाना है।
कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर ग्रेडिंग किए जाने की प्रक्रिया अपनाई गई है। स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता ग्रेडिंग के आधार पर सी एवं डी ग्रेडिंग की मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता एवं गणवेश वितरण के बारे में विस्तार से जानकारी ली एवं बच्चों को स्कूलों में मीनू के आधार पर मध्यान्ह भोजन संचालन करने के साथ ही किचन शेड एवं खाद्यान्न सामग्री को साफ-सुथरा रखने एवं बच्चों को भोजन से पहले हाथ धोने के लिए स्वच्छता के प्रति जागरूक करें एवं स्कूलों में छुट्टी के पहले बच्चों को दो मिष्ठान, नमकीन व बिस्कुट को वितरित करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्कूलों में शौचालय निर्माण के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली तथा आवश्यकता के अनुरूप शौचालय निर्माण का प्राक्कलन शिक्षा विभाग को भिजवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सभी शिक्षकों का वेतन हर माह एक तारीख को उनके खाते में जमा करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि शासन के आदेशानुसार शिक्षकों का अटैचमेन्ट न हो, इसका कड़ाई से पालन किया जाए।
सीएसी को प्रत्येक माह स्कूल का निरीक्षण करने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई, शिक्षकों की अनिवार्यत: उपस्थिति एवं शौचालय की उपयोगिता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया एवं स्कूलों में शिक्षकों को बच्चों को विशेषकर सामान्न ज्ञान की जानकारी अनिवार्य रूप से देने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए निर्धारित डे्रस कोड का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से जिला शिक्षा सूचना प्रणाली के तहत आंकड़ा संग्रह प्रपत्र डीसीएफ के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई एवं प्रपत्र को कैसे भरा जाता है इसके बारे में विस्तार से बताया गया। इस प्रपत्र में स्कूल से संबंधित सामान्य जानकारी, विद्यालय का कोड, विद्यालय का नाम, ब्लाक, संकुल केन्द्रों का नाम, ग्राम पंचायत, विद्यालय की श्रेणी, विधानसभा का क्षेत्र, विद्यालय प्रबंध विकास समिति का विवरण, विद्यालय में भवन, उपकरण, फर्नीचर सुविधाएं, शिक्षक तथा अंशकालीन इंस्ट्रक्टर प्रधान पाठक / प्राचार्य का विवरण, परीक्षा परिणाम की जानकारी दी जानी है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीलेश क्षीरसागर, सहायक कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी, जिला शिक्षा अधिकारी मनीन्द्र श्रीवास्तव, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक रमेश देवांगन, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं शैक्षणिक समन्वयक गण उपस्थित थे।
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