कोरबा (निप्र)। शिक्षकों की कमी से जूझ रहे फारसवानी हायर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने सोमवार को कक्षा का बहिष्कार कर दिया। शिक्षक की नियुक्ति के लिए कलेक्टर से शिकायत करने के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं किए जाने से विद्यार्थियों में आक्रोश व्याप्त है। विद्यार्थियों का कहना है कि जब तक शिक्षक की नियुक्ति नहीं की जाती, तब तक कक्षा बहिष्कार अनवरत जारी रहेगा।
फारसवानी हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल की दशा में लंबे समय से सुधार नहीं हो सका है। विद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने कक्षा का बहिष्कार कर परिसर में ही बैठे रहे। विद्यार्थियों का कहना है कि शिक्षक की कमी से वैसे भी खाली पीरियड के कारण कक्षा में बैठे रहते थे। अब विरोध के तौर पर कक्षा के बाहर बैठेंगे। उल्लेखनीय है कि शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यालय में नियुक्ति करने की बजाय यहां पदस्थ शिक्षक को एपीओ लोक साक्षरता विभाग में पदस्थ कर दिया गया। इस आशय का हवाला देते हुए शाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष व क्षेत्रीय जनपद सदस्य झामलाल साहू ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए सतीश प्रकाश को पुनः विद्यालय में नियुक्त करने की मांग की थी। जनपद सदस्य का कहना है कि शिक्षक सतीश प्रकाश की नियुक्ति लोक साक्षरता एपीओ के पद पर किया जाना नियम विरूद्ध है। समिति अध्यक्ष श्री साहू ने कलेक्टर से शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया था कि स्कूल में पहले से ही भौतिक, रसायन व गणित विषय के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। ऐसे में एकमात्र बायोलॉजी विषय के शिक्षक सतीश प्रकाश की नियुक्ति एपीओ के पद पर किया जाना उपयुक्त नहीं है। शाला प्रबंध समिति अध्यक्ष के अलावा शिक्षकों की कमी से त्रस्त होकर विद्यार्थियों ने भी कलेक्टर से शिकायत की थी। विद्यार्थियों का कहना है कि शिक्षक की कमी को नजरअंदाज किया जा रहा है। स्कूल में बायोलॉजी की पढ़ाई हिंदी शिक्षिका से कराई जा रही है। विषय शिक्षक की बजाय दीगर विषय के शिक्षकों से वैकल्पिक पढ़ाई कराने की महज खानापूर्ति से विद्यार्थी विगत कई वर्षों से जूझ रहे हैं। विद्यार्थियों का यह भी कहना कि शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थी परीक्षा में असफल हो रहे हैं।
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बीईओ की समझाइश नहीं आई काम
कक्षा बहिष्कार की सूचना मिलते ही शिक्षा अधिकारी डीके कौशिक ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी विजय लहरे को विद्यालय भेजा। इस दौरान श्री लहरे ने बच्चों को समझाइश देते हुए कहा कि उनकी मांगें जायज है। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने की बात पर विद्यार्थी अड़े रहे। उनका कहना है कि जब तक विद्यालय में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जाती तब तक बहिष्कार अनवरत जारी रहेगा।
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विद्यार्थियों को समझाइश दी गई है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शिक्षकों नियुक्ति करने के लिए विद्यार्थियों को आश्वस्त किया गया है। जब भी काउंसिलिंग होगी वरीयता के साथ विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
- विजय लहरे, विकासखंड शिक्षा अधिकारी
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शिक्षकों की कमी से कई वर्षों से विद्यालय जूझ रहा है। शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने की बजाय पदस्थ शिक्षक को अन्यत्र नियुक्त करना छात्र हित में नहीं है। शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।
- झामलाल साहू, अध्यक्ष, शाला प्रबंध समिति, फारसवानी
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