बालोद. बड़े त्यौहारों में से एक रंगपंचमी होली के पहले वेतन के लिए शासन-प्रशासन ने प्रयास नहीं किया इस कारण जिले के स्कूलों में कार्यरत शिक्षाकर्मियों की होली फीकी रहेगी। आवंटन जारी होने में देरी के कारण उनेका वेतन नहीं पहुंच पाया। मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और सुस्ती सामने आई है।
ट्रेजरी में बिल नहीं हुआ जमा
मामले में शिक्षाकर्मियों ने जानकारी दी कि सर्व शिक्षा अभियान व नगरीय निकाय वालों का ही फरवरी का वेतन जमा है। 1000 शिक्षाकर्मियों में से 800 से ज्यादा वेतन से वंचित हैं। इसका कारण बिल ट्रेजरी में जमा नहीं हो सका। नगरीय निकाय व 8 वर्ष से कम वाले शिक्षाकर्मियों का ही वेतन जमा है। शिक्षा विभाग आरएमएस के लगभग 800 शिक्षाकर्मी वेतन से वंचित हो गए।
डौण्डी क्षेत्र के अलग-अलग वर्ग हुए वंचित
ब्लॉक के कुल 994 शिक्षाकर्मी में से सिर्फ 149 एसएसए को ही वेतन प्राप्त हुआ। बिल ट्रेजरी नहीं पहुंच सका इसलिए बाकी वंचित हुए। वहीं गुंडरदेही के 962 शिक्षाकर्मियों में से सिर्फ 100 शिक्षाकर्मी (एसएसएमद) को ही वेतन प्राप्त हुआ। सवा करोड़ का बिल ट्रेजरी में फंसा है। डौंडीलोहारा एसएसए मद के ही शिक्षाकर्मी को मिला वेतन। 1000 शिक्षकर्मी वेतन से वंचित है।
5000 शिक्षाकर्मियों के परिवार हुए परेशान
होली त्यौहार में भी वेतन भुगतान न हो पाने से जिला बालोद के 5000 से ज्यादा शिक्षाकर्मी वेतन से वंचित हो गए। इससे उनके परिवार में निराशा है। वहीं छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप साहू, उपाध्यक्ष ललिता यादव, केपी साहू, आरके खरांशु, प्रवक्ता पुरन भेसले, ब्लॉक अध्यक्ष सूरज गोपाल गंगबेर (गुरुर), बीरबल देशमुख (डौण्डीलोहारा), राजेंद्र देशमुख (गुंडरदेही), मोहन तारम (डौण्डी), रघुनन्दन गंगबोइर (उपाध्यक्ष बालोद) ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। एक ओर जहां अल्पवेतन भोगी शिक्षाकर्मी से शासन व प्रशासन बहुत ज्यादा अपेक्षाएं रखती है व अपेक्षाओं पर खरा भी उतरे हैं, वहीं दूसरी ओर होली जैसे त्यौहार पर वेतन न मिलना घोर निराशाजन स्थिति है।
ट्रेजरी में बिल नहीं हुआ जमा
मामले में शिक्षाकर्मियों ने जानकारी दी कि सर्व शिक्षा अभियान व नगरीय निकाय वालों का ही फरवरी का वेतन जमा है। 1000 शिक्षाकर्मियों में से 800 से ज्यादा वेतन से वंचित हैं। इसका कारण बिल ट्रेजरी में जमा नहीं हो सका। नगरीय निकाय व 8 वर्ष से कम वाले शिक्षाकर्मियों का ही वेतन जमा है। शिक्षा विभाग आरएमएस के लगभग 800 शिक्षाकर्मी वेतन से वंचित हो गए।
डौण्डी क्षेत्र के अलग-अलग वर्ग हुए वंचित
ब्लॉक के कुल 994 शिक्षाकर्मी में से सिर्फ 149 एसएसए को ही वेतन प्राप्त हुआ। बिल ट्रेजरी नहीं पहुंच सका इसलिए बाकी वंचित हुए। वहीं गुंडरदेही के 962 शिक्षाकर्मियों में से सिर्फ 100 शिक्षाकर्मी (एसएसएमद) को ही वेतन प्राप्त हुआ। सवा करोड़ का बिल ट्रेजरी में फंसा है। डौंडीलोहारा एसएसए मद के ही शिक्षाकर्मी को मिला वेतन। 1000 शिक्षकर्मी वेतन से वंचित है।
5000 शिक्षाकर्मियों के परिवार हुए परेशान
होली त्यौहार में भी वेतन भुगतान न हो पाने से जिला बालोद के 5000 से ज्यादा शिक्षाकर्मी वेतन से वंचित हो गए। इससे उनके परिवार में निराशा है। वहीं छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप साहू, उपाध्यक्ष ललिता यादव, केपी साहू, आरके खरांशु, प्रवक्ता पुरन भेसले, ब्लॉक अध्यक्ष सूरज गोपाल गंगबेर (गुरुर), बीरबल देशमुख (डौण्डीलोहारा), राजेंद्र देशमुख (गुंडरदेही), मोहन तारम (डौण्डी), रघुनन्दन गंगबोइर (उपाध्यक्ष बालोद) ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। एक ओर जहां अल्पवेतन भोगी शिक्षाकर्मी से शासन व प्रशासन बहुत ज्यादा अपेक्षाएं रखती है व अपेक्षाओं पर खरा भी उतरे हैं, वहीं दूसरी ओर होली जैसे त्यौहार पर वेतन न मिलना घोर निराशाजन स्थिति है।