रायपुर। शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत मिली
सीटों पर पालक दाखिला कराने से कतरा रहे हैं। लगातार दूसरी बार शिक्षा
विभाग ने दाखिले की तारीख बढ़ाई है। अब 27 जून तक आरटीई के तहत पालक अपने
बच्चों का दाखिला करा सकते हैं। बताया जाता है कि 10 हजार से अधिक पालकों
को जो सीट आवंटित हुई है, वह पसंद ही नहीं है। लिहाजा पालक दाखिला ही नहीं
कराना चाहते।
इधर, निर्धारित समय पर बच्चों का दाखिला नहीं कराने के मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक एस. प्रकाश ने इसके पहले 16 जिलों के अफसरों को नोटिस देकर जवाब मांगा था। इनमें रायगढ़, कोरबा, जांजगीर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायपुर, कांकेर, बस्तर, दंतेवाड़ा, सरगुजा, जशपुर, बीजापुर, बालोद, महासमुंद, बेमेतरा और मुंगेली शामिल हैं।
एस.
प्रकाश ने बताया कि प्रवेश नहीं लेने पर उनका आवंटन रद हो जाएगा। इसके बाद
द्वितीय चरण की कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी। बता दें कि स्कूल शिक्षा
विभाग की ओर से फ्री एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार (शिक्षा का अधिकार)
अधिनियम के तहत पात्रता अनुसार बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाने पर जोर
दिया जा रहा है। इसके लिए लगातार प्रयास किए गए हैं।
इतने को सीट आवंटित
वर्तमान
शिक्षा सत्र में 48 हजार 668 बच्चों को स्कूलों में प्रवेश कराने के लिए
सीट आवंटित हुई है। पिछले वर्ष 40 हजार 254 बच्चों को प्रवेश दिलाया गया
था। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सात हजार 765 अधिक बच्चों को प्रवेश
दिलाने का कार्य किया जा रहा है। 10 हजार 547 विद्यार्थियों को प्रवेश
दिलाना बाकी है।
इधर, निर्धारित समय पर बच्चों का दाखिला नहीं कराने के मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक एस. प्रकाश ने इसके पहले 16 जिलों के अफसरों को नोटिस देकर जवाब मांगा था। इनमें रायगढ़, कोरबा, जांजगीर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायपुर, कांकेर, बस्तर, दंतेवाड़ा, सरगुजा, जशपुर, बीजापुर, बालोद, महासमुंद, बेमेतरा और मुंगेली शामिल हैं।
इतने को सीट आवंटित