रायपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ में 9
अधिकारियों के 15 ठिकानों पर छापे की बड़ी कार्रवाई की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनुपातहीन संपत्ति के मामले में की गई छापे की
इस कार्रवाई में 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। प्रदेशभर में 7
जिलों में सुबह से ही यह कार्रवाई चल रही है।
जिन अधिकारियों के खिलाफ छापे की कार्रवाई की गई है, उनमें एमएल पांडेय,
एडिशनल डायरेक्टर समाज कल्याण विभाग, रामेश्वर प्रसाद वर्मा, एसडीओ
फारेस्ट, कोरिया, श्रवणसिंह को-ऑपरेटिव सोसायटी, जांजगीर चांपा, एके तंबोली
सहायक खाद्य अधिकारी, शालिगराम वर्मा, कृषि विभाग, डॉ. पुनीत सेठ, भिलाई
(सूर्या विहार), सुभाष गंजीर, जिला शिक्षा अधिकारी, दंतेवाड़ा, प्रदीप
गुप्ता और अविनाश गुंजाल, बिलासपुर।
छापे की कार्रवाई बस्तर, कोरिया, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, दुर्ग और
रायपुर जिलों में की गई है। बताया जाता है कि एसीबी के दल में 10 डीएसपी और
25 टीआई शामिल हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी के यहां नकदी और दस्तावेज मिले : दंतेवाड़ा
में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष गंजीर के घर छापे की कार्रवाई में
जगदलपुर स्थित उनके बड़े भाई के आवास में आठ लाख 71 हजार रुपए नकद मिले हैं।
एसीबी सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा दंतेवाड़ा में भी छापे के दौरान नगदी
समेत लाखों रुपए मूल्य की संपत्ति संबंधी दस्तातेज मिले हैं। गंजीर के गृह
ग्राम धनपुंजी स्थित मकान में भी एसीबी के अधिकारी पहुंचे हैं।
दंतेवाड़ा में जिला शिक्षा कार्यालय के नजदीक ही उसका सरकारी आवास है।
गंजीर के जगदलपुर में वृंदावन कालोनी में भी आलीशान मकान बनाया हुआ है। इन
सभी स्थानों पर छापे की कार्रवाई एक साथ की गई। सूत्रों ने बताया कि गंजीर
के खिलाफ एसीबी को शिकायतें मिली थीं कि उनके पास आय से अधिक संपत्ति है।
शुरुआती औपचारिकताओं के बाद आज सुबह छापे की कार्रवाई शुरू की गई। छापे की
कार्रवाई के दौरान जब्त दस्तावेजों से पता चला है कि अधिकारी ने संपत्ति
में भी निवेश किया हुआ है।