रायपुर. छत्तीसगढ़
व्यावसायिक परीक्षा मंडल (Chhattisgarh Professional Examination Board)
में भर्ती परीक्षा से पहले ही मॉडल उत्तर पुस्तिका जारी कर दिया गया था। इस
बड़ी गड़बड़ी (Fake Recruitment) पर सरकार (Chhattisgarh govt) से लेकर
व्यापमं प्रबंधन (Chhattisgarh Vyapam) तक खामोश है। इस गड़बड़ी (Big
fraud) पर राज्य भर के उम्मीदवारों में आक्रोश है। वे आंदोलन के मूड में
हैं।
व्यापमं द्वारा सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) भर्ती के लिए 28 जुलाई को परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसका मॉडल उत्तरपुस्तिका 31 जुलाई को जारी किया गया। लेकिन इसमें सेट सी का मॉडल उत्तरपुस्तिका परीक्षा से पहले ही 6 जुलाई को जारी किया गया है। इसमें बकायदा व्यापमं के सील और हस्ताक्षर है।
मामले में बड़ी गड़बड़ी के अंदेशे पर इसलिए भी मुहर लगती दिखाई दे रही है, क्योंकि 31 तारीख को जारी मॉडल उत्तरपुस्तिका में हस्ताक्षर के दौरान लिखे तारीख को 6 की जगह री-राइट कर 31 किया गया है। इस सबके बीच परीक्षा से पहले ही मॉडल उत्तरपुस्तिका जारी कर बेचे जाने का अंदेशा है। अब मामल को लेकर व्यापमं के अध्यक्ष और सलाहकार द्वारा मीडिया से दूरी बनाई जा रही है।
व्यापमं में विद्यार्थियों का डाटा चोरी
इधर व्यापमं से विद्यार्थियों का डाटा भी चोरी को लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटर हेमसागर सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस से जांच शुरू कर दी है। लेकिन इन सब गड़बडिय़ों के बीच इस दायरे में व्यापमं के अधिकारियों के भी शामिल होने की आशंका और घोटाले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
मामले में व्यापमं का पक्ष जानने के लिए पत्रिका की ओर से अध्यक्ष उमादेवी और सलाहकार डॉ. प्रदीप चौबे को उनके मोबाइल नंबर पर कॉल और मैसेज कर संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।
व्यापमं द्वारा सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) भर्ती के लिए 28 जुलाई को परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसका मॉडल उत्तरपुस्तिका 31 जुलाई को जारी किया गया। लेकिन इसमें सेट सी का मॉडल उत्तरपुस्तिका परीक्षा से पहले ही 6 जुलाई को जारी किया गया है। इसमें बकायदा व्यापमं के सील और हस्ताक्षर है।
मामले में बड़ी गड़बड़ी के अंदेशे पर इसलिए भी मुहर लगती दिखाई दे रही है, क्योंकि 31 तारीख को जारी मॉडल उत्तरपुस्तिका में हस्ताक्षर के दौरान लिखे तारीख को 6 की जगह री-राइट कर 31 किया गया है। इस सबके बीच परीक्षा से पहले ही मॉडल उत्तरपुस्तिका जारी कर बेचे जाने का अंदेशा है। अब मामल को लेकर व्यापमं के अध्यक्ष और सलाहकार द्वारा मीडिया से दूरी बनाई जा रही है।
व्यापमं में विद्यार्थियों का डाटा चोरी
इधर व्यापमं से विद्यार्थियों का डाटा भी चोरी को लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटर हेमसागर सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस से जांच शुरू कर दी है। लेकिन इन सब गड़बडिय़ों के बीच इस दायरे में व्यापमं के अधिकारियों के भी शामिल होने की आशंका और घोटाले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
मामले में व्यापमं का पक्ष जानने के लिए पत्रिका की ओर से अध्यक्ष उमादेवी और सलाहकार डॉ. प्रदीप चौबे को उनके मोबाइल नंबर पर कॉल और मैसेज कर संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।