राजनांदगांव,मोहन कुलदीप
.दूरदराज और पिछड़े हुए क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में विज्ञान,
प्रौद्योगिकी, गणित व इंजीनियरिंग से संबंधित पढ़ाई तो कराई जाती है पर
सर्व सुविधायुक्त प्रयोगशाला के अभाव में बच्चे इन विषयों में प्रयोग नहीं
कर पाते। केवल किताबी ज्ञान तक सीमित रहते हैं।
प्रायोगिक ज्ञान से वाकिफ कराने के लिए नीति आयोग की ओर से देशभर के 500 स्कूलों में अटल इनोवेशन मिशन के तहत अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला (लैबोरेटरीज) खोलने की तैयारी में है। निर्धारित मापदंडों पर खरा उतरे तो जिले के पांच ऐसे सरकारी स्कूलों में प्रयोगशाला खुलेंगे। इन स्कूलों में पांच साल तक 10-10 लाख रुपए मिलेंगे।
17 तक करेंगे आवेदन
नवाचार मिशन के तहत योजना से जुडऩे के लिए 17 जून तक ऑनलाइन आवेदन करना है। वेबसाइट 222.ठ्ठद्बह्लद्ब.द्दश1.द्बठ्ठ में जाकर आवेदन का प्रारूप ले सकते हैं। इसी प्रारूप में स्कूलों को आवेदन करना है। चयनित होने वाले स्कूलों को मिशन के संचालक के साथ अनुबंध एवं बॉन्ड पत्र भी संलग्न करना होगा।
खरा उतरना पड़ेगा
जहां पर कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक एक ही परिसर में स्कूल संचालित हो रहे हंै। ऐसे स्कूल ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले स्कूल के पास कम से कम 1500 वर्ग फीट ब्यूल्ट अप स्पेस होना चाहिए। स्कूल में कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक कम से कम 400 विद्यार्थी हों। स्कूल में शिक्षक और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 प्रतिशत पिछले 3 वर्षों तक लगातार होनी चाहिए।
यह भी होना जरूरी
2013-14, 2014-15 एवं 2015-16 में 70 से 80 प्रतिशत, 80 से 90 प्रतिशत एवं 90 से 100 प्रतिशत प्राप्त करने वाले कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं के विद्यार्थियों की सूची ऑनलाइन आवेदन में अपलोड करना है। इसी तरह आवेदन करने वाले स्कूल में एक वर्किंग कंप्यूटर इंटरनेट की उपलब्धता अनिवार्य है। कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, ग्रंथालय, खेल मैदान की भी जानकारी देनी होगी।
चयन के बाद प्रक्रिया
यदि स्कूल का इस योजना के तहत चयन हो जाता है तो किस-किस तरीके से नवाचार करेंगे? इस पर 500 शब्दों में लेख लिखकर अपलोड करना होगा। स्कूल में विज्ञान, तकनीकी के क्षेत्र में कोई भी नवाचार किया गया है तो उससे संबंधित जानकारी नेशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (एनटीएससी), जूनियर साइंस टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (जेएसटीएस), नेशनल साइंस ऑलंपियड (एनएसओ), किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवॉय) के बारे में 200 शब्दों में लिटरेचर तैयार कर आवेदन करेंगे।
कलक्टर व सीईओ करेंगे परीक्षण
शिक्षा विभाग की ओर से अटल इनोवेशन मिशन के तहत जिले के सरकारी स्कूलों को जोडऩे के लिए सूची तैयार की जा रही है। इसी सूची का जिला स्तर पर कलक्टर व सीईओ परीक्षण करेंगे। इसके बाद योजना के तहत आवेदन किया जाएगा। चयन होगा तो यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। स्कूलों में नया प्रयोगशाला खोलने, शिक्षा में नवाचार के लिए साधन, संसाधन जुटाने सीधे नीति आयोग से राशि जारी की जाएगी। प्रारंभिक चरण में पांच साल तक 5-5 लाख रुपए मिलेंगे।
सूची बना रहे हैं
डीईओ बीएल कुर्रे ने कहा कि इस योजना के तहत स्कूलों की सूची तैयार की जा रही है। पहले परीक्षण होगा फिर मापदंड पर खरा उतरने वाले स्कूलों को आवेदन कराएंगे।
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प्रायोगिक ज्ञान से वाकिफ कराने के लिए नीति आयोग की ओर से देशभर के 500 स्कूलों में अटल इनोवेशन मिशन के तहत अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला (लैबोरेटरीज) खोलने की तैयारी में है। निर्धारित मापदंडों पर खरा उतरे तो जिले के पांच ऐसे सरकारी स्कूलों में प्रयोगशाला खुलेंगे। इन स्कूलों में पांच साल तक 10-10 लाख रुपए मिलेंगे।
17 तक करेंगे आवेदन
नवाचार मिशन के तहत योजना से जुडऩे के लिए 17 जून तक ऑनलाइन आवेदन करना है। वेबसाइट 222.ठ्ठद्बह्लद्ब.द्दश1.द्बठ्ठ में जाकर आवेदन का प्रारूप ले सकते हैं। इसी प्रारूप में स्कूलों को आवेदन करना है। चयनित होने वाले स्कूलों को मिशन के संचालक के साथ अनुबंध एवं बॉन्ड पत्र भी संलग्न करना होगा।
खरा उतरना पड़ेगा
जहां पर कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक एक ही परिसर में स्कूल संचालित हो रहे हंै। ऐसे स्कूल ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले स्कूल के पास कम से कम 1500 वर्ग फीट ब्यूल्ट अप स्पेस होना चाहिए। स्कूल में कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक कम से कम 400 विद्यार्थी हों। स्कूल में शिक्षक और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 प्रतिशत पिछले 3 वर्षों तक लगातार होनी चाहिए।
यह भी होना जरूरी
2013-14, 2014-15 एवं 2015-16 में 70 से 80 प्रतिशत, 80 से 90 प्रतिशत एवं 90 से 100 प्रतिशत प्राप्त करने वाले कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं के विद्यार्थियों की सूची ऑनलाइन आवेदन में अपलोड करना है। इसी तरह आवेदन करने वाले स्कूल में एक वर्किंग कंप्यूटर इंटरनेट की उपलब्धता अनिवार्य है। कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, ग्रंथालय, खेल मैदान की भी जानकारी देनी होगी।
चयन के बाद प्रक्रिया
यदि स्कूल का इस योजना के तहत चयन हो जाता है तो किस-किस तरीके से नवाचार करेंगे? इस पर 500 शब्दों में लेख लिखकर अपलोड करना होगा। स्कूल में विज्ञान, तकनीकी के क्षेत्र में कोई भी नवाचार किया गया है तो उससे संबंधित जानकारी नेशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (एनटीएससी), जूनियर साइंस टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (जेएसटीएस), नेशनल साइंस ऑलंपियड (एनएसओ), किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवॉय) के बारे में 200 शब्दों में लिटरेचर तैयार कर आवेदन करेंगे।
कलक्टर व सीईओ करेंगे परीक्षण
शिक्षा विभाग की ओर से अटल इनोवेशन मिशन के तहत जिले के सरकारी स्कूलों को जोडऩे के लिए सूची तैयार की जा रही है। इसी सूची का जिला स्तर पर कलक्टर व सीईओ परीक्षण करेंगे। इसके बाद योजना के तहत आवेदन किया जाएगा। चयन होगा तो यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। स्कूलों में नया प्रयोगशाला खोलने, शिक्षा में नवाचार के लिए साधन, संसाधन जुटाने सीधे नीति आयोग से राशि जारी की जाएगी। प्रारंभिक चरण में पांच साल तक 5-5 लाख रुपए मिलेंगे।
सूची बना रहे हैं
डीईओ बीएल कुर्रे ने कहा कि इस योजना के तहत स्कूलों की सूची तैयार की जा रही है। पहले परीक्षण होगा फिर मापदंड पर खरा उतरने वाले स्कूलों को आवेदन कराएंगे।
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