श्योपुर, नईदुनिया न्यूज। शिक्षा विभाग गांव-गांव में स्कूल तो खोल रहा
है, लेकिन इन स्कूलों में शिक्षक पदस्थ नहीं हो पा रहे। यह हम नहीं कह रहे
बल्कि, शिक्षा विभाग का ऑनलाइन रिकॉर्ड ही बता रहा है। जिसके अनुसार पूरे
जिले में 40 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं जिनमें, एक भी शिक्षक नहीं है।
इस कारण इन स्कूलों में बच्चे भी पढ़ने नहीं आ रहे,जबकि हर साल इन स्कूलों पर सरकार दो लाख रुपए का बजट खर्च कर रही है। जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि जिन स्कूलों में शिक्षक नहीं है वहां दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को बुलाया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है जब दूसरे स्कूलों में ही एक ही शिक्षक है तो फिर एक शिक्षक दो स्कूलों में कैसे पढ़ा सकता है?
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