बिलासपुर:हिमाचल
परिवहन मजदूर संघ के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने बताया कि आर.टी.आई.
में ली जानकारी से यह खुलासा हुआ है कि परिवहन मंत्री को यह अधिकार ही
नहीं है कि उनके आदेशों से एच.आर.टी.सी. में किसी को सेवा विस्तार मिले
लेकिन फिर भी एच.आर.टी.सी. में मुख्य महाप्रबंधक को परिवहन मंत्री के
आदेशों से सेवा विस्तार दिया गया।
मुख्य महाप्रबंधक को एच.आर.टी.सी. में
होने वाली सभी प्रकार की भर्तियों की कमेटियों का भी अध्यक्ष मनोनीत किया
गया है ताकि इन भर्तियों में मनमर्जी की धांधलियां की जा सकें, इसलिए मुख्य
प्रबंधक को सेवा विस्तार देना माना जा रहा है।परिवहन मंत्री पर हो FIR दर्ज
प्रदेश सरकार को चाहिए कि बिना किसी नियम के सेवा विस्तार देने के मामले में परिवहन मंत्री ने अपनी लक्ष्मण रेखा क्यों लांघी इसकी जांच सरकार करवाए व गलत तरीके से हुए सेवा विस्तार व अन्य पदोन्नतियों को रद्द करे। इतना ही नहीं अब जब एच.आर.टी.सी. में सामने आए कंडक्टर भर्ती फर्जीवाड़े के मामले में अदालत ने एफ.आई.आर. दर्ज करने के निर्देश दे ही दिए हैं तो इन आदेशों का सम्मान करते हुए पुलिस व प्रदेश सरकार बिना देरी किए व बिना टालमटोल किए तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज करे। आज पूरे प्रदेश की जनता की नजरें इसी बात पर लगी हैं कि इस महा घोटाले पर पुलिस व प्रदेश सरकार क्या कदम उठाती है।
जांच अधिकारी ने भर्ती प्रक्रिया को दिया खानापूर्ति करार
शंकर सिंह ने कहा कि मामले के जांच अधिकारी ने पूरी भर्ती प्रक्रिया को खानापूर्ति करार दिया है। लिहाजा इस हाई प्रोफाइल घोटाले के सूत्रधार प्रदेश परिवहन मंत्री पर पुलिस तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करे। इसके बाद एच.आर.टी.सी. में भ्रष्टाचार के दबे अन्य कई मामले भी उजागर होंगे। शंकर सिंह ने कहा कि तय है परिवहन मंत्री जी.एस. बाली को भी इस भर्ती घोटाले के चलते उसी तरह जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा जिस तरह शिक्षक भर्ती घोटाले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जेल की सलाखों के पीछे सजा काट रहे हैं।