रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की हड़ताल 15 दिनों तक चली और पिछले सोमवार की रात में समाप्त हो गई लेकिन इस हड़ताल से शिक्षकों को कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
शिक्षकों की एक भी मांग सरकार ने नहीं मानी और उनको हड़ताल खत्म कर काम पर लौटना पड़ा। इस हड़ताल की समाप्ति के बाद एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें शोले के फेमस गब्बर सीन के जरिए शिक्षकों को हड़ताल को लेकर लताड़ा गया है।
इस वीडियो में क्या है
इस वीडियो में शोले का वो फेमस सीन है जिसमें गब्बर कहता है, कितने आदमी थी। इसी को बदलकर वीडियो में गब्बर कहता है, कितने पगार देती थी कांग्रेस सरकार। गब्बर कहता है कि रमण सरकार ने कांग्रेस के 500 रुपए पगार को बढ़ाकर 34 हजार रुपए कर दिया फिर भी हड़ताल। इसके साथ ही गब्बर कहता है कि रमण सरकार इसलिए पूरा 34 हजार देती है ताकि शिक्षकों को कोई दिक्कत तकलीफ न हो और ये सब लोग बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करके हड़ताल कर रहे हैं। धिक्कार है। देखिए वीडियो में पूरा सीन।
हड़ताल समाप्ति के बाद अगले दिन मंगलवार को शिक्षक स्कूलों में पढ़ाते देखे गए। बर्खास्त किए गए शिक्षक बहाल किए जाएंगे या नहीं, इस बारे में अभी कुछ भी तय नहीं है। 15 दिनों तक चली हड़ताल में बच्चों की क्लास के हुए नुकसान की भरपाई शिक्षकों को करनी पड़ेगी।
हड़ताल के दौरान धरना प्रदर्शन कर रहे कई शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। हड़ताल खत्म होते ही इन शिक्षकों को जेल से रिहा कर दिया गया। शिक्षाकर्मी समान वेतन और समान काम की बात कहकर सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन भत्तों की मांग पर अड़े थे। इसके साथ उनकी अन्य 9 मांगें थीं। ये सभी शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पंचायत स्तर पर नियुक्त किए गए कर्मचारी हैं जिनको केंद्र सरकार के सर्व शिक्षा अभियान के तहत दिए गए अनुदान से वेतन दिया जाता है।
20 नवंबर से शुरू हुए हड़ताल में राज्य के लगभग डेढ लाख शिक्षक शामिल हुए जिससे शिक्षा व्यवस्था ठप होने की स्थिति आ गई। बच्चों की क्लास के लिए आनन फानन में प्रशासन ने चपरासियों को लगा दिया जिसकी बहुत आलोचना भी हुई। कांग्रेस के आह्वान पर आंदोलनकर्मी शिक्षक मंगलवार को भारी संख्या में रायपुर पहुंचने वाले थे लेकिन उससे पहले ही शिक्षक संघ ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी।
शिक्षकों की एक भी मांग सरकार ने नहीं मानी और उनको हड़ताल खत्म कर काम पर लौटना पड़ा। इस हड़ताल की समाप्ति के बाद एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें शोले के फेमस गब्बर सीन के जरिए शिक्षकों को हड़ताल को लेकर लताड़ा गया है।
इस वीडियो में क्या है
इस वीडियो में शोले का वो फेमस सीन है जिसमें गब्बर कहता है, कितने आदमी थी। इसी को बदलकर वीडियो में गब्बर कहता है, कितने पगार देती थी कांग्रेस सरकार। गब्बर कहता है कि रमण सरकार ने कांग्रेस के 500 रुपए पगार को बढ़ाकर 34 हजार रुपए कर दिया फिर भी हड़ताल। इसके साथ ही गब्बर कहता है कि रमण सरकार इसलिए पूरा 34 हजार देती है ताकि शिक्षकों को कोई दिक्कत तकलीफ न हो और ये सब लोग बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करके हड़ताल कर रहे हैं। धिक्कार है। देखिए वीडियो में पूरा सीन।
हड़ताल समाप्ति के बाद अगले दिन मंगलवार को शिक्षक स्कूलों में पढ़ाते देखे गए। बर्खास्त किए गए शिक्षक बहाल किए जाएंगे या नहीं, इस बारे में अभी कुछ भी तय नहीं है। 15 दिनों तक चली हड़ताल में बच्चों की क्लास के हुए नुकसान की भरपाई शिक्षकों को करनी पड़ेगी।
हड़ताल के दौरान धरना प्रदर्शन कर रहे कई शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। हड़ताल खत्म होते ही इन शिक्षकों को जेल से रिहा कर दिया गया। शिक्षाकर्मी समान वेतन और समान काम की बात कहकर सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन भत्तों की मांग पर अड़े थे। इसके साथ उनकी अन्य 9 मांगें थीं। ये सभी शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पंचायत स्तर पर नियुक्त किए गए कर्मचारी हैं जिनको केंद्र सरकार के सर्व शिक्षा अभियान के तहत दिए गए अनुदान से वेतन दिया जाता है।
20 नवंबर से शुरू हुए हड़ताल में राज्य के लगभग डेढ लाख शिक्षक शामिल हुए जिससे शिक्षा व्यवस्था ठप होने की स्थिति आ गई। बच्चों की क्लास के लिए आनन फानन में प्रशासन ने चपरासियों को लगा दिया जिसकी बहुत आलोचना भी हुई। कांग्रेस के आह्वान पर आंदोलनकर्मी शिक्षक मंगलवार को भारी संख्या में रायपुर पहुंचने वाले थे लेकिन उससे पहले ही शिक्षक संघ ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी।