रायपुर . प्रदेश के ढाई लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए शनिवार का दिन खास रहा। राज्य सरकार ने कर्मचारियों व शिक्षकों का महंगाई भत्ता (डीए) 4% बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा करते हुए कहा कि अब कर्मचारियों को 5 प्रतिशत के बजाय 9% महंगाई भत्ता दिया जाएगा।
एक मार्च से कर्मचारियों को बढ़ा डीए मिलेगा जो अप्रैल के वेतन के साथ जोड़कर दिया जाएगा। वहीं 78 हजार पुलिसकर्मियों को भी बरसों पुरानी मांग पूरी करते हुए उनके लिए साप्ताहिक अवकाश की भी सीएम ने घोषणा की। साथ ही 15 हजार शिक्षकों के पदों को भी जल्द ही भरने का ऐलान किया।
वेतन के आधार पर इतना होगा डीए
पद
वेतनमान वृद्धि (रु. मासिक)
अपर कलेक्टर 89,900 3596
डिप्टी कलेक्टर 56,100 2244
अधीक्षक-तहसीलदार 52,000 2080
सहायक ग्रेड-2 41,000 1640
सहायक ग्रेड-3 25,400 976
चतुर्थ वर्ग 19,800 792
23 साल बाद राज्य सरकार करेगी शिक्षकों की भर्ती : 1995 के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ में नियमित शिक्षकों की भर्ती होने जा रही है। सरकार ने आज विज्ञापन जारी कर दिया। अब व्यापम भर्ती और परीक्षा की पूरी कवायद शुरू करेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस पर इसकी घोषणा की थी। डीपीआई ने नियमित शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पूरी प्रक्रिया में अभी से 2 से तीन महीने का वक्त लगेगा। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रक्रिया पूरी होने में अभी 1 से 2 महीने का वक्त लगेगा। भर्ती की ये प्रक्रिया 26 मार्च से व्यापमं शुरू करेगा। ऑनलाइन आवेदन सीजी-व्यापमं डॉट चाइस डाट जीओवी डाट इन पर 25 अप्रैल तक किए जा सकेंगे। करीब 15 हजार पदों के लिए हो रही इस भर्ती में व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षक तीनों संवर्गों के लिए परीक्षा होगी। सबसे ज्यादा साइंस टीचर के पद निकाले गये हैं।
नक्सल इलाकों में तैनात जवानों को एक साथ 8 दिन की छुट्टी : राज्य सरकार ने पुलिस कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की है। इसमें आरक्षक से लेकर टीआई तक के पुलिसवाले शामिल हैं। मैदानी इलाकों के थानों में पदस्थ पुलिस वालों को तो हफ्ते में एक दिन छुट्टी मिलेगी। लेकिन दुर्गम व नक्सल इलाकों में तैनात जवानों को तीन महीने में एक साथ आठ दिनों का अवकाश मिलेगा। थाने में पदस्थ कर्मियों को पूरे 24 घंटे का अवकाश हफ्ते में एक दिन मिलेगा। थाने-चौकियों के स्टाफ को किस दिन छुट्टी देनी है यह काम एसपी रोस्टर बनाकर तय करेंगे।
वीवीआईपी के दौरे या कानून व्यवस्था की संगीन स्थिति बनने पर वीकली आफ नहीं मिलेगा। यह छुट्टी जमा मानी जाएगी। एसपी ही अवकाश निरस्त कर सकेंगे। यह आदेश आईजी, डीआईजी, एसपी व छसबल के के अफसरों के दफ्तरों में पदस्थ लोगों पर लागू नहीं होगा। छसबल की जिलों में पदस्थ कंपनियों के कर्मियों को निरीक्षक व कंपनी कमांडर को भी वीकली आफ मिलेगा। यदि वे नक्सल इलाकों में तैनात हैं तो तीन महीने आठ दिन की एकमुश्त छुट्टी मिलेगी। वर्तमान में प्रचलित प्रथा 12.05 पर रवानगी व पूर्वाह्न में 11.55 पर वापसी प्रथा पर तत्काल रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं।
एक मार्च से कर्मचारियों को बढ़ा डीए मिलेगा जो अप्रैल के वेतन के साथ जोड़कर दिया जाएगा। वहीं 78 हजार पुलिसकर्मियों को भी बरसों पुरानी मांग पूरी करते हुए उनके लिए साप्ताहिक अवकाश की भी सीएम ने घोषणा की। साथ ही 15 हजार शिक्षकों के पदों को भी जल्द ही भरने का ऐलान किया।
वेतन के आधार पर इतना होगा डीए
पद
वेतनमान वृद्धि (रु. मासिक)
अपर कलेक्टर 89,900 3596
डिप्टी कलेक्टर 56,100 2244
अधीक्षक-तहसीलदार 52,000 2080
सहायक ग्रेड-2 41,000 1640
सहायक ग्रेड-3 25,400 976
चतुर्थ वर्ग 19,800 792
23 साल बाद राज्य सरकार करेगी शिक्षकों की भर्ती : 1995 के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ में नियमित शिक्षकों की भर्ती होने जा रही है। सरकार ने आज विज्ञापन जारी कर दिया। अब व्यापम भर्ती और परीक्षा की पूरी कवायद शुरू करेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस पर इसकी घोषणा की थी। डीपीआई ने नियमित शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पूरी प्रक्रिया में अभी से 2 से तीन महीने का वक्त लगेगा। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रक्रिया पूरी होने में अभी 1 से 2 महीने का वक्त लगेगा। भर्ती की ये प्रक्रिया 26 मार्च से व्यापमं शुरू करेगा। ऑनलाइन आवेदन सीजी-व्यापमं डॉट चाइस डाट जीओवी डाट इन पर 25 अप्रैल तक किए जा सकेंगे। करीब 15 हजार पदों के लिए हो रही इस भर्ती में व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षक तीनों संवर्गों के लिए परीक्षा होगी। सबसे ज्यादा साइंस टीचर के पद निकाले गये हैं।
नक्सल इलाकों में तैनात जवानों को एक साथ 8 दिन की छुट्टी : राज्य सरकार ने पुलिस कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की है। इसमें आरक्षक से लेकर टीआई तक के पुलिसवाले शामिल हैं। मैदानी इलाकों के थानों में पदस्थ पुलिस वालों को तो हफ्ते में एक दिन छुट्टी मिलेगी। लेकिन दुर्गम व नक्सल इलाकों में तैनात जवानों को तीन महीने में एक साथ आठ दिनों का अवकाश मिलेगा। थाने में पदस्थ कर्मियों को पूरे 24 घंटे का अवकाश हफ्ते में एक दिन मिलेगा। थाने-चौकियों के स्टाफ को किस दिन छुट्टी देनी है यह काम एसपी रोस्टर बनाकर तय करेंगे।
वीवीआईपी के दौरे या कानून व्यवस्था की संगीन स्थिति बनने पर वीकली आफ नहीं मिलेगा। यह छुट्टी जमा मानी जाएगी। एसपी ही अवकाश निरस्त कर सकेंगे। यह आदेश आईजी, डीआईजी, एसपी व छसबल के के अफसरों के दफ्तरों में पदस्थ लोगों पर लागू नहीं होगा। छसबल की जिलों में पदस्थ कंपनियों के कर्मियों को निरीक्षक व कंपनी कमांडर को भी वीकली आफ मिलेगा। यदि वे नक्सल इलाकों में तैनात हैं तो तीन महीने आठ दिन की एकमुश्त छुट्टी मिलेगी। वर्तमान में प्रचलित प्रथा 12.05 पर रवानगी व पूर्वाह्न में 11.55 पर वापसी प्रथा पर तत्काल रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं।