इसलिए... अतिथि शिक्षक भर्ती में रूचि नहीं ले रहे युवा
ब्लाक के शिक्षक विहीन स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति अतिथि शिक्षकों से की जा सकती है लेकिन अतिथि शिक्षकों को समय पर मानदेय ना मिलने या कई माह बाद मानदेय मिलने से क्षेत्र के बेरोजगार युवक भी भर्ती में रुचि नहीं ले रहे हैं। विशेषकर वनांचल के गांवों में रहने से कतरा रहे हैं।
मौज करो बच्चों... अभी आपके स्कूल में गुरुजी नहीं है, जब आएंगे तब स्कूल आ जाना...
इधर... प्रधान पाठकों को बना दिया छात्रावास अधीक्षक
शिक्षकों की कमी के बावजूद आजाक विभाग ने 80 से अधिक प्रधान पाठकों व वरिष्ठ शिक्षकों को शिक्षण से हटाकर पंधाना व पुनासा ब्लाक में छात्रावास अधीक्षक नियुक्त कर दिया। मूल शाला से कई किमी दूर इस नियुक्त के बाद उनकी रुचि स्कूल में पढ़ाने में नहीं रही। स्कूल खाली हो गए हैं।
आक्रोश
पालक-जनप्रतिनिधि नाराज, बैठक में भी उठाया मुद्दा
क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य भैयालाल माइकल ने बताया खालवा ब्लाक के स्कूलों में शिक्षकों के थोकबंद तबादले एवं उनके स्थान पर शिक्षकों की व्यवस्था नहीं करने से पालक भी अपनी नाराजी जता रहे हैं। दो बार जिला पंचायत की बैठक में यह मुद्दा उठा चुका हूं। जनपद सदस्य सुखराम साल्वे का कहना है बाहरी जिलों के जिन शिक्षकों ने तबादला कराया है, उन्हें शिक्षकों की पूर्ति से पहले रिलीव करना गलत है। रिलीव करने से पहले अफसरों ने यह भी नहीं सोचा आदिवासी बच्चों को कौन पढ़ाएगा। इस संबंध में प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट से भी चर्चा की गई थी। उन्होंने कहा था अन्य ब्लाक में पदस्थ शिक्षकों को वापस खालवा ब्लाक की मूल शालाओं में पदस्थ कराएंगे लेकिन वे भी लौटकर नहीं आए।
ब्लाक के शिक्षक विहीन स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति अतिथि शिक्षकों से की जा सकती है लेकिन अतिथि शिक्षकों को समय पर मानदेय ना मिलने या कई माह बाद मानदेय मिलने से क्षेत्र के बेरोजगार युवक भी भर्ती में रुचि नहीं ले रहे हैं। विशेषकर वनांचल के गांवों में रहने से कतरा रहे हैं।
मौज करो बच्चों... अभी आपके स्कूल में गुरुजी नहीं है, जब आएंगे तब स्कूल आ जाना...
इधर... प्रधान पाठकों को बना दिया छात्रावास अधीक्षक
शिक्षकों की कमी के बावजूद आजाक विभाग ने 80 से अधिक प्रधान पाठकों व वरिष्ठ शिक्षकों को शिक्षण से हटाकर पंधाना व पुनासा ब्लाक में छात्रावास अधीक्षक नियुक्त कर दिया। मूल शाला से कई किमी दूर इस नियुक्त के बाद उनकी रुचि स्कूल में पढ़ाने में नहीं रही। स्कूल खाली हो गए हैं।
आक्रोश
पालक-जनप्रतिनिधि नाराज, बैठक में भी उठाया मुद्दा
क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य भैयालाल माइकल ने बताया खालवा ब्लाक के स्कूलों में शिक्षकों के थोकबंद तबादले एवं उनके स्थान पर शिक्षकों की व्यवस्था नहीं करने से पालक भी अपनी नाराजी जता रहे हैं। दो बार जिला पंचायत की बैठक में यह मुद्दा उठा चुका हूं। जनपद सदस्य सुखराम साल्वे का कहना है बाहरी जिलों के जिन शिक्षकों ने तबादला कराया है, उन्हें शिक्षकों की पूर्ति से पहले रिलीव करना गलत है। रिलीव करने से पहले अफसरों ने यह भी नहीं सोचा आदिवासी बच्चों को कौन पढ़ाएगा। इस संबंध में प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट से भी चर्चा की गई थी। उन्होंने कहा था अन्य ब्लाक में पदस्थ शिक्षकों को वापस खालवा ब्लाक की मूल शालाओं में पदस्थ कराएंगे लेकिन वे भी लौटकर नहीं आए।