रायगढ़ | शिक्षा विभाग 9 साल बाद स्कूलों का सेटअप बदलने जा रहा है। वर्तमान में स्कूलों में 40 छात्रों पर एक शिक्षक का सेटअप स्वीकृत है लेकिन अब इसे 30 छात्रों के अनुपात तक लाया जाएगा। इसके लिए शासन ने नगरीय निकाय के स्कूलों का पहले रिकार्ड मंगाया है और स्कूलों में दर्ज संख्या से लेकर शिक्षकों की वर्तमान स्थिति एवं पदस्थापना की जानकारी मांगी है।
2008 के बाद नगरीय निकाय के स्कूलों का सेटअप बदलने का निर्णय शासन ने लिया है। इसके लिए विभाग ने जिले के स्कूलों से छात्रों की कक्षावार संख्या मंगाई है। नई व्यवस्था में प्राइमरी एवं मिडिल में 60 छात्रों पर 2 शिक्षकों की स्वीकृति दी जा रही है। वहीं हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों के लिए अलग मानक तय किया गया है। जिले के स्कूलों में शिक्षकों की कमी की समस्या बनी हुई है। कुछ स्कूलों में जहां कम शिक्षक हैं, वहीं कुछ स्कूलों में स्वीकृत पद से ज्यादा शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। इसे दूर करने के लिए युक्तियुक्तकरण करनी पड़ी थी। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने प्रदेश के नगरीय निकाय क्षेत्र में आने वाले सभी स्कूलों के सेटअप में परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी से नगरीय निकाय के स्कूलों में शिक्षकों के स्वीकृत पद, कार्यरत शिक्षक और छात्रों की संख्या मंगाई है।
शिक्षा विभाग के अनुसार प्राइमरी में यदि कक्षा में 60 या इससे कम छात्र हैं, तो वहां पर प्रधान पाठक सहित 2 शिक्षक पदस्थ होंगे। छात्रों की संख्या 61 से 90 हुई तो फिर वहां प्रधान पाठक सहित 3 शिक्षक और फिर 30 के गुणानुक्रम में शिक्षकों की संख्या बढ़ती रहेगी। वहीं मिडिल स्कूल में अगर 105 दर्ज संख्या है तो यहां एक प्रधान पाठक और 3 शिक्षक विषयवार पदस्थ होंगे। वहीं जिन शालाओं में दर्ज संख्या 106 से 140 तक होगी, वहां एक अतिरिक्त शिक्षक दिया जाएगा
2008 के बाद नगरीय निकाय के स्कूलों का सेटअप बदलने का निर्णय शासन ने लिया है। इसके लिए विभाग ने जिले के स्कूलों से छात्रों की कक्षावार संख्या मंगाई है। नई व्यवस्था में प्राइमरी एवं मिडिल में 60 छात्रों पर 2 शिक्षकों की स्वीकृति दी जा रही है। वहीं हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों के लिए अलग मानक तय किया गया है। जिले के स्कूलों में शिक्षकों की कमी की समस्या बनी हुई है। कुछ स्कूलों में जहां कम शिक्षक हैं, वहीं कुछ स्कूलों में स्वीकृत पद से ज्यादा शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। इसे दूर करने के लिए युक्तियुक्तकरण करनी पड़ी थी। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने प्रदेश के नगरीय निकाय क्षेत्र में आने वाले सभी स्कूलों के सेटअप में परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी से नगरीय निकाय के स्कूलों में शिक्षकों के स्वीकृत पद, कार्यरत शिक्षक और छात्रों की संख्या मंगाई है।
शिक्षा विभाग के अनुसार प्राइमरी में यदि कक्षा में 60 या इससे कम छात्र हैं, तो वहां पर प्रधान पाठक सहित 2 शिक्षक पदस्थ होंगे। छात्रों की संख्या 61 से 90 हुई तो फिर वहां प्रधान पाठक सहित 3 शिक्षक और फिर 30 के गुणानुक्रम में शिक्षकों की संख्या बढ़ती रहेगी। वहीं मिडिल स्कूल में अगर 105 दर्ज संख्या है तो यहां एक प्रधान पाठक और 3 शिक्षक विषयवार पदस्थ होंगे। वहीं जिन शालाओं में दर्ज संख्या 106 से 140 तक होगी, वहां एक अतिरिक्त शिक्षक दिया जाएगा