बिलासपुर(निप्र)। शासन ने नए सत्र में मुख्य परीक्षा की अवधि में कटौती
की है। कॉलेज-यूनिवर्सिटी को जारी ऐकेडमिक कैलेंडर में परीक्षा 61 के बजाय
50 दिन में निपटाने का आदेश दिया है। इसके अलावा प्रोफेसरों को भी साल में
एक सप्ताह अधिक पढ़ाना होगा। अब तक कैलेंडर का पालन करने में असफल रहे
बिलासपुर विश्वविद्यालय के लिए यह बड़ी चुनौती होगी।
उच्च शिक्षा विभाग ने ऐकेडमिक कैलेंडर में इस बार दो बड़े बदलाव किए हैं। मुख्य परीक्षा के लिए पिछले साल की तुलना में इस बार 11 दिन कम मिलेंगे। अध्यापन कार्य पिछले साल 183 दिनों का था, जिसे इस बार 190 दिनों का किया गया है। यही वजह है कि परीक्षा आयोजित करने की अवधि को कम किया गया है। अन्य गतिविधियां पिछले साल के मुताबिक ही हैं। इसमेंविशेष फेरबदल नहीं किया गया है। शिक्षाविदों का कहना है कि शासन कैलेंडर तो जारी करता है लेकिन पालन करने संस्थाओं पर दबाव नहीं बनाता। इससे छात्रों को नुकसान उठाना पड़ता है। सेशन शुरू होने के बाद भी रिजल्ट तक घोषित नहीं हो पाता। इससे छात्रों को दूसरी जगह प्रवेश लेने में कठिनाई होती है।
190 दिन अध्यापन,42 दिन छुट्टी
इस बार जुलाई में 25, अगस्त 24, सितंबर 25, अक्टूबर 21, नवंबर 23, दिसंबर 23, जनवरी 25, फरवरी 24 दिन का अध्यापन कार्य कराना अनिवार्य है। इस बीच दशहरा में तीन, दीपावली में पांच, शीतकालीन चार और एक माह का ग्रीष्म अवकाश मिलेगा। प्रत्येक कार्य दिवस में सात घंटे की पढ़ाई शिक्षकों के लिए अनिवार्य होगा।
वार्षिक परीक्षा में बैठने पात्रता
क्लास में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य। सात आंतरिक परीक्षाओं में पांच में शामिल होना जरूरी। एनसीसी, एनएसएस, खेलकूद, अन्य स्पर्धा में शामिल छात्रों को भी उपस्थित माना जाएगा। अक्टूबर में प्रथम और फरवरी में दूसरी उपस्थिति की गणना होगी। कम उपस्थिति होने पर अभिभावकों को तत्काल सूचना देने कहा गया है। यूटीडी के छात्रों के लिए भी पिछले साल की तरह ही कार्यक्रम होंगे।
अगस्त में छात्रसंघ चुनाव
कैलेंडर के मुताबिक कॉलेज यूनिवर्सिटी में 22 से 21 अगस्त के बीच छात्रसंघ चुनाव कराने को कहा गया है। इसी के भीतर शपथ ग्रहण भी कराना होगा। अन्य गतिविधियों में जुलाई-अगस्त में खेलकूद, सिंतबर में पुरस्कार वितरण होगा। जबकि जुलाई में ही पौधरोपण, अक्टूबर में भ्रमण, दिसंबर में वार्षिकोत्सव और एनएसएस, एनसीसी कैंप व दीक्षांत समारोह के लिए समय दिया गया है।
बीयू कैलेंडर के पालन में पीछे
बिलासपुर विश्वविद्यालय स्थापना के बाद से ऐकेडमिक कैलेंडर का पालन कर पाने में पीछे है। खासकर परीक्षा और परिणाम घोषित करने में हर साल देर होती है। इस साल भी पेपर लीक कांड ने पिछले कर दिया है। ऐसे में अगस्त तक सभी परिणाम आने की संभावना है। अधिकारी भी मानते हैं कि व्यवस्था में बड़े बदलाव की जरूरत है।
उच्च शिक्षा विभाग ने ऐकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। इसका पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। मुख्य परीक्षा में इस बार कम समय मिलेगा। पेपर लीक होने की वजह से इस बार समय पर परिणाम घोषित करने में मुश्किल हो सकती है।
डॉ.अरुण सिंह
कुलसचिव, बिलासपुर विश्वविद्यालय
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उच्च शिक्षा विभाग ने ऐकेडमिक कैलेंडर में इस बार दो बड़े बदलाव किए हैं। मुख्य परीक्षा के लिए पिछले साल की तुलना में इस बार 11 दिन कम मिलेंगे। अध्यापन कार्य पिछले साल 183 दिनों का था, जिसे इस बार 190 दिनों का किया गया है। यही वजह है कि परीक्षा आयोजित करने की अवधि को कम किया गया है। अन्य गतिविधियां पिछले साल के मुताबिक ही हैं। इसमेंविशेष फेरबदल नहीं किया गया है। शिक्षाविदों का कहना है कि शासन कैलेंडर तो जारी करता है लेकिन पालन करने संस्थाओं पर दबाव नहीं बनाता। इससे छात्रों को नुकसान उठाना पड़ता है। सेशन शुरू होने के बाद भी रिजल्ट तक घोषित नहीं हो पाता। इससे छात्रों को दूसरी जगह प्रवेश लेने में कठिनाई होती है।
190 दिन अध्यापन,42 दिन छुट्टी
इस बार जुलाई में 25, अगस्त 24, सितंबर 25, अक्टूबर 21, नवंबर 23, दिसंबर 23, जनवरी 25, फरवरी 24 दिन का अध्यापन कार्य कराना अनिवार्य है। इस बीच दशहरा में तीन, दीपावली में पांच, शीतकालीन चार और एक माह का ग्रीष्म अवकाश मिलेगा। प्रत्येक कार्य दिवस में सात घंटे की पढ़ाई शिक्षकों के लिए अनिवार्य होगा।
वार्षिक परीक्षा में बैठने पात्रता
क्लास में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य। सात आंतरिक परीक्षाओं में पांच में शामिल होना जरूरी। एनसीसी, एनएसएस, खेलकूद, अन्य स्पर्धा में शामिल छात्रों को भी उपस्थित माना जाएगा। अक्टूबर में प्रथम और फरवरी में दूसरी उपस्थिति की गणना होगी। कम उपस्थिति होने पर अभिभावकों को तत्काल सूचना देने कहा गया है। यूटीडी के छात्रों के लिए भी पिछले साल की तरह ही कार्यक्रम होंगे।
अगस्त में छात्रसंघ चुनाव
कैलेंडर के मुताबिक कॉलेज यूनिवर्सिटी में 22 से 21 अगस्त के बीच छात्रसंघ चुनाव कराने को कहा गया है। इसी के भीतर शपथ ग्रहण भी कराना होगा। अन्य गतिविधियों में जुलाई-अगस्त में खेलकूद, सिंतबर में पुरस्कार वितरण होगा। जबकि जुलाई में ही पौधरोपण, अक्टूबर में भ्रमण, दिसंबर में वार्षिकोत्सव और एनएसएस, एनसीसी कैंप व दीक्षांत समारोह के लिए समय दिया गया है।
बीयू कैलेंडर के पालन में पीछे
बिलासपुर विश्वविद्यालय स्थापना के बाद से ऐकेडमिक कैलेंडर का पालन कर पाने में पीछे है। खासकर परीक्षा और परिणाम घोषित करने में हर साल देर होती है। इस साल भी पेपर लीक कांड ने पिछले कर दिया है। ऐसे में अगस्त तक सभी परिणाम आने की संभावना है। अधिकारी भी मानते हैं कि व्यवस्था में बड़े बदलाव की जरूरत है।
उच्च शिक्षा विभाग ने ऐकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। इसका पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। मुख्य परीक्षा में इस बार कम समय मिलेगा। पेपर लीक होने की वजह से इस बार समय पर परिणाम घोषित करने में मुश्किल हो सकती है।
डॉ.अरुण सिंह
कुलसचिव, बिलासपुर विश्वविद्यालय
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