बैकुंठपुर । कोरिया जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप ने हाईकोर्ट
बिलासपुर के द्वारा 31 मई को दिए आदेश के आधार पर 1 मई को बैकुंठपुर जिला
शिक्षा अधिकारी के कक्ष का चाबी मांगने पर जब नही मिलने पर ताला तोड़कर
प्रवेश किया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप ने प्रेस
कांन्फेंस कर बताया कि उन्हे हाईकोर्ट से गत दिवस स्थगन आदेश मिला है।
जिसमें कहा पिछले दिनो में शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने लोक सुराज अभियान के दौरान कुछ पत्रकारों के सवाल करने पर जिला शिक्षा अधिकारी कोरिया को तत्काल रायपुर अटैच कर दिया था। जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप ने बताया की कुछ लोगो द्धारा मेरे खिलाफ कथित तौर पर अभियान चला कर झूठी शिकायत की गई थी कि सर्व शिक्षा अभियान में गणवेश और अन्य कार्यों में मेरे द्वारा घोटाला किया गया, जोकि पुरी तरह से निराधारा था । सर्व शिक्षा अभियान मैं नही देखती बल्कि अशोक सिन्हा देखते हैं इसी बात को लेकर मैं ने 18 अप्रैल 2016 को शिक्षा सचिव को पत्र लिखकर यह जानकारी दी थी कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत कोरिया जिले में क्या चल रहा है और इसकी सूचना मैने शिक्षा मंत्री के पीए से कई बार फोन कर की किन्तु उल्टे मुझ पर ही कार्रवाई की गई। यही कारण था कि मुझे मजबूर होकर कोर्ट की शरण में जाना पड़ा। हाईकोर्ट बिलासपुर ने नोटिस जारी कर शिक्षा अपर सचिव और कोरिया कलेक्टर एस प्रकाश से 3 हप्ते में इसका जवाब मांगा है। इसी कडी में 31 मई को अपर सचिव द्वारा अपने दिए एक आदेश में अशोक सिन्हा को कोरिया जिले का प्रभारी शिक्षा अधिकारी बना दिया गया और इसी दिन उन्होंने अपना कार्यभार भी ले लिया।
जब हमने इस सबंध में कोरिया कलेक्टर एस प्रकाश से बात की तो उनका कहना था कि उक्त दोनों ही आदेश अपर सचिव शिक्षा विभाग के द्वारा दिए गए हैं इसलिए मैं इन आदेशो के सबंध में कुछ नही कह सकता । दूसरी ओर मामले में अशोक सिन्हा से जब बात की गई तो उन्होने बताया कि मैं अभी एक कार्यक्रम में हूं और कार्यालय की चाबी चपरासी के पास रहती है मेरे पास नही । आगे उन्होंने किसी भी मुददे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
मेरे नाम पर हो रही थी वसूली
कामायनी कश्यप ने बताया कि मैने जिले में चल रही भ्रष्टाचार के खिलाफ रोक लगाने के लिए अधिकारियों को कई बार सूचित किया और इसी का परिणाम है की मुझे ही इन लोगो ने हटवा दिया गया था, जबकि अशोक सिन्हा के द्वारा मेरे नाम से से स्कूलों में जाकर गणवेश आदि भेजने के नाम पर 15 सौ से 2 हजार रुपए की वसूली की जाती थी। इस संबंध में कई स्कूल के प्राचार्यो मुझसे लिखित में शिकायत की थी । शिकायतों की लिखित कापी भी मैने गत 18 अप्रैल को मेल से अपनी जानकारी के साथ साथ छत्तीसगढ शिक्षा सचिव को भेज दी थी। सभंवतः इसी से खीझे लोगों ने शिक्षा मंत्री को मोहरा बना कर मेरे खिलाफ इस्तेमाल किया।
यह था मामला
गत 10 मई को बैकुंठपुर के सारा-गदबदी में शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम में पत्र वार्ता के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप पर कई प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टार लिप्त रहने तथा कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ की बात नहीं मानने का सवाल उठा था । जिस पर शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने काफ्रेंस के दौरान ही कोरिया जिला शिक्षा अधिकारी को रायपुर में अटैच करने की घोषणा कर दी। मिली जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप पर पहले से ही कार्यवाही तय थी क्योकि मंत्री जी भी इनसे नाराज बताए जा रहे थे। जैसे ही कुछ पत्रकारों ने सवाल दागा मंत्री केदार कश्यप ने मौका का फायदा उठाते हुए कामायनी कश्यप को रायपुर अटैच करने की घोषणा कर दी।
वर्सन
मैंने अपना पक्ष हाईकोर्ट के सामने रखा और हाईकोर्ट के द्वारा मुझे राहत दी गई है।
कामायनी कश्यप - जिला शिक्षा अधिकारी कोरिया
मुझसे हाईकोर्ट ने जो जवाब मांगा है वो मैं समय पर भेज दूंगा, रही बात उक्त दोनों ही आदेश अपर सचिव शिक्षा विभाग के द्वारा जारी की गई है इसलिए मैं इन आदेशो के सबंध में कुछ नहीं कह सकता ।
एस प्रकाश - कोरिया कलेक्टर
मैं अभी एक कार्यक्रम में हूॅ और आफिस की चाबी चपरासी के पास रहती है मेरे पास नही।
अशोक सिन्हा- प्रभारी शिक्षा अधिकारी
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जिसमें कहा पिछले दिनो में शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने लोक सुराज अभियान के दौरान कुछ पत्रकारों के सवाल करने पर जिला शिक्षा अधिकारी कोरिया को तत्काल रायपुर अटैच कर दिया था। जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप ने बताया की कुछ लोगो द्धारा मेरे खिलाफ कथित तौर पर अभियान चला कर झूठी शिकायत की गई थी कि सर्व शिक्षा अभियान में गणवेश और अन्य कार्यों में मेरे द्वारा घोटाला किया गया, जोकि पुरी तरह से निराधारा था । सर्व शिक्षा अभियान मैं नही देखती बल्कि अशोक सिन्हा देखते हैं इसी बात को लेकर मैं ने 18 अप्रैल 2016 को शिक्षा सचिव को पत्र लिखकर यह जानकारी दी थी कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत कोरिया जिले में क्या चल रहा है और इसकी सूचना मैने शिक्षा मंत्री के पीए से कई बार फोन कर की किन्तु उल्टे मुझ पर ही कार्रवाई की गई। यही कारण था कि मुझे मजबूर होकर कोर्ट की शरण में जाना पड़ा। हाईकोर्ट बिलासपुर ने नोटिस जारी कर शिक्षा अपर सचिव और कोरिया कलेक्टर एस प्रकाश से 3 हप्ते में इसका जवाब मांगा है। इसी कडी में 31 मई को अपर सचिव द्वारा अपने दिए एक आदेश में अशोक सिन्हा को कोरिया जिले का प्रभारी शिक्षा अधिकारी बना दिया गया और इसी दिन उन्होंने अपना कार्यभार भी ले लिया।
जब हमने इस सबंध में कोरिया कलेक्टर एस प्रकाश से बात की तो उनका कहना था कि उक्त दोनों ही आदेश अपर सचिव शिक्षा विभाग के द्वारा दिए गए हैं इसलिए मैं इन आदेशो के सबंध में कुछ नही कह सकता । दूसरी ओर मामले में अशोक सिन्हा से जब बात की गई तो उन्होने बताया कि मैं अभी एक कार्यक्रम में हूं और कार्यालय की चाबी चपरासी के पास रहती है मेरे पास नही । आगे उन्होंने किसी भी मुददे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
मेरे नाम पर हो रही थी वसूली
कामायनी कश्यप ने बताया कि मैने जिले में चल रही भ्रष्टाचार के खिलाफ रोक लगाने के लिए अधिकारियों को कई बार सूचित किया और इसी का परिणाम है की मुझे ही इन लोगो ने हटवा दिया गया था, जबकि अशोक सिन्हा के द्वारा मेरे नाम से से स्कूलों में जाकर गणवेश आदि भेजने के नाम पर 15 सौ से 2 हजार रुपए की वसूली की जाती थी। इस संबंध में कई स्कूल के प्राचार्यो मुझसे लिखित में शिकायत की थी । शिकायतों की लिखित कापी भी मैने गत 18 अप्रैल को मेल से अपनी जानकारी के साथ साथ छत्तीसगढ शिक्षा सचिव को भेज दी थी। सभंवतः इसी से खीझे लोगों ने शिक्षा मंत्री को मोहरा बना कर मेरे खिलाफ इस्तेमाल किया।
यह था मामला
गत 10 मई को बैकुंठपुर के सारा-गदबदी में शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम में पत्र वार्ता के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप पर कई प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टार लिप्त रहने तथा कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ की बात नहीं मानने का सवाल उठा था । जिस पर शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने काफ्रेंस के दौरान ही कोरिया जिला शिक्षा अधिकारी को रायपुर में अटैच करने की घोषणा कर दी। मिली जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी कामायनी कश्यप पर पहले से ही कार्यवाही तय थी क्योकि मंत्री जी भी इनसे नाराज बताए जा रहे थे। जैसे ही कुछ पत्रकारों ने सवाल दागा मंत्री केदार कश्यप ने मौका का फायदा उठाते हुए कामायनी कश्यप को रायपुर अटैच करने की घोषणा कर दी।
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