शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : केदार कश्यप
रायपुर ! स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से प्रसारित विशेष भेंट वार्ता में बताया कि राज्य सरकार द्वारा अभिनव पहल करते हुए विगत सत्र 2015-16 से पूरे छत्तीसगढ़ में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया जा रहा है।
अभियान में इस वर्ष विद्यालय की जगह प्रत्येक कक्षा को केन्द्र बिन्दु में रखा गया है। इसी तरह चालू शिक्षा सत्र में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए पंचायत संवर्गों में लगभग 17 हजार शिक्षकों की भर्ती भी की जा रही है।
श्री कश्यप ने बताया कि राज्य में बेहतर शिक्षा और अन्य केन्द्रीय बोर्डों से समन्वय स्थापित करने इस वर्ष नवीन शिक्षा सत्र एक अप्रैल से प्रारंभ हो गया है। इस व्यवस्था से प्रदेश में शाला प्रवेश की कार्यवाही लगभग पूर्ण हो गयी है। स्कूलों में विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें सत्र के प्रारंभ में ही उपलब्ध करा दी गई है। राज्य में एक अप्रैल से नवीन सत्र प्रारंभ होने के फलस्वरूप सभी कक्षाओं के वार्षिक परीक्षा परिणाम इसके पहले अथवा समयावधि में घोषित हो गए। लगभग डेढ़ माह की गर्मी की छुट्टियों के भली-भांति उपयोग के लिए सामान्य शैक्षणिक लक्ष्य दिए गए। इसके अलावा अप्रैल माह में ही वार्षिक शैक्षणिक कैलेण्डर के अनुरूप दो-दो इकाईयों का अध्यापन कार्य पूर्ण करा लिया गया है।श्री कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के मार्गदर्शन में राज्य में शिक्षा गुणवत्ता के लिए दृढ़संकल्पित होकर कार्य किए जा रहे हैं, यह राज्य सरकार की प्राथमिता में भी है। राज्य में गत वर्ष शिक्षा गुणवत्ता अभियान में विद्यालयों को केन्द्र में रखा और प्राप्त निष्कर्षों पर आधारित कार्य योजना तैयार है। चालू सत्र में उक्त कार्य योजना पर अमल किया जाएगा।
इस सत्र में भी यह अभियान जारी रहेगा। चालू सत्र में अभियान के अंतर्गत विद्यालय की जगह कक्षाओं को केन्द्रित किया गया है। इस तरह राज्य में प्राथमिक तथा बुनियादी शिक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए हर संभव प्रयास हो रहे हैैं। शिक्षा गुणवत्ता अभियान के सुचारू संचालन के लिए राज्य के समस्त जन प्रतिनिधि तथा शासकीय सेवक और पालकगणों को भी शामिल किया गया है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए गत सत्र में अनेक दूरगामी निर्णय लिए गए हैं। इसके तहत विद्यालयों में नामांकन का प्रतिशत बढ़ा है और शिक्षक-छात्र अनुपात अन्य राज्यों से उत्तम है। विद्यालयों में अधोसंरचना निर्माण सहित सुविधाओं का तेजी से विकास हुआ है। विद्यालय तथा शिक्षक युक्तियुक्तकरण के अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं। विद्यालयों की शैक्षणिक निगरानी की भी व्यवस्था की गई है। जिसमें सभी स्तर के अधिकारियों तथा संस्थाओं को आवश्यक दायित्व दिए गए हैं। इसके अलावा स्कूलों में बालिकाओं तथा बालकों के लिए शौचालय निर्माण का कार्य लक्ष्य के समीप है।
इसी तरह राज्य में नवीन शिक्षा सत्र में हर स्तर पर शिक्षा गुणवत्ता के विकास को प्रमुख लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत विद्यालय में प्रत्येक कक्षा के अध्ययन-अध्यापन को स ुदृढ़ करना और बच्चों के सतत् मूल्याकंन तथा प्रगति के निगरानी कर विशेष जोर दिया गया है। स्कूलों में शिक्षकों की विषयवार उपलब्धता और शिक्षा गुणवत्ता अभियान के उद्ेश्यों को प्राप्त करना आदि प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। इस दिशा में राज्य में कार्य करते हुए बालिकाओं के शत-प्रतिशत शाला दर्ज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बालिकाओं को अध्ययन के दौरान सामाजिक सुरक्षा धनराशि प्रदाय की जा रही है। सरस्वती सायकल योजना बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए चलाई जा रही है। बालिकाओं को पढ़ाई में कोई असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए पृथक कन्या छात्रावास तथा आश्रम और शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि विद्यार्थियों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित किए जा रहे हैं, इनमें छात्र दुर्घटना बीमा योजना, प्रावीणय पुरस्कार, मध्यान्ह भोजन योजना,नि:शुल्क गणवेश, पाठ्यपुस्तक, नि:शक्त बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा मॉडल स्कूल आदि शामिल है। इसके अलावा खेलकूद, एन.सी.सी, स्काउट गाइड प्रावीण्य तथा साक्षर भारत प्रेरक छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में बोनस अंक देने का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने शिक्षकों को संदेश दिया है कि गुणवत्तयुक्त शिक्षा की महत्ती जवाबदारी उनके उपके पास है। बच्चों को श्रेष्ठ भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा और संस्कार देने में अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
रायपुर ! स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से प्रसारित विशेष भेंट वार्ता में बताया कि राज्य सरकार द्वारा अभिनव पहल करते हुए विगत सत्र 2015-16 से पूरे छत्तीसगढ़ में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया जा रहा है।
अभियान में इस वर्ष विद्यालय की जगह प्रत्येक कक्षा को केन्द्र बिन्दु में रखा गया है। इसी तरह चालू शिक्षा सत्र में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए पंचायत संवर्गों में लगभग 17 हजार शिक्षकों की भर्ती भी की जा रही है।
श्री कश्यप ने बताया कि राज्य में बेहतर शिक्षा और अन्य केन्द्रीय बोर्डों से समन्वय स्थापित करने इस वर्ष नवीन शिक्षा सत्र एक अप्रैल से प्रारंभ हो गया है। इस व्यवस्था से प्रदेश में शाला प्रवेश की कार्यवाही लगभग पूर्ण हो गयी है। स्कूलों में विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें सत्र के प्रारंभ में ही उपलब्ध करा दी गई है। राज्य में एक अप्रैल से नवीन सत्र प्रारंभ होने के फलस्वरूप सभी कक्षाओं के वार्षिक परीक्षा परिणाम इसके पहले अथवा समयावधि में घोषित हो गए। लगभग डेढ़ माह की गर्मी की छुट्टियों के भली-भांति उपयोग के लिए सामान्य शैक्षणिक लक्ष्य दिए गए। इसके अलावा अप्रैल माह में ही वार्षिक शैक्षणिक कैलेण्डर के अनुरूप दो-दो इकाईयों का अध्यापन कार्य पूर्ण करा लिया गया है।श्री कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के मार्गदर्शन में राज्य में शिक्षा गुणवत्ता के लिए दृढ़संकल्पित होकर कार्य किए जा रहे हैं, यह राज्य सरकार की प्राथमिता में भी है। राज्य में गत वर्ष शिक्षा गुणवत्ता अभियान में विद्यालयों को केन्द्र में रखा और प्राप्त निष्कर्षों पर आधारित कार्य योजना तैयार है। चालू सत्र में उक्त कार्य योजना पर अमल किया जाएगा।
इस सत्र में भी यह अभियान जारी रहेगा। चालू सत्र में अभियान के अंतर्गत विद्यालय की जगह कक्षाओं को केन्द्रित किया गया है। इस तरह राज्य में प्राथमिक तथा बुनियादी शिक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए हर संभव प्रयास हो रहे हैैं। शिक्षा गुणवत्ता अभियान के सुचारू संचालन के लिए राज्य के समस्त जन प्रतिनिधि तथा शासकीय सेवक और पालकगणों को भी शामिल किया गया है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए गत सत्र में अनेक दूरगामी निर्णय लिए गए हैं। इसके तहत विद्यालयों में नामांकन का प्रतिशत बढ़ा है और शिक्षक-छात्र अनुपात अन्य राज्यों से उत्तम है। विद्यालयों में अधोसंरचना निर्माण सहित सुविधाओं का तेजी से विकास हुआ है। विद्यालय तथा शिक्षक युक्तियुक्तकरण के अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं। विद्यालयों की शैक्षणिक निगरानी की भी व्यवस्था की गई है। जिसमें सभी स्तर के अधिकारियों तथा संस्थाओं को आवश्यक दायित्व दिए गए हैं। इसके अलावा स्कूलों में बालिकाओं तथा बालकों के लिए शौचालय निर्माण का कार्य लक्ष्य के समीप है।
इसी तरह राज्य में नवीन शिक्षा सत्र में हर स्तर पर शिक्षा गुणवत्ता के विकास को प्रमुख लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत विद्यालय में प्रत्येक कक्षा के अध्ययन-अध्यापन को स ुदृढ़ करना और बच्चों के सतत् मूल्याकंन तथा प्रगति के निगरानी कर विशेष जोर दिया गया है। स्कूलों में शिक्षकों की विषयवार उपलब्धता और शिक्षा गुणवत्ता अभियान के उद्ेश्यों को प्राप्त करना आदि प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। इस दिशा में राज्य में कार्य करते हुए बालिकाओं के शत-प्रतिशत शाला दर्ज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बालिकाओं को अध्ययन के दौरान सामाजिक सुरक्षा धनराशि प्रदाय की जा रही है। सरस्वती सायकल योजना बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए चलाई जा रही है। बालिकाओं को पढ़ाई में कोई असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए पृथक कन्या छात्रावास तथा आश्रम और शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि विद्यार्थियों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित किए जा रहे हैं, इनमें छात्र दुर्घटना बीमा योजना, प्रावीणय पुरस्कार, मध्यान्ह भोजन योजना,नि:शुल्क गणवेश, पाठ्यपुस्तक, नि:शक्त बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा मॉडल स्कूल आदि शामिल है। इसके अलावा खेलकूद, एन.सी.सी, स्काउट गाइड प्रावीण्य तथा साक्षर भारत प्रेरक छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में बोनस अंक देने का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने शिक्षकों को संदेश दिया है कि गुणवत्तयुक्त शिक्षा की महत्ती जवाबदारी उनके उपके पास है। बच्चों को श्रेष्ठ भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा और संस्कार देने में अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC