कोरबा. जिले में
बोर्ड परीक्षाओं के गिरते परिणामों का सुधार करने के लिए। जिला प्रशासन
द्वारा इस वर्ष एक या दो महीने के स्थान पर पूरे चार महीने विशेष कोचिंग
देने की योजना बनाई है। शिक्षकों की कमी व कमजोर परीक्षा परिणाम वाले
सरकारी हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों में प्राचार्य स्थानीय स्तर पर अतिथि
शिक्षक नियुक्त कर अगस्त से दिसंबर तक विशेष कोचिंग की व्यवस्था सुनिश्चित
करेंगे।
विशेष कोचिंग के लिए शिक्षा विभाग को सीएसआर मद से पिछले सत्र में 23.5 लाख रुपए का बजट मिला था।
साडा कन्या विद्यालय टीपी नगर में बुधवार को जिले के सभी सरकारी हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। जिससे कि आने वाले शैक्षणिक सत्र के दौरान शिक्षा के स्तर में सुधार हो सके।
8 से 10 स्कूलों नें अब तक नहीं कराया ऑडिट
समीक्षा बैठक के दौरान प्राचार्यों ने सत्र 2014-15 के ऑडिट रिपोर्ट का विवरण पेश किया। इसके साथ ही 2015-16 की समीक्षा भी की गई । यह जानकारी भी सामने आई कि 8 से 10 स्कूलों नें अब तक ऑडिट नहीं कराया है। ऑडिट में खर्च किए गए पैसों का ब्योरा स्कूल विभाग को देते हैं। सरकारी विद्यालयों को स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार भी दिया जाना है। जिसके लिए सभी प्राचार्यों को एक निर्धारित प्रपत्र सौंपकर इसमें जानकारी प्रविष्ट करने को कहा गया है। जिसके आधार पर विद्यालय का चयन किया जाएगा।
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8 से 10 स्कूलों नें अब तक नहीं कराया ऑडिट
समीक्षा बैठक के दौरान प्राचार्यों ने सत्र 2014-15 के ऑडिट रिपोर्ट का विवरण पेश किया। इसके साथ ही 2015-16 की समीक्षा भी की गई । यह जानकारी भी सामने आई कि 8 से 10 स्कूलों नें अब तक ऑडिट नहीं कराया है। ऑडिट में खर्च किए गए पैसों का ब्योरा स्कूल विभाग को देते हैं। सरकारी विद्यालयों को स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार भी दिया जाना है। जिसके लिए सभी प्राचार्यों को एक निर्धारित प्रपत्र सौंपकर इसमें जानकारी प्रविष्ट करने को कहा गया है। जिसके आधार पर विद्यालय का चयन किया जाएगा।
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