शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन जिला मुख्यालय के मराठा मंगल भवन में अव्यवस्था के बीच किया गया। कार्यक्रम में जिलेभर के 39 शिक्षकों का सम्मान होना था, जो 60-65 मिमी दूर से पहुंचे थे।
कार्यक्रम का समय दोपहर 2 बजे निर्धारित था और सम्मानित होने वाले शिक्षकों को आधे घंटे पहले बुलाया गया था, इसलिए दूरस्थ क्षेत्रों के शिक्षक 1 बजे से ही पहुंच गए थे। 2.40 बजे मुख्यअतिथि महापौर अर्चना चौबे पहुंचीं, लेकिन परेशानी यहां भी समाप्त नहीं हुई। 3.05 बजे तक अतिथियों का स्वागत ही होता रहा। इसके बाद 3.10 बजे से शिक्षकों का सम्मान प्रारंभ हुआ।
मंच हुआ भाजपामय
सम्मान समारोह में शिक्षा विभाग ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों को ही अतिथि बनाया था, जिसे लेकर कार्यक्रम स्थल पर ही चर्चा शुरू हो गई। कुछ शिक्षक व नागरिक धमतरी विधायक को भी ढूंढ रहे थे, पर वे नजर नहीं आए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिपं अध्यक्ष रघुनंदन साहू ने की। विशेष अतिथि राजेन्द्र शर्मा, पार्षद गौतम ध्रुव, लीलाराम वैद्य, अशोक सिन्हा, अनीता सोनकर, रंजना साहू आदि थे।
ज्यादा विलंब नहीं हुआ
सेवानिवृत्त शिक्षकों को ही पहले बुलाया गया था। मुख्य अतिथि 20-25 मिनट देरी से पहुंचीं, लेकिन ज्यादा विलंब नहीं हुआ था। ऐसे कार्यक्रम में इस तरह की थोड़ी परेशानी आती है। प्रवाससिंह बघेल, डीईओ धमतरी
कार्यक्रम देने के पहले ही थक गईं छात्राएं
सशिमं की छात्राओं को स्वागत गीत प्रस्तुत करना था। घंटे भर तक स्वागत का कार्यक्रम चला। 40 से अधिक लोगों को स्वागत के लिए बुलाया गया। 2 छात्राओं को बुके देने के लिए मंच पर ही रोक लिया गया था। ये वही छात्राएं थीं, जिन्हें स्वागत नृत्य प्रस्तुत करना था लेकिन कार्यक्रम देने के पहले ही ये छात्राएं थक गई थीं।
इनका हुआ सम्मान
धमतरी ब्लाक के शिक्षक संजय साहू, सुखराम कोसरे, टीकाराम सिन्हा को शिक्षादूत, मनोहर साहू, कुलेश्वर सिन्हा, हूमनलाल चंद्राकर को ज्ञानदीप पुरस्कार से नवाजा गया। कुरूद के रूद्रनाथ चंद्राकर, बिसेसर राम सिन्हा, हरिशंकर सेन, मगरलोड के इंद्रजीत बागड़े, भागीरथी सोनकर, भूनेश्वर साहू, नगरी के शेषकुमार सोम, कंचन साहू, अश्वनी कुर्रे को शिक्षादूत का पुरस्कार मिला। इसके अलावा 19 सेवानिवृत्त प्रधानपाठक, 4 सेवानिवृत्त व्याख्याता, 1 सेवानिवृत्त प्राचार्य संवर्ग तथा प्राथमिक शाला के सेवानिवृत्त 15 प्रधान पाठकों का सम्मान किया गया।
धमतरी| कार्यक्रम शुरू होने का घंटों इंतजार करते रहे सम्मान के लिए पहुंचे शिक्षक।
शिक्षक ही कर्णधार
मुख्य अतिथि महापौर अर्चना चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक ही देश के कर्णधार हैं। उनके मार्गदर्शन में ही बच्चे अच्छे नागरिक बनते हैं। शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए छग शासन द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना के तहत शिक्षकों का सम्मान किया जा रहा है।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
कार्यक्रम का समय दोपहर 2 बजे निर्धारित था और सम्मानित होने वाले शिक्षकों को आधे घंटे पहले बुलाया गया था, इसलिए दूरस्थ क्षेत्रों के शिक्षक 1 बजे से ही पहुंच गए थे। 2.40 बजे मुख्यअतिथि महापौर अर्चना चौबे पहुंचीं, लेकिन परेशानी यहां भी समाप्त नहीं हुई। 3.05 बजे तक अतिथियों का स्वागत ही होता रहा। इसके बाद 3.10 बजे से शिक्षकों का सम्मान प्रारंभ हुआ।
मंच हुआ भाजपामय
सम्मान समारोह में शिक्षा विभाग ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों को ही अतिथि बनाया था, जिसे लेकर कार्यक्रम स्थल पर ही चर्चा शुरू हो गई। कुछ शिक्षक व नागरिक धमतरी विधायक को भी ढूंढ रहे थे, पर वे नजर नहीं आए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिपं अध्यक्ष रघुनंदन साहू ने की। विशेष अतिथि राजेन्द्र शर्मा, पार्षद गौतम ध्रुव, लीलाराम वैद्य, अशोक सिन्हा, अनीता सोनकर, रंजना साहू आदि थे।
ज्यादा विलंब नहीं हुआ
सेवानिवृत्त शिक्षकों को ही पहले बुलाया गया था। मुख्य अतिथि 20-25 मिनट देरी से पहुंचीं, लेकिन ज्यादा विलंब नहीं हुआ था। ऐसे कार्यक्रम में इस तरह की थोड़ी परेशानी आती है। प्रवाससिंह बघेल, डीईओ धमतरी
कार्यक्रम देने के पहले ही थक गईं छात्राएं
सशिमं की छात्राओं को स्वागत गीत प्रस्तुत करना था। घंटे भर तक स्वागत का कार्यक्रम चला। 40 से अधिक लोगों को स्वागत के लिए बुलाया गया। 2 छात्राओं को बुके देने के लिए मंच पर ही रोक लिया गया था। ये वही छात्राएं थीं, जिन्हें स्वागत नृत्य प्रस्तुत करना था लेकिन कार्यक्रम देने के पहले ही ये छात्राएं थक गई थीं।
इनका हुआ सम्मान
धमतरी ब्लाक के शिक्षक संजय साहू, सुखराम कोसरे, टीकाराम सिन्हा को शिक्षादूत, मनोहर साहू, कुलेश्वर सिन्हा, हूमनलाल चंद्राकर को ज्ञानदीप पुरस्कार से नवाजा गया। कुरूद के रूद्रनाथ चंद्राकर, बिसेसर राम सिन्हा, हरिशंकर सेन, मगरलोड के इंद्रजीत बागड़े, भागीरथी सोनकर, भूनेश्वर साहू, नगरी के शेषकुमार सोम, कंचन साहू, अश्वनी कुर्रे को शिक्षादूत का पुरस्कार मिला। इसके अलावा 19 सेवानिवृत्त प्रधानपाठक, 4 सेवानिवृत्त व्याख्याता, 1 सेवानिवृत्त प्राचार्य संवर्ग तथा प्राथमिक शाला के सेवानिवृत्त 15 प्रधान पाठकों का सम्मान किया गया।
धमतरी| कार्यक्रम शुरू होने का घंटों इंतजार करते रहे सम्मान के लिए पहुंचे शिक्षक।
शिक्षक ही कर्णधार
मुख्य अतिथि महापौर अर्चना चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक ही देश के कर्णधार हैं। उनके मार्गदर्शन में ही बच्चे अच्छे नागरिक बनते हैं। शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए छग शासन द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना के तहत शिक्षकों का सम्मान किया जा रहा है।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC