रायपुर, ब्यूरो। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में मुख्य
परीक्षा में बिहार व्यापमं जैसे गड़बड़ी की शिकायत हुई है। 16 जून को पीएससी
मुख्य परीक्षा में बिलासपुर के एक कॉलेज में हाउस वाइफ और बिजनेसमैन की
ड्यूटी परीक्षा लेने के लिए लगाने का आरोप लगा है। अब इसकी शिकायत
राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पीएससी के आला अधिकारियों से की गई
है।
शिकायतकर्ता ने शिकायत के साथ उस दस्तावेज को भी शामिल किया है, जिसमें दागी शिक्षकों की परीक्षा ड्यूटी लगाई गई और नियमित सीनियर शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी से बाहर कर दिया गया। नईदुनिया को मिली शिकायत के अनुसार, पीएससी परीक्षा में फेल और पूर्व में कालेज में दैनिक प्राध्यापक के रूप में तीन से पांच माह काम करने वालों की परीक्षा केंद्र के मनमाफिक कक्ष में ड्यूटी लगाई गई। आरोप लगाया गया कि ऐसा करके रसूखदार छात्रों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया।
शिकायत में यह सवाल उठाया गया कि शिक्षा विभाग की जांच में दोषी पाए गए अधिकारी की ड्यूटी कैसे लगा दी गई। पत्नी की हत्या, बलवा और मारपीट के आरोपी की ड्यूटी किस आधार पर लगाई गई। पीएससी और जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त आब्जर्वर ने क्लास का निरीक्षण क्यों नहीं किया। परीक्षा कक्ष में बाहर से उत्तर लिखकर आए, लेकिन इसे क्यों नहीं रोका गया।
शिकायतकर्ता ने मांग की कि परीक्षा के समय के सीसीटीवी फुटेज को देखने पर साफ हो जाएगा कि परीक्षा केंद्र में किस तरह की गड़बड़ी हुई। फुटेज की जांच में साफ हो जाएगा कि परीक्षा केंद्र में किस तरह बाहरी लोगों का आना-जाना था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि कुछ शिक्षकों के खिलाफ बिलाससपुर के कोतवाली थाने में एफआईआर भी दर्ज है।
केंद्राध्यक्ष और जिला प्रशासन से ली जाएगी जानकारी
पीएससी के परीक्षा नियंत्रक एके मिश्रा ने कहा कि बिलासपुर के डीपी विप्र कालेज में इस तरह की गड़बड़ी की सूचना अभी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि पीएससी के ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा जिला प्रशासन की निगरानी में होती है। जिला प्रशासन की तरफ से नोडल अधिकारी तय किए जाते हैं। पीएससी के मेंबर भी परीक्षा केंद्रों की जांच करते हैं। अगर ऐसी शिकायत है, तो परीक्षा केंद्र अधीक्षक और जिला प्रशासन से जानकारी ली जाएगी।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिकायतकर्ता ने शिकायत के साथ उस दस्तावेज को भी शामिल किया है, जिसमें दागी शिक्षकों की परीक्षा ड्यूटी लगाई गई और नियमित सीनियर शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी से बाहर कर दिया गया। नईदुनिया को मिली शिकायत के अनुसार, पीएससी परीक्षा में फेल और पूर्व में कालेज में दैनिक प्राध्यापक के रूप में तीन से पांच माह काम करने वालों की परीक्षा केंद्र के मनमाफिक कक्ष में ड्यूटी लगाई गई। आरोप लगाया गया कि ऐसा करके रसूखदार छात्रों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया।
शिकायत में यह सवाल उठाया गया कि शिक्षा विभाग की जांच में दोषी पाए गए अधिकारी की ड्यूटी कैसे लगा दी गई। पत्नी की हत्या, बलवा और मारपीट के आरोपी की ड्यूटी किस आधार पर लगाई गई। पीएससी और जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त आब्जर्वर ने क्लास का निरीक्षण क्यों नहीं किया। परीक्षा कक्ष में बाहर से उत्तर लिखकर आए, लेकिन इसे क्यों नहीं रोका गया।
शिकायतकर्ता ने मांग की कि परीक्षा के समय के सीसीटीवी फुटेज को देखने पर साफ हो जाएगा कि परीक्षा केंद्र में किस तरह की गड़बड़ी हुई। फुटेज की जांच में साफ हो जाएगा कि परीक्षा केंद्र में किस तरह बाहरी लोगों का आना-जाना था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि कुछ शिक्षकों के खिलाफ बिलाससपुर के कोतवाली थाने में एफआईआर भी दर्ज है।
केंद्राध्यक्ष और जिला प्रशासन से ली जाएगी जानकारी
पीएससी के परीक्षा नियंत्रक एके मिश्रा ने कहा कि बिलासपुर के डीपी विप्र कालेज में इस तरह की गड़बड़ी की सूचना अभी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि पीएससी के ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा जिला प्रशासन की निगरानी में होती है। जिला प्रशासन की तरफ से नोडल अधिकारी तय किए जाते हैं। पीएससी के मेंबर भी परीक्षा केंद्रों की जांच करते हैं। अगर ऐसी शिकायत है, तो परीक्षा केंद्र अधीक्षक और जिला प्रशासन से जानकारी ली जाएगी।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC