दुर्ग। सरकार की साइकिल योजना का अजब हाल है। ऐन बोर्ड परीक्षा के समय
साइकिल बांटने भेजी है। परीक्षा को महज एक सप्ताह बाकी है और शिक्षा विभाग
आई साइकिल बांटने में लगा हुआ है।
जिले में वर्ष 2016-17 की निःशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत 6हजार 503 छात्राओं को साइकिल देनी है। सालभर इंतजार के बाद ऐसे समय पर साइकिलें भेजी गई है जब परीक्षा का समय है और विभाग इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। दसवीं बोर्ड की परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हो रही है। परीक्षा का प्रश्नपत्र वितरण 8 फरवरी से केन्द्राध्यक्षों को बांटा जाना है। इसके पहले उच्चतर माध्यमिक शालाओं को बतौर परीक्षा केन्द्र बैठक व्यवस्था करना है।जहां परीक्षा होनी है वहां सरकारी साइकिलें भिजवाई जा रही है। प्राचार्य परीक्षा की तैयारी करें कि छात्राओं को साइकिलें बंटवाए। राज्य से साइकिलें भेजी गई है लेकिन पूरी नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक अभी भी करीब 1800 छात्राओं के लिए साइकिलें नहीं आई है। ऐसी स्थिति में प्राचार्यों के सामने एक और नई समस्या होगी। प्राचार्य बताते हैं कि दो-तीन दिन में बोर्ड परीक्षा को देखते हुए अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों को अवकाश दे दिया जाएगा। उस दौरान साइकिलें आई तो हितग्र ाही छात्रा को घर से बुलाकर साइकिलें देने की नौबत आएगी।
जिले में वर्ष 2016-17 की निःशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत 6हजार 503 छात्राओं को साइकिल देनी है। सालभर इंतजार के बाद ऐसे समय पर साइकिलें भेजी गई है जब परीक्षा का समय है और विभाग इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। दसवीं बोर्ड की परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हो रही है। परीक्षा का प्रश्नपत्र वितरण 8 फरवरी से केन्द्राध्यक्षों को बांटा जाना है। इसके पहले उच्चतर माध्यमिक शालाओं को बतौर परीक्षा केन्द्र बैठक व्यवस्था करना है।जहां परीक्षा होनी है वहां सरकारी साइकिलें भिजवाई जा रही है। प्राचार्य परीक्षा की तैयारी करें कि छात्राओं को साइकिलें बंटवाए। राज्य से साइकिलें भेजी गई है लेकिन पूरी नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक अभी भी करीब 1800 छात्राओं के लिए साइकिलें नहीं आई है। ऐसी स्थिति में प्राचार्यों के सामने एक और नई समस्या होगी। प्राचार्य बताते हैं कि दो-तीन दिन में बोर्ड परीक्षा को देखते हुए अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों को अवकाश दे दिया जाएगा। उस दौरान साइकिलें आई तो हितग्र ाही छात्रा को घर से बुलाकर साइकिलें देने की नौबत आएगी।