रायगढ़. शुक्रवार को कलक्टोरेट में आयोजित प्रभारी सचिव ऋचा शर्मा ने जिला अस्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस
दौरान डीईओ सहित कई अधिकारियों को अलग-अलग कारणों से फटकार लगाई गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व आयोजित वीडियो कांफ्रेंस
में डीईओ से जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति व शिक्षकों की
उपस्थिति का प्रतिशत पूछा गया था।
वीडियो कांफ्रेंस में डीईओ ने बच्चों व शिक्षक दोनो की उपस्थिति का प्रतिशत 70 बताया था। जबकि शुक्रवार को हुई समीक्षा के दौरान जनवरी में शिक्षकों व छात्रों के उपस्थिति का प्रतिशत पूछा गया तो डीईओ ने 63 प्रतिशत बताया।
इसको लेकर प्रभारी सचिव ऋचा शर्मा भड़क गईं उन्होने डीईओ से कहा कि कौन सा डाटा सही है वीडियो कांफ्रेस में दिया हुआ डाटा या फिर
अभी बैठक में दिया जा रहा डाटा इस पर डीईओ के चेहरे पर हवाइयां उडऩे लगी, और कुछ कह नहीं पाए तभी प्रभारी सचिव ने डीईओ को कहा कि कम से कम राज्य और जिला स्तर पर भेजे गए डाटा तो स्पष्ट हो। दोनो में इतना अधिक अंतर है।
वहीं बैठक में एपीजे अब्दूल कलाम शिक्षण गुणवत्ता अभियान के तहत हो रहे काम के बारे में जानकारी ली गई।
एनएच पर भी भड़कीं
समीक्षा बैठक के दोरान नेश्नल हाईवें रायगढ़ से सराईपाली मार्ग के निर्माण में हो रही देरी को लेकर प्रभारी सचिव ने एनएच के अधीक्षण अभियंता और एसडीएओ की क्लास ली।
टेंडर होने के बाद इतने धीमी गति से काम किए जाने की बात कही गई। इस काम को जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए निर्देश दिया गया है।
बैठक के दौरान प्रभारी सचिव ऋचा शर्मा ने जब उज्जवला योजना के तहत बांटे गए गैस और टारगेट को लेकर समीक्षा की। इस दौरान यह बात सामने आया कि लक्ष्य से काफी पीछे हैं। इसको लेकर नोडल अधिकारी और खाद्य अधिकारी को फटकारा है।
गुणवत्ता अभियान में भी खिंचाई
सूत्र बताते हैं कि इस अभियान के तहत जिले में चल रहे काम को लेकर असंतोष नजर आया। प्रभारी सचिव ने यह स्पष्ट कह दिया है कि भले ही रिपोर्ट में रैंकिंग बढऩे की बात कही जा रही है
लेकिन मै इन सबको नहीं मानती हू। धरातल पर काम नजर आना चाहिए ताकि यही में सरकारी स्कूल में काम हुआ नजर आए और शिक्षण गुणवत्ता की सुधार हो सके।
वीडियो कांफ्रेंस में डीईओ ने बच्चों व शिक्षक दोनो की उपस्थिति का प्रतिशत 70 बताया था। जबकि शुक्रवार को हुई समीक्षा के दौरान जनवरी में शिक्षकों व छात्रों के उपस्थिति का प्रतिशत पूछा गया तो डीईओ ने 63 प्रतिशत बताया।
इसको लेकर प्रभारी सचिव ऋचा शर्मा भड़क गईं उन्होने डीईओ से कहा कि कौन सा डाटा सही है वीडियो कांफ्रेस में दिया हुआ डाटा या फिर
अभी बैठक में दिया जा रहा डाटा इस पर डीईओ के चेहरे पर हवाइयां उडऩे लगी, और कुछ कह नहीं पाए तभी प्रभारी सचिव ने डीईओ को कहा कि कम से कम राज्य और जिला स्तर पर भेजे गए डाटा तो स्पष्ट हो। दोनो में इतना अधिक अंतर है।
वहीं बैठक में एपीजे अब्दूल कलाम शिक्षण गुणवत्ता अभियान के तहत हो रहे काम के बारे में जानकारी ली गई।
एनएच पर भी भड़कीं
समीक्षा बैठक के दोरान नेश्नल हाईवें रायगढ़ से सराईपाली मार्ग के निर्माण में हो रही देरी को लेकर प्रभारी सचिव ने एनएच के अधीक्षण अभियंता और एसडीएओ की क्लास ली।
टेंडर होने के बाद इतने धीमी गति से काम किए जाने की बात कही गई। इस काम को जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए निर्देश दिया गया है।
बैठक के दौरान प्रभारी सचिव ऋचा शर्मा ने जब उज्जवला योजना के तहत बांटे गए गैस और टारगेट को लेकर समीक्षा की। इस दौरान यह बात सामने आया कि लक्ष्य से काफी पीछे हैं। इसको लेकर नोडल अधिकारी और खाद्य अधिकारी को फटकारा है।
गुणवत्ता अभियान में भी खिंचाई
सूत्र बताते हैं कि इस अभियान के तहत जिले में चल रहे काम को लेकर असंतोष नजर आया। प्रभारी सचिव ने यह स्पष्ट कह दिया है कि भले ही रिपोर्ट में रैंकिंग बढऩे की बात कही जा रही है
लेकिन मै इन सबको नहीं मानती हू। धरातल पर काम नजर आना चाहिए ताकि यही में सरकारी स्कूल में काम हुआ नजर आए और शिक्षण गुणवत्ता की सुधार हो सके।