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फीस आधी करने की मांग पर हंगामा, शिक्षक बोले- विवाद करने वालों को नहीं पढ़ाएंगे

बिलासपुर सीएमडी कॉलेज में फीस कम करने को लेकर छात्र, प्राचार्य, दोनों उप प्राचार्य के बीच विवाद हो गया। प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। पुलिस विवाद करने वाले छात्र को थाने ले जा रही थी तभी अन्य छात्रों ने पुलिस को ऐसा करने से रोक दिया।
दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत की। प्रोफेसरों का कहना है कि यदि विवाद करने वाले छात्रों का एडमिशन हो गया तब भी वे उन्हें नहीं पढ़ाएंगे।

सीएमडी कॉलेज में एडमिशन का दौर चल रहा है। यहां सुबह से शाम तक कैंपस और एडमिशन एरिया में छात्रनेता चक्कर लगा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सभी छात्रनेताओं ने यहां कम प्रतिशत वाले छात्रों से रुपए लेकर एडमिशन दिलाने का जिम्मा ले लिया है। इस वजह से विवाद हो रहा है। शनिवार को छात्र राज कमल कश्यप प्राचार्य डॉ. संजय सिंह के पास पहुंचा। पीजीडीबीएम में एडमिशन के लिए 14 हजार की फीस अाधी करने की मांग की। प्राचार्य ने एक घंटे बाद बुलाया और जब वह आया तो उसे फीस आधी नहीं करने की बात कही। इसे लेकर उसने विवाद शुरू कर दिया। विवाद गाली-गलौज तक पहुंच गया और प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। तारबाहर थाना प्रभारी कॉलेज पहुंचे और वे विवाद करने वाले छात्रों को थाने ले जाने लगे। इस समय आजाद पैनल के छात्रनेता आकाश यादव पहुंचे और छात्र राजकमल को ले जाने से रोक दिया। कहा कि जो मामला है कॉलेज में सुलझा लेंगे। पुलिस चली गई। एक घंटे प्राचार्य व प्रोफेसरों की होती रही। निर्णय हुआ कि इन छात्रों को अगर कॉलेज में एडमिशन मिल भी गया तो वे नहीं पढ़ाएंगे। कॉलेज प्रबंधन ने छात्र राजकुमार कश्यप और आकाश यादव के खिलाफ थाने में शिकायत की। वहीं छात्र राजकुमार ने प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजय सिंह, उप प्राचार्य डॉ. पीएल चंद्राकर और डॉ. कमलेश जैन के खिलाफ परेशान करने और गाली-गलौज करने की शिकायत थाने में की।

कॉलेज प्रबंधन और छात्र ने एक दूसरे के खिलाफ थाने में की शिकायत

सीएमडी कॉलेज में शनिवार को हंगामे के बाद पुलिस बुलानी पड़ी।

फीस की दूसरी किश्त का एडवांस चेक

सीएमडी कॉलेज नियम विरुद्ध छात्रों से फीस के लिए चेक ले रहा है। जो छात्र एक बार में पूरी फीस नहीं पटा पा रहे हैं। वे छात्र आवेदन लिखकर प्रबंधन से दो बार में फीस पटाने की मांग कर रहे हैं। ऐसा सभी कॉलेजों में चल रहा है, लेकिन सीएमडी कॉलेज ही एेसा है कि जो छात्रों को दूसरी किश्त के लिए पहले से चेक ले रहा है।

एजुकेशन रिपोर्टर | बिलासपुर

सीएमडी कॉलेज में फीस कम करने को लेकर छात्र, प्राचार्य, दोनों उप प्राचार्य के बीच विवाद हो गया। प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। पुलिस विवाद करने वाले छात्र को थाने ले जा रही थी तभी अन्य छात्रों ने पुलिस को ऐसा करने से रोक दिया। दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत की। प्रोफेसरों का कहना है कि यदि विवाद करने वाले छात्रों का एडमिशन हो गया तब भी वे उन्हें नहीं पढ़ाएंगे।

सीएमडी कॉलेज में एडमिशन का दौर चल रहा है। यहां सुबह से शाम तक कैंपस और एडमिशन एरिया में छात्रनेता चक्कर लगा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सभी छात्रनेताओं ने यहां कम प्रतिशत वाले छात्रों से रुपए लेकर एडमिशन दिलाने का जिम्मा ले लिया है। इस वजह से विवाद हो रहा है। शनिवार को छात्र राज कमल कश्यप प्राचार्य डॉ. संजय सिंह के पास पहुंचा। पीजीडीबीएम में एडमिशन के लिए 14 हजार की फीस अाधी करने की मांग की। प्राचार्य ने एक घंटे बाद बुलाया और जब वह आया तो उसे फीस आधी नहीं करने की बात कही। इसे लेकर उसने विवाद शुरू कर दिया। विवाद गाली-गलौज तक पहुंच गया और प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। तारबाहर थाना प्रभारी कॉलेज पहुंचे और वे विवाद करने वाले छात्रों को थाने ले जाने लगे। इस समय आजाद पैनल के छात्रनेता आकाश यादव पहुंचे और छात्र राजकमल को ले जाने से रोक दिया। कहा कि जो मामला है कॉलेज में सुलझा लेंगे। पुलिस चली गई। एक घंटे प्राचार्य व प्रोफेसरों की होती रही। निर्णय हुआ कि इन छात्रों को अगर कॉलेज में एडमिशन मिल भी गया तो वे नहीं पढ़ाएंगे। कॉलेज प्रबंधन ने छात्र राजकुमार कश्यप और आकाश यादव के खिलाफ थाने में शिकायत की। वहीं छात्र राजकुमार ने प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजय सिंह, उप प्राचार्य डॉ. पीएल चंद्राकर और डॉ. कमलेश जैन के खिलाफ परेशान करने और गाली-गलौज करने की शिकायत थाने में की।

किसानों का कर्ज माफ नहीं तो तुम्हारा कैसे होगा

डीएसपी नसर सिद्दिकी भी कॉलेज पहुंचे और उन्होंने छात्र राजकमल से कहा कि यहां किसानों का कर्ज माफ नहीं हो रहा और तुम फीस माफ करने की बात कर रहे हो। डीएसपी ने छात्रों को कैंपस से बाहर भगाया। थाना प्रभारी के मुताबिक दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत की है। अब पुलिस मामले की जांच करेगी।

पिछले साल आधी फीस दी थी

छात्र राजकुमार ने बताया कि पिछले साल उसकी फीस आधी हुई थी। इस बार भी वह मांग कर रहा था। प्रबंधन को एक सप्ताह पहले आवेदन किया था। तीन बार चक्कर लगाने पर प्राचार्य ने कहा कि फीस माफ नहीं होगा।

छात्रनेता बना रहे हैं दबाव

पहली बार छात्र हमारे पास आवेदन लेकर आया था। मैंने कहा कमेटी निर्णय लेगी। इसके बाद छात्र गाली-गलौज करने लगा। ऐसे छात्र अन्य छात्रों को एडमिशन दिलाने के नाम पर पैसा लेकर प्रबंधन पर दबाव बना रहे हैं। कॉलेज में नियम से एडमिशन हो रहा है। डॉ. संजय सिंह, प्रभारी प्राचार्य, सीएमडी कॉलेज

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