कोरबा। शिक्षाकर्मियों की मांगें माने जाने के बाद भी शिक्षकों का आंदोलन कम नहीं हो रहा। अब छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 4 सूत्रीय मांग रखी है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने जहां एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। वहीं राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम भी ज्ञापन सौंपा।
दरअसल छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन की मांग है कि सरकार ने जो क्रमोन्नति तय की है। उसे वेतनमान के अनुरूप निर्धारित किया जाए।
इसके साथ ही पदोन्नति को लेकर सहायक शिक्षक फेडरेशन ने मांग रखी है कि
पदोन्नति की संभावना कम होने के कारण कई शिक्षक इससे वंचित रह जाएंगे। ऐसे में जो सरकार ने 20 वर्ष उपरांत पदोन्नति की सीमा रखी है। उसे 10 वर्ष की समय अवधि में किया जाए। शिक्षक फेडरेशन को 8 वर्ष में संविलियन नियुक्ति देने पर भी आपत्ति जताई है।
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सहायक शिक्षक फेडरेशन ने मांग की है कि संविलियन के समय को भी कम किया जाए। इसके अलावा शिक्षा कर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने के मामले में जो सरकार ने नियम बना रखा है। इसे लेकर भी सहायक शिक्षक फेडरेशन ने आपत्ति जताई है। सहायक शिक्षक फेडरेशन का कहना है कि अनुकंपा नियुक्ति मामले में भी सरकार ने कई नियम लागू कर रखे हैं। जिसके कारण अनुकंपा नियुक्ति मिलने में दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को काफी परेशानी हो रही है।
ऐसे में सहायक शिक्षक फेडरेशन ने 4 सूत्री मांगों को लेकर जहां कोरबा के घंटाघर चौक में धरना प्रदर्शन किया और इस धरना-प्रदर्शन
में तरुण प्रकाश वैष्णव प्रांतीय संयोजक ने धरना में शामिल होकर सहायक
शिक्षक फेडरेशन की मांगों को जायज बताया और इसे लेकर आगे भी आंदोलन की
चेतावनी दी।
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जिस
तरह से लगातार शिक्षाकर्मी अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं उससे छात्रों
की पढ़ाई जरूर प्रभावित हो रही है और लगातार मांगों के कारण सरकार के
सामने भी मुसीबत खड़ी हो सकती है।